आकाश के दोहरे व्यक्तित्व से श्रावणी अनजान थी इसलिए पति का विश्वास बनाए रखने के लिए वह अपनी भावनाओं को मार डालती. हद तो तब हो गई जब आकाश श्रावणी पर गर्भपात कराने का दबाव डालने लगा.