गरीब परिवार की तीरंदाज दीपिका कुमारी रीयल लाइफ में है बेहद कूल

Paris Olympics 2024: दीपिका कुमारी भारतीय महिला तीरंदाज हैं, जो झारखंड के रांची से हैं. उन की उम्र 30 साल है. इस खेल में दीपिका कुमारी हर किसी को टक्कर देती हैं. मैदान से अलग दीपिका कुमारी रीयल लाइफ में बहुत ही कूल पर्सन हैं. उन की इंस्टा प्राफोइल में वे अपनी बेहद खूबसूरत और मस्ती भरी वीडियोज और फोटोज शेयर करती हैं. साल 2024 पेरिस ओलंपिक में अबतक दो बार जीत अपने नाम कर चुकी है.

 

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दीपिका कुमारी एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उन के पिता औटोरिक्शा चालक और मां नर्स हैं. लेकिन, गरीबी को पीछे छोड़ते हुए दीपिका आज इस मुकाम पर पहुंची हैं. उन्होंने बिलकुल निचले पायदान से तीरंदाजी के खेल में शुरुआत की और आज वे इंटरनैशनल लैवल की बड़ी खिलाड़ियों में से एक हैं. हाल में दीपिका टाटा स्टील कंपनी के खेल विभाग की प्रबंधक हैं.

दीपिका शेयर करती हैं इंस्टा रील्स

दीपिका कुमारी खेल के साथसाथ अपनी फिटनैस और सोशल प्रोफाइल पर भी खास ध्यान देती हैं. उन की प्रोफाइल में वे रील्स और डांस के साथ वीडियो शेयर करती हैं. उन की वीडियो काफी कूल होती हैं. उन की रीयल लाइफ काफी कूल है. वे अपनी पति के साथ भी फोटोज और वीडियोज शेयर करती हैं.

दीपिका कुमारी तीरंदाजी की वीडियो और फोटोज के साथ कई बार योग करते हुए फोटोज भी शेयर करती हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी का भी फोटोशूट कराया हुआ है, जिस की तसवीरें देखने में बेहद ही खूबसूरत हैं. फोटोज में यह एथलीट बेहद ही प्यारी मदर और वाइफ नजर आ रही है.

दीपिका कुमारी इस के अलावा कई स्टार के साथ भी फोटोज शेयर करती हैं. उन्होंने फिल्म स्टार शाहरुख खान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी फोटोज शेयर की हैं. इतना ही नहीं, कई फोटोज में उन्होंने अपना काफी बोल्ड लुक भी दिखाया है. दीपिका कुमारी को टैटू का भी शौक है, इसलिए उन्होंने अपनी बौडी पर टैटू भी करवाया हुआ है.

अब तक दीपिका सभी मैचों में 6 रजत जीत चुकी है. 4 गोल्ड पदक जीत चुकी है, 2 कांस्य पदक हासिल कर चुकी है.

‘125 वां साल ओलंपिक’ का ऐतिहासिक आगाज!

खेलों का महाकुंभ ओलम्पिक हर चार साल पर होता है मगर कोरोना कोविड 19 वायरस महामारी के कारण 2020 मे इसका आयोजन अंततः स्थगित हो गया था. 23 जुलाई को इसका इतिहासिक शुभारंभ हुआ. मानव सभ्यता में ओलंपिक का एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है इस दफा इसलिए भी कि आश्चर्यजनक तरीके से यह ओलंपिक की 125 वीं ऐतिहासिक वर्षगांठ भी है.

यह सच है कि अगर कोरोना के कारण 2020 में ओलंपिक का आयोजन हो जाता है तो यह 125 वां साल ओलंपिक के इतिहास में दर्ज नहीं हो पाता.

वस्तुत:ओलम्पिक खेलों का आयोजन सन् 1896 मे यूनान की राजधानी ऐथेंस मे हुआ था.और इसका “ओलम्पिक नामकरण” ओलम्पिया पर्वत पर खेले जाने के कारण रखा गया था. तब से लेकर आज तलक ओलम्पिक खेलों की यशस्वी परंपरा अबाध गति से चली आ रही है.

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उल्लेखनीय है कि ओलम्पिक ध्वज की पृष्ठभूमि सफेद है,सिल्क के बने ध्वज के मध्य मे ओलम्पिक प्रतीक के रूप में पांच रंगीन छल्ले नीला-यूरोप,पीला-एशिया,काला-अफ्रीका ,हरा -आस्ट्रेलिया,लाल-उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका को एक-दूसरे से मिले हुए दर्शाए गए है जो विश्व के पांच महाद्वीपों के प्रतिनिधित्व करने के साथ ही मुक्त स्पर्धा का प्रतीक है.

2021 मे खेले जाने वाले ओलम्पिक की शुरुआत जापान के टोक्यो शहर से 23 जुलाई 2021को आरंभ हो गई है. दुनिया भर में बड़े ही रोमांच के साथ देखा जा रहा है.इस दफा का जो ओलम्पिक 32 वां ओलम्पिक है.

टोक्यो मे खेले जाने वाले ओलम्पिक मे 206 देशों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।इसमे लगभग 11,000 से अधिक एथलीट भाग ले रहे हैं.इस ओलम्पिक में 33 खेलों की स्पर्धा होगी.

2021 के ओलम्पिक में भारत के 127 एथलीट भाग ले रहे हैं जो कि इस बार का सबसे बड़ा दल है. ओलम्पिक को जापान मे जापानी शब्द ‘मीराइतोवा’ नाम दिया गया है. मीराइतोवा जापानी शब्द का अर्थ होता है ‘भविष्य और अंतकाल’.

ओलंपिक: भारत की हस्ती

ऐतिहासिक ओलंपिक खेलों में भारत की हस्ती आखिर क्या है यह जानना भी आपके लिए बहुत रोचक और जरूरी है.

इस दफा 195 देश टोक्यो ओलंपिक में शिरकत कर रहे हैं. कुल 206 टीमें भाग ले रही हैं. और सबसे बड़ी बात 23 जुलाई से 8 अगस्त तक ओलंपिक के महोत्सव को सारी दुनिया आंखों में संजोने के लिए लालायित है.

खेल प्रेमियों के लिए ओलंपिक एक लंबा इंतजार होता है. वहीं खिलाड़ी, जो कुछ कर दिखाने का जज्बा रखते हैं उनके लिए ओलंपिक से बड़ा दुनिया में कोई खेल महोत्सव नहीं है. इसलिए जहां खिलाड़ी अपनी पूरी ताकत परिश्रम लगा देते हैं वही दुनियाभर के देश भी ओलंपिक के लिए निरंतर तैयारियां करते रहते हैं.

जहां तक हमारे देश भारत की बात है इन सवा सौ सालों में भारत को सिर्फ 28 मेडल मिले हैं. जिनमें सिर्फ 9 गोल्ड मेडल हैं. इसमें भी निशानेबाजी में अभिनव बिंद्रा ने एक व्यक्तिगत रूप से गोल्ड जीतकर के इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया है. अब की दफा भारत के अनेक खिलाड़ी ओलंपिक में भाग्य आजमाने पहुंच चुके हैं.

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हमारे देश भारत से अट्ठारह खेलों में 119 खिलाड़ी शिरकत करेंगे. यहां यह भी आपको मालूम होना चाहिए कि पीवी संधू विगत ओलंपिक में गोल्ड से महरूम रह गई थीं. इस दफा बैडमिंटन कि यह विश्व स्तरीय खिलाड़ी गोल्ड के लिए लंबे समय से तैयारी कर रही है और देश के खेल प्रेमी यह अपेक्षा कर रहे हैं कि पीवी संधू कुछ कमाल कर दिखाएंगी.

इसी तरह कुश्ती, निशानेबाजी, मुक्केबाजी में भी भारत को बड़ी उम्मीद है कि उसके खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखा सकते हैं.

निशानेबाजी में तेजस्विनी सावंत मुक्केबाजी में अमित पंघाल मेरी कॉम, कुश्ती में बजरंग पुनिया विनेश फोगाट शूटिंग में सौरभ चौधरी, टेबल टेनिस में मनिका बत्रा तीरंदाज दीपिका कुमारी नीरज चोपड़ा टेनिस में सानिया मिर्जा ऐसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी ओलंपिक में अपनी क्षमता दिखाने पहुंच चुके हैं.

अब देखना यह है कि परिणाम क्या आता है. बाहरहाल देश के खेल प्रेमियों की शुभकामनाएं अपने लाड़ले खिलाड़ियों के साथ है.

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