कुछ साल पहले भोजपुरी सिनेमा में एक सह कलाकार के रूप में कदम रखने वाले देव सिंह ने अपनी उम्दा अदाकारी से न केवल भोजपुरी फिल्मों, बल्कि छोटे परदे के साथसाथ हिंदी फिल्मों में भी अपने हुनर का जौहर दिखाया है.
उन्होंने जब भोजपुरी की दर्जनों फिल्मों में विलेन का रोल किया तो भोजपुरी के दूसरे विलेन उन के आगे बौने लगने लगे. पर उन के अभिनय का सफर और ऐक्टिंग की भूख सिर्फ फिल्मों में विलेन बन कर रहने तक सीमित नहीं थी, इसलिए वे कई फिल्मों में पौजिटिव रोल में भी अपनी छाप छोड़ते आए हैं. इसी के साथसाथ वे छोटे परदे के कई हिट सीरियलों में भी खूब नजर आए हैं.
इस बायोपिक फिल्म से बड़े अभिनेताओं को पछाड़ा
अभिनेता देव सिंह को उन की अलहदा भूमिकाओं के लिए ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ सहित कई दूसरे अवार्डों भी से नवाजा जा चुका है. लेकिन इन दिनों वे अपनी एक खास फिल्म की वजह से काफी सुर्खियों में हैं.
वे भोजपुरी की बायोपिक फिल्म ‘सिंह साहब : द राइजिंग में खूबसूरत ऐक्ट्रैस अंजना सिंह के साथ नजर आने वाले हैं. यह फिल्म उत्तर प्रदेश के मूल निवासी समाजसेवक और बिजनेसमैन आरएन सिंह के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने पहले खुद को मुंबई में स्थापित किया और फिर लाखों लोगों को रोजीरोटी देने का काम किया.
इस फिल्म का ट्रेलर ‘इंटर10 रंगीला’ पर रिलीज हो चुका है और जो लोग भी ट्रेलर को देख रहे हैं, उन का मानना है कि इस फिल्म में देव सिंह ने आरएन सिंह के रूप में अभिनय कर उन के किरदार को फिर से जिंदा कर दिया है. इस फिल्म में अंजना सिंह ने देव सिंह की पत्नी का किरदार निभा कर फिल्म में जान डाल दी है.
हर एंगल से फिट है यह फिल्म
फिल्म समीक्षकों का मानना है कि भोजपुरी सिनेमा में जिस तरह की फिल्मों के निर्माण की जरूरत थी उस पर बायोपिक फिल्म ‘सिंह साहब द राइजिंग’ खरी उतरती है. अभी तक भोजपुरी में बन रही फिल्में एक ही ढर्रे की कहानियों, गानों और फिल्मांकन के रास्ते पर चल रही थीं, लेकिन इस फिल्म में आरएन सिंह की उस वास्तविक जिंदगी और उस से जुड़े संघर्ष को फिल्माया गया है, जिसबसे बहुत कम लोग वाकिफ हैं.
इस फिल्म को इस की कहानी के हिसाब से ही फिल्माया गया है. फिल्म की लोकेशन, ड्रैस, बैकग्राउंड इत्यादि को समय के अनुसार फिल्माने की कोशिश की गई है. इस फिल्म के संवाद भी काफी असरदार हैं.
इस फिल्म में जहां एक तरफ इमोशन का जबरदस्त तड़का लगा है, वहीं दूसरी तरफ फिल्म के ऐक्शन सीन भी दर्शकों में रोमांच पैदा करने वाले दिख हैं. इस फिल्म के कर्णप्रिय गाने लिखे हैं मुसाफिर जौनपुरी ने तो गानों को अपने संगीत से सजाया है अरविंद लाल यादव ने.
इन कलाकारों की मौजूदगी भी असरदार
भोजपुरी सिनेमा में चुनिंदा कहानियों पर फिल्में करने वाले अभिनेता सुशील सिंह ने इस फिल्म में सिंह साहब के बड़े भाई अवध नारायण सिंह की भूमिका निभाई है, जो अपने किरदार में पूरी तरह फिट बैठते नजर आते हैं. इस के अलावा इस फिल्म मे जेपी सिंह, रिंकू भारती, वीना पांडेय, मनोज नारायण, दिवाकर श्रीवास्तव, संतोष पहलवान, अरुण सिंह (भोजपुरिया काका), राज मौर्या सहित दूसरे कलाकारों ने भी अपनी भूमिकाओं को जीवंत कर दिया है.
निर्देशन की कसावट
युवा फिल्म निर्देशक धीरज पंडित भोजपुरी सिनेमा में अलग प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने निर्देशन में दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’ के साथ हाल ही में ‘पूर्वांचल’ वैब सीरीज को पूरा किया है. निर्देशक ने समाजसेवक और बिजनेसमैन आरएन सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म को परदे पर उतार यह साबित कर दिया की वे आने वाले दिनों में भोजपुरी सिनेमा को अलगअलग मिजाज की और भी फिल्में देने वाले हैं.
फिल्म निर्माण की जिम्मेदारी
इस फिल्म के निर्माण की जिम्मेदारी गीता सिंह, चंदा सिंह और नीतू सिंह ने संभाली है, जबकि सहनिर्माता संजू सिंह और उदय भगत हैं. कहानी लिखी है शुभम सिंह ने जबकि पटकथा शुभम सिंह और धीरज पंडित ने लिखी है. फिल्म में संवाद भी धीरज पंडित ने दिए हैं. फिल्म का छायांकन सनी और रणविजय सिंह ने संभाला है, जबकि कला निर्देशक महेंद्र सिंह, संकलन रंजीत प्रसाद और प्रोडक्शन मैनेजर की जिम्मेदारी राजेश भगत ने निभाई है. फिल्म का निर्माण रामसखी रामनिवास फिल्म्स प्रा. लिमिटेड के बैनर तले किया गया है.