सवाल

मैं 25 वर्षीय अविवाहित युवक हूं. अपने बड़े भाई की साली से प्यार करता हूं. मैं उस से शादी करना चाहता हूं. लड़की भी शादी के लिए तैयार है. इतना ही नहीं, उस के घरवालों को भी इस विवाह से कोई ऐतराज नहीं है. मेरी मां इस शादी के सख्त खिलाफ हैं. इस के लिए ठोस वजह भी है. दरअसल, मेरी भाभी (लड़की की बहन) बहुत ही तेजतर्रार और घमंडी स्वभाव की हैं. उन्होंने न तो कभी अपने पति को और न ही घर के बाकी सदस्यों को कोई मानसम्मान दिया है.

मेरी भाभी ने छोटों के प्रति भी कभी सद्भाव नहीं रखा है. वह सिर्फ और सिर्फ अपनी परवाह करती हैं. अपने मन की करती हैं. यही वजह है कि मेरे भैया और मम्मीपापा के विरोध के बावजूद वे एक प्राइवेट कंपनी में बहुत ही निचले स्तर की नौकरी करने लगी हैं. इस से घर के कामकाज और बच्चों की जिम्मेदारी मां पर आ गई. मेरी मां कहती हैं कि जब बड़ी बेटी ने हमारे नाक में दम कर रखा है और घर में आएदिन कलह होती है, तो ऐसे में यदि मैं उस की बहन से शादी कर लूंगा तब दोनों बहनें घर की दुगर्ति करेंगी, मुझे समझना चाहिए.

मैं ने उन्हें बहुत समझाने का प्रयास किया कि कोई जरूरी नहीं कि बड़ी बहन का स्वभाव ऐसा है, तो छोटी बहन भी उसी कड़क स्वभाव वाली होगी. और फिर छोटी बहन का स्वभाव अपनी बड़ी बहन से बिलकुल भिन्न है. वह बहुत ही सरल स्वभाव की और अपनी जिम्मेदारी समझनेवाली है. मेरे लाख समझाने पर भी परिवार वाले राजी नहीं हो रहे. मैं क्या करूं? मैं उसी से शादी करना चाहता हूं पर दूसरी ओर परिवार वालों की रजामंदी भी चाहता हूं. कृपया कोई उपाय बताएं.

जवाब

जहां तक मैं लड़की को जान पाया हूं वह अपनी बहन (भाभी) जैसी बिलकुल भी नहीं है. पर यह बात मैं घरवालों को नहीं समझा पा रहा हूं. मां जिद पर अड़ी हुई कि कैसी भी लड़की (भले ही कितनी भी बदसूरत हो) से मेरी शादी कर देंगी पर इस लड़की से तो हरगिज नहीं. मैं क्या करूं? आप के घर वालों ने आप की भाभी यानी लड़की की बड़ी बहन का व्यवहार देखा है. उन्हें जो कटु अनुभव हुआ है इस वजह से वह आप की शादी उसी घर में करने से कतरा रहे हैं.

यदि उन के पक्ष से देखा जाए तो वे अपनी जगह सही हैं. आप का कहना है कि वह लड़की (आप की प्रेमिका) अपनी बहन जैसी नहीं है तो आप को समझना चाहिए कि शादी से पहले और बाद के जीवन में बहुत फर्क होता है. विवाह से पहले की जिंदगी काल्पनिक होती है, जहां प्रेमी और प्रेमिका अपने को एकदूसरे के सम्मुख बेहतर से बेहतर प्रस्तुत करने का प्रयत्न करते हैं. असली गुणदोष तो शादी के बाद पता चलता है. इसलिए शादी का फैसला लेने से पहले भलीभांति सोचसमझ लें.

दिल के साथसाथ दिमाग को भी खुला रखें. शादी जिंदगी का बहुत अहम फैसला होता है, जिस में रीटेक नहीं होता. यदि आप को लड़की में कोई ऐब नहीं दिखता तो घरवालों को मनाने का प्रयास करें. उन्हें समझाएं कि जरूरी नहीं कि दूसरी लड़की जिसे वे चुनेंगे अच्छी और सरल ही होगी. इसलिए वह आप की पसंद को नजरअंदाज न करें. यदि वे आप की बात नहीं सुनते तो किसी रिश्तेदार या पारिवारिक मित्र से मदद ले सकते हैं. पर ध्यान रहे कि इस शादी के अच्छेबुरे परिणाम की पूरी जिम्मेदारी आप की होगी.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...