अक्सर समाचार माध्यमों और मीडिया में एक खबर होती है कि फलां व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. सात जन्मों का भारतीय दर्शन, जो यह बताता है कि पति पत्नी का संबंध एक जन्म का नहीं बल्कि सात जन्मों का होता है और इस फिलासफी पर भारतीय समाज गर्व करता है. ऐसे में यक्ष प्रश्न यह खड़ा हो जाता है कि कोई पति अपनी अर्धांगिनी की हत्या क्यों कर देता है?
आज इस आलेख में हम इस महत्वपूर्ण मसले पर प्रकाश डालने का प्रयास कर रहे हैं.और बताने का यह प्रयास भी. यह जनवरी 2021 में पति पत्नी के संबंधों में आई खटास और परिणाम स्वरूप हत्या जैसी सच्ची घटनाओं पर आधारित है .
पहली घटना-
छत्तीसगढ़ के जिला कोरबा के थाना बालकों में एक पति ने अपनी पत्नी को इसलिए मार दिया क्योंकि उसे उसके अवैध संबंधों की जानकारी हो गई.
दूसरी घटना –
छत्तीसगढ़ जिला रायगढ़ के थाना तमनार में एक शख्स ने अपनी पत्नी को आशा होते विवाद के कारण परेशान होकर मार डाला.
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तीसरी घटना –
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर थाना अंतर्गत एक शख्स ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि उसे समय पर भोजन नहीं देती थी.
अक्सर समाचार पत्रों में पुलिस के माध्यम से यह समाचार सुर्खियों में रहता है कि पति ने पत्नी की हत्या कर दी और पुलिस ने विवेचना के पश्चात पति को जेल भेज दिया. इस संपूर्ण घटनाक्रम के पीछे के सच को अक्सर उजागर नहीं किया जाता अथवा पाठक वर्ग सरसरी निगाह से उसे देखते हुए आगे निकल जाता है.
इस आलेख में ऐसी ही घटनाओं को बयां करते हुए हम यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि ऐसी घटनाओं पर कैसे अंकुश लगाया जा सकता है.
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य जिला रायगढ़ के तमनार के इंदिरानगर में एक वृद्ध ने अपनी पत्नी की टांगी मारकर हत्या कर दी. आरोपी घर में ताला बंद कर अपनी बेटी के पास पहुंचा और पत्नी की हत्या करने की बात कही. इसके बाद से आरोपी फरार है.तमनार पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी को तलाशने में लगी हुई है. पुलिस ने हमारे संवाददाता को बताया छोटेलाल सहिस अपनी पत्नी सुकांति सहिस के साथ इंदिरा नगर में रहता था. दोनों के बीच विवाद हुआ.विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी ने टांगी से पत्नी की हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी घर बंद कर अपनी बेटी के घर गया. यहां पर उसने अपनी पत्नी को मारने की बात कही और निकल गया. सूचना पर मृतका के दामाद और बेटा घर पहुंचे. महिला आंगन में लहूलुहान होकर पड़ी हुई थी. पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर आकर शव का पंचनामा किया और हत्या आरोपी पति को तलाश कर रही है.
नए साल से हो गयी दुखद शुरुआत
छत्तीसगढ़ में नव वर्ष 2021 की शुरुआत एक ऐसी घटना से मानो शुरू हुई.जिला राजनांदगांव के उपनगर डोंगरगढ़ के समीपस्थ ग्राम रूदगांव में एक महिला की हत्या के मामले में अंततः पति ही अपनी पत्नी का हत्यारा निकला . लम्बे समय तक हंसी-खुशी पारिवारिक जीवन बिताने के बाद ऐसी क्या बात हो गई कि पति को अपनी पत्नी की हत्या करने जैसी गंभीर घटना को अंजाम देना पड़ा?
इसका कारण पुलिस व ग्राम वासियों के लिए एक अनसुलझी पहली बन गई . पुलिस की गिरफ्त में आया पति हत्या का का कोई कारण नहीं बता रहा था.
उल्लेखनीय है कि विगत एक जनवरी को नववर्ष की भोर के साथ ही मितानिन प्रशिक्षक का कार्य करने वाली कोमिन देवांगन (48 वर्ष) की हत्या की खबर ग्राम रूदगांव सहित आसपास सनसनी के रूप में फैल गई . प्रारंभिक पूछताछ में ही शक की सुई महिला के साथ रहने वाले पति की तरफ ही घूम रही थी.वैसे इस मामले में इस बात की पुष्टि हो गई थी कि पति ने ही अपनी पत्नी की हत्या की है. वहीं डाग स्क्वाड की मदद से भी पुलिस ने पति को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ की. परन्तु सबसे बड़ा सवाल भी अनसुलझा रह गया कि इतने लम्बे समय तक हंसी खुशी पारिवारिक जीवन बिताने के बाद पति पत्नी के बीच ऐसी क्या परिस्थितियां बनी कि पति ने क्रोधित होकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपित पति हत्या के पीछे के कारण के संबंध में कुछ नहीं बता रहा था. दरअसल, यह तथ्य अंततः सामने आ गया कथित हत्या इसलिए हुई क्योंकि पति को पत्नी पर शक था कि उसके अन्यत्र अवैध संबंध हैं.
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पत्नी को मारा और कर ली आत्महत्या
छत्तीसगढ़ के जिला बलरामपुर के एक लौज में युवक ने पहले गला दबाकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी और फिर खुद भी फांसी लगा जान दे दी. पुलिस ने हमारे संवाददाता को बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित एक लॉज में महिला का शव मिला, दूसरी तरफ युवक बाथरूम में फंदे से लटका मिला. दोनों की उम्र कर 28 साल है. यहां महत्वपूर्ण तथ्य है कि आखिर क्यों
घर जाने के बजाय लॉज में रुके थे पति-पत्नी…. और क्यों ऐसा गंभीर कदम उठाया गया.
पुलिस ने बताया कि बलरामपुर के कंचन नगर निवासी विद्युत विश्वास और अपनी पत्नी रिक्ता मिस्त्री के साथ रायपुर गया था. लौटने के बाद दोनों घर जाने के बजाय एसएस लॉज में रुक गए थे. इसके बाद दोनों के शव लॉज के कमरे में मिले. इसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. ऐसी ही जाने कितनी ही घटना है आए दिन घटित होती हैं और इनका गंभीर विवेचन नहीं हो पाता कि आखिर घटनाक्रम के पीछे का सच क्या है ताकि समाज में इसका हल निकाला जा सके. सामाजिक कार्यकर्ता और संगीत के द्वारा मनोविज्ञान के अध्ययेता घनश्याम तिवारी के अनुसार सबसे अहम सवाल होता है पति पत्नी के बीच एक दूसरे पर विश्वास जब यह विश्वास की मीनार दरकने लगती है तब हत्या जैसी घटना घटित होती है.
छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के अधिवक्ता डॉ उत्पल अग्रवाल के मुताबिक न्यायालय में जाने कितने केस हत्या के आते हैं जिनमें बहुतेरे पति द्वारा पत्नी की हत्या के ही होते हैं मैंने यह समझा है कि इसका महत्वपूर्ण कारण अवैध संबंध अथवा शक की सुई ही होता है.
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सामाजिक कार्यकर्ता रमाकांत श्रीवास के मुताबिक अगर पति पत्नी दोनों समझदारी सूझ बूझ से काम लें और अपनी अपनी जिम्मेदारी और दायित्व को समझें तो कभी भी हत्या जैसा घटनाक्रम घटित नहीं होगा.