जबसे सोशल मीडिया का आगमन हुआ है ऑनलाइन ठगी के नये नये तरीके भी इजाद हो चलें है. इनमें एक मामला और जुड़ गया है. आप सतर्क हो सकते हैं .
दरअसल, बड़ी होटलों के नाम पर फेसबुक में अकाउंट खोल कर लोगों को आकर्षित करते हुए दाना चुगाने के समान खेल शुरू हो चुका है.अनेक लोग इसमें फंसकर अपने गाढ़ी कमाई के पैसे लूटा चुके हैं.
मला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का है. जहां यह ठगी का खेल शुरू हुआ और इन पंक्तियों के लिखे जाने तक पुलिस विवेचना जारी है. ठग इतने दु:साहसी, चतुर हैं कि पुलिस को धता बताते हुए अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. ऐसे में अब यह और आवश्यक हो गया है कि आप सोशल मीडिया का उपयोग करते समय किसी भी लालच के फंदे में न फंसे.
दरअसल सीधा सरल तरीका अपनाते हुए छत्तीसगढ़ के रायपुर में ठगों ने नामचीन होटलों के नाम का उपयोग करते हुए सोशल मीडिया में लोकलुभावन विज्ञापन जारी कर दिए. फंदे में फंसते ही देखते ही देखते हैं लोग अपने बैंक अकाउंट खाली होने पर ठगा महसूस करने लगे और मामला अंततः साइबर क्राइम के पास पहुंच चुका है.
ऑनलाइन ठगी का नया दांव
राजधानी रायपुर के पुलिस अधिकारी बताते हैं कि यह देश का अपने आप में पहला हथकंडा है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके सीधे लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे गायब किए जा रहे हैं.
राजधानी रायपुर में होम डिलीवरी फूड में एक के साथ दो फ्री का दिया ऑफर फेसबुक में विज्ञापन देकर किया गया इसमें एडवांस पेमेंट करते ही खाते से सारे रुपए निकाल लिए गए. राजधानी रायपुर में कुछ दिन पहले होम डिलीवरी फूड में एक के साथ दो फ्री का ऑफर विज्ञापन सोशल मीडिया में खूब चला. लोगों ने जब फोन किए तो उनसे कहा गया आपको एडवांस पेमेंट करना होगा और जैसे ही पैसे का भुगतान किया की खाते से सारे के सारे रुपए मानो छूमंतर हो गए. पुलिस जानकारी के अनुसार थाना मौदहापारा क्षेत्र में एक स्पोर्ट्स टीचर के साथ ठगी हुई उसके बैंक खाते में जमा सारे रुपए किसी जादू की तरह गोल हो गए जब उसे यह मैसेज आया तो वह भागा भागा पुलिस के पास पहुंचा, रपट लिखाई और अपने खाते को बंद कराने बैंक में जानकारी दी. इस तरह कुल मिलाकर फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया को ठगों ने अपना माध्यम बनाया.
इस ठगी के मामले में हमारे संवाददाता द्वारा खोजबीन करने पर यह तथ्य सामने आए- नयापारा निवासी फारूख अहमद खान स्पोर्ट्स टीचर हैं। उनकी बेटी ने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी रोड स्थित एक नामी रेस्टारेंट का विज्ञापन देखा. उसमें एक थाली के साथ दो थाली फ्री भोजन का ऑफर था. यह विज्ञापन देखकर वह खुश हो गई और उसमें दिए गए नंबर पर कॉल किया तो उधर से एडवांस पेमेंट करने के लिए मधुर स्वर में निवेदन करते हुए कहा गया.
ठगों द्वारा एडवांस पेमेंट के लिए लिंक दी गई. इस लिंक पर क्लिक कर उन्होंने फोन पे के जरिए पेमेंट कर दी गई.इसके बाद बिना ओटीपी डाले उनके खाते से 12291 रुपए निकल गए. जब थोड़ी देर बाद जब बैंक का उनके मोबाइल पर मैसेज आया तो उन्हें इसका पता चला. विज्ञापन में जो नंबर दिया गया, वो भी बंद हो चुका था. प्रारंभ में यह लगा कि ऐसा गलती से हो गया होगा होटल नामचीन है, पैसे कहां जाएंगे? मगर पैसा वापसी के लिए ईमेल किया, लेकिन रुपए नहीं मिले. तब जाकर खोजबीन करने पर धीरे-धीरे यह तथ्य सामने आ गया कि उनके साथ ठगी की गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि उक्त नामचीन होटल में फोन आया कि अगर आप एक लाख दोगे तो आपकी होटल का विज्ञापन हटा दिया जाएगा, अब होटल वाले ने भी थाने की शरण ली है.
चीन की कंपनी के नाम पर ठगी
राजधानी रायपुर के डीडी नगर क्षेत्र में एप्पल कंपनी का मोबाइल खरीदने एक युवक ने ऑनलाइन ऑर्डर दिया फिर शुरू हो गया ई-मेल, फिर वॉट्सऐप पर मैसेज भेज कस्टम व जीएसटी के नाम पर लिए गए रुपए और उसे ठगी का शिकार बना दिया गया.
कोरोना संक्रमण के बीच छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन ठगी के मामले भी बढ़े हैं. रायपुर में चीन की कंपनी “अलीबाबा डॉट कॉम” के नाम पर 1.58 लाख रुपए की ठगी युवक से हुई. पुलिस बताती है कि ऑनलाइन एप्पल का मोबाइल मंगवाने के लिए ऑर्डर किया गया था.रुपए ट्रांसफर हो गए, लेकिन मोबाइल नहीं आया तो डीडी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
डीडी नगर सेक्टर-2 निवासी प्रथम जैन ने अलीबाबा डॉट कॉम पर दिए मोबाइल नंबर पर एप्पल का मोबाइल खरीदने के लिए ऑर्डर दिया. इस पर मैसेज करने के बाद प्रथम को कंपनी से ई-मेल आया. इसमें एक मोबाइल नंबर था. दिए गए नंबर पर प्रथम ने वॉट्सऐप के माध्यम से बातचीत शुरू की.
दो मोबाइल के दाम 64173 रुपए बताए गए
इस दौरान प्रथम को दो मोबाइल का दाम 64173 रुपए बताया गया। साथ ही पेमेंट के लिए एक खाता नंबर दिया गया. इस पर प्रथम ने एसबीआई खाते से फोन पे के जरिए पैसा ट्रांसफर कर दिया. फिर नए नंबर से कॉल आया और प्रथम को पेमेंट कन्फर्म होने और मोबाइल डिलीवर करने की जानकारी दी गई.
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कस्टम चार्ज और जीएसटी के नाम पर लिए 94 हजार रुपए
दो दिन बाद फिर उसी नंबर से मैसेज आया और कस्टम चार्ज के लिए 50 हजार रुपए मांगे गए. प्रथम जैन ने फिर रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद जीएसटी के नाम पर 44 हजार रुपए ट्रांसफर कराए गए.इतना समय बीत जाने के बाद भी जब मोबाइल नहीं आया तो उसने मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया, लेकिन वे बंद मिले. अब पुलिस रिपोर्ट के बाद मामले की जांच कर रही है मगर यहां हम यही कहना चाहेंगे कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन खरीदारी में धोखे की संभावना बनी रहती है अतः सावधानी सतत जरूरी है.