Saras Salil Bhojpuri Cine Award : सितारों की सजेगी महफिल

Saras Salil Bhojpuri Cine Award : भोजपुरी फिल्में तकरीबन 35 करोड़ लोगों द्वारा देखी जाती हैं. यह आबादी केवल उत्तर प्रदेश और बिहार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भोजपुरिया बैल्ट के लोग दिल्ली, गुजरात, महराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कोनेकोने में फैले हुए हैं.

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हर साल सैकड़ों फिल्में बनती हैं और रिलीज होती हैं, जिन्हें दर्शकों का भरपूर प्यार भी मिलता है. लेकिन दूसरी फिल्म इंडस्ट्रीज की तरह भोजपुरी सिनेमा के लिए फिल्म फेयर या राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की तर्ज पर कोई अवार्ड नहीं होता था, जिस से भोजपुरी कलाकारों, फिल्म निर्माताओं और फिल्म निर्माण से जुड़े टैक्निशियंस का हौसला बढ़ाया जा सके.

ऐसे में देश के सब से बड़े प्रकाशन समूह दिल्ली प्रैस से प्रकाशित पत्रिका ‘सरस सलिल’ द्वारा साल 2020 में पहली बार ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ की शुरुआत की गई थी, जो देखते ही देखते भोजपुरी सिनेमा के लिए दिए जाने वाले सब से बड़े पुरस्कार के रूप में अपनी पहचान बना चुका है.

अभी तक ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ के 5 संस्करणों का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा चुका है, जिस में 2 बार उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में और 3 बार अयोध्या में आयोजन हुआ है.

‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ की तुलना भोजपुरी के औस्कर और भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से की जाती है, इसलिए भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हर किसी का सपना रहता है कि उसे एक बार ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में पुरस्कार जरूर मिले.

सोशल मीडिया पर छाया

तीसरे ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में ‘बैस्ट ऐक्टर’ का अवार्ड मिलने के बाद भोजपुरिया बैल्ट के लोगों को अपनी ऐक्टिंग से कायल बना चुके भोजपुरी सुपरस्टार अरविंद अकेला कल्लू ने सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘कहा जाता है कि सब्र का फल मीठा होता है और पुरस्कार हमेशा कलाकार का मनोबल बढ़ाता है. अपने अभिनय जीवन के 11 साल गुजारने के बाद मु झे कल रात फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ नायक 2021’ का अवार्ड मिला.

‘यह अवार्ड मैं अपने पिता के उस संघर्ष को समर्पित करता हूं, जिस के कारण आज मैं हूं. मेरे साथ मेरी इस फिल्म को 12 अवार्ड मिलने पर मेरी खुशी दोगुनी हो गई है. पूरी टीम को बधाई. हमारी मेहनत रंग लाई.

‘मैं उन तमाम निर्माताओं और निर्देशकों का आभारी हूं, जिन के कारण मेरी अभिनय यात्रा सतत चलती रही है और आगे भी उन का प्यार और आशीर्वाद बना रहे.

‘मैं ‘सरस सलिल’ का आभारी हूं, जिस के कारण मु झे यह सुखद अनुभूति हुई. मेरे तमाम दर्शकों को दिल
से प्रणाम. अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें.’

अरविंद अकेला कल्लू की इस पोस्ट को लाखों लोगों के लाइक्स मिले थे.

तीसरे अवार्ड शो में दिए गए अवार्डों को ले कर ‘बताशा चाचा’ के नाम से मशहूर ऐक्टर और कौमेडियन मनोज सिंह टाइगर ने बाकायदा एक वीडियो जारी कर के कहा था कि इस वीडियो को बनाने के पीछे का खास मकसद है. कुछ ऐक्सप्रैशंस देखे, कुछ वीडियो देखे, विनोद मिश्राजी का, कल्लू का, सुनील मां झी और तमाम सारे कलाकारों को स्टेज पर बोलते हुए देखा.

‘सरस सलिल’ का अवार्ड फंक्शन जो बस्ती में हुआ, बड़ी खुशी हुई कि यार, ये भी टैलेंटेड हैं. कल्लू 11 साल से सिनेमा कर रहा है और यह बात मेरे दिमाग में ही नहीं आई कि 11 साल से उस बच्चे को अवार्ड ही नहीं दिया गया. एक ऐक्टर के तौर पर क्या उस ने कोई काम ही नहीं किया था कि उसे पुरस्कार मिले?

विनोद मिश्रा इतने उच्च कोटि के कलाकार हैं, इतने सालों में उन्हें कभी मंच पर बुलाया ही नहीं गया था अवार्ड के लिए. यह सोचने वाली बात है. ‘सरस सलिल’ ने ऐसे कलाकारों को बुला कर अवार्ड दिए, इस से मुझे दिल से खुशी मिली है.

मनोज सिंह टाइगर के इस वीडियो को फेसबुक पर लाखों लोगों नें देखा और सराहा था.

जानेमाने ऐक्टर संजय पांडेय ने पिछले संस्करणों में अवार्ड मिलने पर अपनी फेसबुक वाल पर लिखा था कि कल मैं ‘सरस सलिल’ के अवार्ड शो में था. अच्छा लगा. बहुत कमियां भी थीं, बहुत खूबियां भी थीं.

आसान होता है किसी व्यक्ति विशेष या आयोजन पर टिप्पणी करना. सिर्फ शब्द ही फेंकने हैं और एक लंबी बहस शुरू हो जाती है. उस में पैसा नहीं लगता, पर फिर भी अगर हम उन कमियों की ओर इशारा न करें तो वे और बढ़ेंगी.

इस बात की मैं तारीफ करूंगा कि ‘सरस सलिल’ में इस बार कुछ अवार्ड ऐसे थे, जो काबिलेतारीफ थे, जैसे इतनी फिल्में करने के बाद कल्लूजी को अवार्ड देना. जो खुशी उन के चेहरे पर दिख रही थी, वह अद्भुत थी और वे इस के हकदार भी थे. और एक कलाकार, जिन का मैं बहुत बड़ा फैन हूं, वे हैं विनोद मिश्रा.

उन्होंने जो मंच पर कहा, वह लाइन तो कमाल थी. हिल गया मैं सुन कर. आप से सा झा कर रहा हूं. हमारी श्रीमतीजी हम से हमेशा कहती रहीं कि एजी, सब के अवार्ड मिलेला, आप के काहे नईखे मिलत. राउर कौनो जुगाड़ नईखे का ओईजा. ता देख ला हो आज हमरो जुगाड़ लाग गईल, ता ला हे वंदना मिश्रा तोरे पगला के भी आज अवार्ड मिल गईल.

अरे सुन रही हो, आज मु झे भी अवार्ड मिल गया. आंखें भर आईं उन की ये बातें मंच पर सुन कर, आईना दिखा दिया उन्होंने, फिर भी अगर बात सम झ में न आए तो अफसोस.

अवार्ड चयन की प्रक्रिया

‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ के लिए ‘सरस सलिल’ पत्रिका की तरफ से अवार्ड के लिए नौमिनेशन आमंत्रित किए जाते हैं, जिस में 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच प्रदर्शित फिल्मों को शामिल किया जाता है.

इस में सालभर के भीतर रिलीज भोजपुरी फिल्मों के आधार पर लीड ऐक्टर्स, ऐक्ट्रैसेज, सपोर्टिंग ऐक्टर्स समेत फिल्मों में काम करने वाले टैक्निशियंस से जुड़ी दर्जनों कैटेगरी शामिल होती हैं.

आवेदन की अंतिम तिथि तक ‘सरस सलिल’ पत्रिका द्वारा आवेदन के लिए जारी आधिकारिक ईमेल आईडी पर फिल्मों के नामांकन विभिन्न कैटेगरी में भेजने होते हैं.

इन प्राप्त आवेदनों के आधार पर अवार्ड की जूरी टीम द्वारा की गई स्क्रीनिंग अलगअलग कैटेगरी के अवार्डों के लिए नामों को फाइनल करती है और चयनित अवार्ड की घोषणा अवार्ड सैरेमनी के दिन मंच पर की जाती है.

इन को मिला सम्मान

पिछले 5 संस्करणों में जिन भोजपुरी हीरोहीरोइनों के साथ फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों को विभिन्न कैटेगरी में अवार्ड प्रदान किया गया है, उन में दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’, प्रदीप पांडेय ‘चिंटू’, अरविंद अकेला कल्लू, समर सिंह, विमल पांडेय, गुंजन सिंह, आम्रपाली दुबे, रितु सिंह, अंजना सिंह, रक्षा गुप्ता, अनारा गुप्ता, श्रुति राव, पल्लवी गिरी, पाखी हेगड़े, यामिनी सिंह, कनक पांडेय, संजना सिल्क, मधु सिंह राजपूत, निशा सिंह, कनक यादव, संजय पांडेय, देव सिंह, अनूप अरोरा, बृजेश त्रिपाठी, सीपी भट्ट, प्रियंका सिंह, अंतरा सिंह ‘प्रियंका’, कविता यादव, अलका झा, संजोली पांडेय, ममता राऊत, अनुपमा यादव, ओम झा, विनय बिहारी, राज प्रेमी, संतोष श्रीवास्तव, शुभम तिवारी, देवेंद्र तिवारी, आरआर सिंह, बृजेश त्रिपाठी, प्रिंस सिंह राजपूत, मनोज सिंह ‘टाइगर’, आरके गोस्वामी, रोहित सिंह ‘मटरू’, लोटा तिवारी, धामा वर्मा, रजनीश मिश्र, संजय कुमार श्रीवास्तव, राजकुमार आर. पांडेय, पराग आर. पाटिल खास थे.

पिछले 5 अवार्ड शो के दौरान बैस्ट फिल्म डायरैक्टर, बैस्ट आर्ट डायरैक्टर, बैस्ट फिल्म प्रोड्यूसर, बैस्ट फिल्म स्टोरी राइटर, बैस्ट म्यूजिक डायरैक्टर, बैस्ट कोरियोग्राफर जैसी तकरीबन 50 कैटेगिरी में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े 200 से ज्यादा लोगों को अवार्ड दिए जा चुके हैं.

जल्द करें नौमिनेशन

छठे ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ के लिए नौमिनेशन के लिए अंतिम तिथि की घोषणा की जा चुकी है, जिस में 1 जनवरी, 2024 से 31 दिसंबर, 2024 के बीच कोई भी भोजपुरी फिल्म जो सिनेमाघर या टैलीविजन पर पहली बार रिलीज की गई है, का नामांकन 15 मार्च, 2025 तक भेजा जा सकता है.

ऐतिहासिक होगा अवार्ड शो

इस बार छठे ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ का आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के आडिटोरियम में किया जाएगा, जो अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में आयोजित होने जा रहा है.

इस अवार्ड सैरेमनी में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सभी बड़े ऐक्टरों को आमंत्रण भेजे जाने शुरू किए जा चुके हैं.

इन में दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’, खेसारीलाल यादव, पवन सिंह, प्रदीप पांडेय ‘चिंटू’, अरविंद अकेला कल्लू, यश मिश्रा, रितेश पांडेय, समर सिंह, विमल पांडे, विक्रांत सिंह, संजय पांडेय, देव सिंह जैसे नाम शामिल हैं.

इस के अलावा हीरोइनों में आम्रपाली दुबे, मेघाश्री, अक्षरा सिंह, रानी चटर्जी, अंजना सिंह, रक्षा गुप्ता, मनी भट्टाचार्य, काजल राघवानी, यामिनी सिंह, संचिता बनर्जी, गुंजन पंत, रिचा दीक्षित आदि को भी आमंत्रण भेजा जा रहा है.

रंगारंग होगा कार्यक्रम

लखनऊ में होने जा रहे छठे ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में दर्शक अपने पसंदीदा कलाकारों की लाइव पेशकश का लुत्फ उठाएंगे. इस अवार्ड सैरेमनी के लिए कोई भी प्रवेश टिकट या प्रवेश शुल्क नहीं होगा.

पिछले कई सालों से इस अवार्ड शो से जुड़े भोजपुरी गायक व कलाकार विवेक पांडेय इस बार भी इस आयोजन को कामयाब बनाने में कड़ी मेहनत कर रहे हैं.

रंगारंग नाइट के बीच छाप छोड़ गया ‘5वां सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’

भोजपुरी सिनेमा में सब से बड़े ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ का 5वां साल कई माने में काफी खास रहा. इस साल भी इस का आयोजन उत्तर प्रदेश में ‘अयोध्या महोत्सव’ मंच पर 4 जनवरी, 2024 को किया गया. इस में ‘भोजपुरी के अमिताभ बच्चन’ कहे जाने वाले कुणाल सिंह के साथसाथ आजमगढ़ के सांसद और जुबली स्टार दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’, आम्रपाली दुबे, संजय पांडेय, अंजना सिंह, देव सिंह सहित टौप के कलाकारों ने शिरकत की.

अयोध्या जिले के ‘फौर एवर लौन’ में रंगारंग कार्यक्रम शुरू होने के 3 घंटे पहले ही दर्शकों के लिए लगाई हजारों सीटें खचाखच भर गई थीं. दर्शकों का भोजपुरी कलाकारों के प्रति दीवानगी का यह आलम था कि कार्यक्रम स्थल पर तिल रखने की जगह नहीं बची थी. कड़ाके की ठंड भी फैंस का हौसला नहीं तोड़ पाई.

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इस भोजपुरी रंगारंग नाइट का आगाज ‘अयोध्या महोत्सव न्यास’ के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने किया. वे बोले कि ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ वर्तमान में भोजपुरी सिनेमा का सब से बड़ा अवार्ड बन चुका है. ‘सरस सलिल’ जब तक चाहे तब तक ‘अयोध्या महोत्सव न्यास’ भोजपुरी सिने अवार्ड को होस्ट करेगा.

इन का रहा खास रोल

‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में ‘अयोध्या महोत्सव न्यास’ के अलावा जनार्दन पांडेय ‘बबलू पंडित’ ने खास रोल निभाया. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को निमंत्रित करने से ले कर उन के आवभगत में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी. इस के अलावा गायक विवेक पांडेय ने भी आयोजन को कामयाब बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की.

स्टेज पर झूमे कलाकार

अवार्ड की शुरुआत सागर शान एंड टीम ने डांस से की, तो उन के ऐक्शन और स्टंट ने दर्शकों में रोमांच भर दिया. छरहरे बदन वाले हीरो विमल पांडेय और हीरोइन पल्लवी गिरि की जोड़ी ने अपने डांस से युवा दिलों की धड़कनें बढ़ा दीं. लिटिल स्टार आर्यन बाबू ने जब स्टेज पर एंट्री मारी, तो दर्शकों की सीटियां रुकने का नाम नहीं ले रही थीं. भोजपुरी के पहले रैप सिंगर हितेश्वर ने अपने रैप से माहौल को रंगीन बना दिया.

इस के अलावा सूर्य प्रताप यादव ऐंड पार्टी, प्रमिला घोष और विजय यादव व राजेश गौड़ की पेशकश पर भी लोग रातभर झूमते रहे. दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’ तो स्टेज पर आने के बाद खुद को रोक नहीं पाए और उन्होंने माइक संभाल कर खुद गाना गा कर आम्रपाली दुबे के साथ डांस किया. इस दौरान ‘कहरवा’ टीम के लोगों ने उन के साथ डांस किया.

प्रमोद शास्त्री को मिला बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड

भोजपुरी फ़िल्म जगत में प्रयोगधर्मिता के साथ सिनेमा निर्माण की पहचान रखने वाले निर्देशक प्रमोद शास्त्री को बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड मिला है। उन्हें यह अवार्ड प्रसिद्ध  दिल्ली प्रेस की महत्वपूर्ण पत्रिका सरस सलिल के द्वारा आयोजित भोजपुरी सिने अवार्ड में इस सम्मान से नवाजा गया है।  यह अवार्ड उन्हें उनकी फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ में बेतरीन डायरेक्शन के लिए दिया गया। वहीं इस फ़िल्म के हिस्से और भी कई अवार्ड आए। बता दें कि प्रमोद शास्त्री के लिए सरस सलिल भोजपुरी सिने अवॉर्ड यह दूसरी बार हुआ है कि उनके कार्यों को इस सम्मान से सराहा गया है। उन्हें इससे पहले भोजपुरी फ़िल्म छलिया के लिए बेस्ट डायरेक्टर (क्रिटिक) का अवार्ड मिल चुका है।

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प्रमोद शास्त्री ने अपने क्रिएशन क्षमता को कभी बांध कर नहीं रखा और एक के बाद एक बेहतरीन व सराहनीय फिल्मों के निर्माण में वे आज भी लगे हैं। प्रमोद शास्त्री इन दिनों अपनी डेब्यू हिंदी फिल्म की शूटिंग में बिजी हैं, जिसका नाम है “तुम तक”। उन्होंने हाल ही में इस फ़िल्म के 35 दिनों का शूटिंग शेड्यूल पूरा किया। इस शेड्यूल की शूटिंग नैनीताल उत्तराखंड हुई है, जबकि मई प्रथम सप्ताह में गानों की शूटिंग के लिए वे कश्मीर जाने वाले हैं, जहां की मनोरम वादियों को वे अपने सिनेमाई स्कोप से दर्शकों को सामने लाने वाले हैं।

प्रमोद शास्त्री का कल्चरल एक्टिविटी में रुचि स्कूल के दिनों से ही रही है। उसके बाद कॉलेज के दिनों में वे नाटक लिखते और निर्देशित करते थे, जिसे यूनिवर्सिटी स्तर के साथ – साथ राज्य स्तर पर भी सराहा गया। इसके बाद डॉ राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी कॉलेज से उन्होंने स्नातक की और फिर प्रमोद शास्त्री सपनों के शहर बॉम्बे चले गए, जहां उन्होंने नवोदित फिल्म और टेलीविजन उद्योग में शामिल हो गए। यहां एक सहायक के रूप में शुरुआत की और निर्देशक बनने के लिए अपने तरीके से काम किया। इसके बाद निर्देशक प्रमोद शास्त्री ने “किसे रोके रुका है सवेरा” टीवी धारावाहिक लिखा और निर्देशित किया जो डीडी किसान चैनल पर बहुत लोकप्रिय हुआ।

उन्होंने मेगास्टार रवि किशन अभिनीत फिल्म आपन माटी आपन देस का निर्माण किया, जिसे ‘भोजपुरी फिल्म अवार्ड्स’ के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में प्रमुख पुरस्कार जीते। इसके बाद प्रमोद शास्त्री ने फिल्मों का निर्देशन करने का रुख कर लिया। फिर उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और उन्होंने रब्बा इश्क ना होवे, छलिया, प्यार तो होना ही था जैसी फिल्मों का सफल निर्देशन किया। इन फिल्मों में भोजपुरी सिनेमा के बड़े नाम थे। उनकी फिल्मे सामाजिक रूप से प्रासंगिक विषयों के इर्द-गिर्द केंद्रितरहती है, जो कमर्सियल के साथ सार्थक भी होती है। उनकी फिल्मों ने जनता के दिलों को छुआ और बॉक्सऑफिस पर उनका जलवा बरकरार है प्रमोद शास्त्री द्वारा लिखित और निर्देशित मल्टी स्टारर मेगा बजट फिल्म “आन बान शान” जल्द ही सिनेमा हॉल में दस्तक देने वाली है…

सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड : सीपी भट्ट को मिला बेस्ट कौमेडियन का अवार्ड

भोजपुरी फिल्म अभिनेता सीपी भट्ट (CP Bhatt) को सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड (Saras Salil Bhojpuri Cine Award) में ज्यूरी द्वारा बेस्ट कौमेडियन (Best Comedian) का अवार्ड दिया गया. यह अवार्ड वर्ष 2019 में प्रदर्शित फिल्म “ये इश्क बड़ा बेदर्दी” में किये गए दमदार कौमेडी रोल के लिए दिया गया सीपी भट्ट ने इस अवार्ड शो की एंकरिंग भी की और औडियंस को अपने कामेडी के जरिये हंसाया भी. उन्होंने खुद गाने भी गाये और ठुमके भी लगाये.

वैसे भोजपुरी फिल्मों में अभिनय के क्षेत्र में बादशाहत कायम करने वाले हरफनमौला अभिनेता सीपी भट्ट का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. सीपी भट्ट भोजपुरी फिल्मों के एक मात्र अभिनेता हैं जो हर रोल में फिट बैठते हैं. इसी लिए उनके लिए एक कहावत है की सीपी फिट तो पिक्चर हिट. उन्होंने अभी तक ढाई सौ से भी अधिक फिल्मों में अभिनय किया है. उन्होंने कौमेडी, इमोशंस, निगेटिव  हर रोल में खुद के अभिनय के जरिये एक अलग छाप छोड़ी है. उनकी फिल्मों में व्यस्तता इतनी है कि उन्हें एक फिल्म से फुर्सत मिलती नहीं कि दूसरी फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाती है. वह भोजपुरी के सबसे व्यस्त अभिनेताओं में से एक है.

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उन्होंने दबंग सरकार, साजन चले ससुराल, नागिन, इच्छाधारी, लवारिश, मुकद्दर,  कुली नंबर वन, दूल्हे राजा, घरवाली बाहरवाली, सुहाग जैसी सुपरहिट फिल्मों में दमदार अभिनय किया था जिसके चलते फिल्म सुपरहिट रही थी. हाल ही में आई भोजपुरी फिल्म कुली नम्बर 1 में उनके अभिनय को काफी सराहा गया था.

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सीपी भट्ट इस वर्ष कई फिल्में कर रहें हैं जिनमें से अधिकतर इस साल ही प्रदर्शित भी होनी है इसमें से उम्भा नरसंहार पर आधारित उनकी एक फिल्म भी आ रही है जिसमें उन्होंने निगेटिव रोल निभाया है.

ये इश्क बड़ा बेदर्दी है पूरी फिल्म का लिंक-

https://www.youtube.com/watch?v=WBsP5jUctgA

कुली नम्बर वन ट्रेलर लिंक –

सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड: राज प्रेमी बनें बेस्ट नेगेटिव एक्टर “क्रिटिक्स”

बौलीवुड, छोटे पर्दे और भोजपुरी (Bhojpuri) में सर्वाधिक चर्चित चेहरे के रूप में पसंद किये जाने वाले राज प्रेमी (Raj Premi) को फिल्मों में किये गए उनके निगेटिव रोल के आधार पर सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड (Saras Salil Bhojpuri Cine Award) के पहले सीजन में बेस्ट नेगेटिव एक्टर “क्रिटिक्स” (Best Negative Actor “Critics”) का अवार्ड दिया गया. ज्यूरी ने इस कैटेगरी का अवार्ड अब तक प्रदर्शित उनकी फिल्मों के आधार पर दिया. बस्ती में हुए अवार्ड शो में पहुचें राज प्रेमी ने औडियंस से अपने अभिनय से जुडी तमाम बातें शेयर की.

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राज प्रेमी भोजपुरी सिनेमा के एक मात्र ऐसे कलाकार हैं जो भोजपुरी के साथ बौलीवुड, मराठी और छोटे पर्दे पर भी सक्रिय रहतें हैं. उनकी पर्सनैल्टी और आवाज उनके अभिनय को और भी दमदार बनाती है. राज प्रेमी रामानंद सागर के लोकप्रिय धारावाहिक कृष्णा में ‘हिरण्‍य कश्‍यप’ का और संजय खान की धारावाहिक ‘जय हनुमान’ में हनुमान के कालजयी किरदार से चर्चित हुए. राज प्रेमी नें बौलीवुड की वीर, क्रांतिवीर, अनुराग कश्यप की फिल्म बाम्बे वेलवेट में यादगार रोल किए हैं.

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उन्होंने दिनेशलाल यादव निरहुआ के साथ ‘दूल्‍हे राजा’, पवन सिंह के साथ ‘योद्धा’, ‘चाइलेंज’ व ‘सैईंया सुपरस्‍टार’ और खेसारीलाल यादव के साथ ‘तेरे नाम’, ‘छपरा एक्‍सप्रेस’ व ‘लतखोर’ जैसी हिट फिल्मों में यादगार रोल किये हैं.

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राजप्रेमी ने स्टार भारत के सर्वाधिक चर्चित धारावाहिक काल भैरव रहस्य में लीड भूमिका निभाई है. यह धारावाहिक उस समय इतना पसंद किया गया था की लोग सारे काम छोड़ कर इस धारावाहिक को जरुर देखते थे. इस धारावाहिक के चलते स्टार भारत  की टीआरपी सबसे ऊपर रही थी.

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राजप्रेमी ने हाल ही में भोजपुरी फिल्म तुमसे अच्छा कौन है की शूटिंग पूरी की है. इस फिल्म में वह सबसे मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे. फिल्म में उनके साथ शुभम तिवारी, देव सिंह, रितु सिंह, और धामा वर्मा भी मुख्य भूमिका में नजर आने वालें हैं. इस फिल्म की शूटिंग गोरखपुर के खूबसूरत लोकेशन्स में की गई है.

छपरा एक्सप्रेस फिल्म का ट्रेलर लिंक –

दूल्हे राजा फिल्म का ट्रेलर लिंक –

 

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