अब फिल्म ‘‘मणिकर्णिका’’ में निर्देशक के तौर पर कृष के साथ कंगना रानौट का भी नाम. ज्ञातब्य है कि अगस्त 2018 में जब फिल्म के निर्देशक कृष अपनी एक तेलगू फिल्म के निर्देशन मे व्यस्त हो गए,तो कंगना रानौट ने उस अवसर का फायदा उठाते हुए कुछ दृष्यों को ‘री शूट’/दोबारा फिल्माने की इच्छा जाहिर की. और सोनू सूद सहित कुछ कलाकारों को भी बदलते हुए कुछ दृश्य मुंबई में खुद ही अपने निर्देशन में फिल्माए.

इनमें से ज्यादातर एक्शन दृश्य थे, जिन्हे एक्शन निर्देशक ने निर्देशित किए थे. ज्ञातव्य है कि कंगना के हर कृत्य व हर कदम को लेखक प्रसून जोशी सहित कई दूसरे लोग खुलकर समर्थन देते आ रहे. बहरहाल, उस वक्त क्लैप बोर्ड पर निर्देशक के तौर पर कंगना रानौट का नाम था. तब कंगना ने सफाई देते हुए कहा था-‘‘फिल्म के निर्देशक कृष हैं और कृष ही रहेंगे. पर एडीटिंग टेबल पर एडीटर को नए व पुराने दृश्यों को लेकर कोई संशय न हो, इसलिए क्लैप बोर्ड पर मेरा नाम है, जिससे एडिटर को समझ में आएगा कि यह नए सीन हैं, जिन्हे फिल्म में रखना है.

मगर अब मुंबई के एक अंग्रेजी दैनिक से बात करते हुए फिल्म के निर्माता कमल जैन ने स्वीकार किया है कि फिल्म ‘‘मणिकर्णिका’’ की क्रेडिट में निर्देशक के तौर पर कृष व कंगना रानौट दोनों का नाम दिया जाएगा. कमल जैन ने कहा है-‘‘अंततः अब फिल्म वही रूप ले रही है, जैसा कि हमने सोचा था. कंगना परफैकनिस्ट है और हर विभाग पर वही निगाह रख रही हैं. हम उनके काम से खुश हैं और यदि वह फिल्म में कहीं क्रेडिट चाहती हैं, तो उसे देने में हमें कोई समस्या नहीं है. क्योंकि यदि हमने उन्हे क्रेडिट नहीं दिया, तो यह उनके साथ अन्याय होगा.’’

जब कमल जैन से पूछा गया कि क्या इस निर्णय से कृष वाकिफ है, तो उन्होंने कहा-मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता. पर हम टीम के रूप में काम रहे हैं.तो वह टीम के निर्णय से सहमत होंगे.’’ सूत्र बताते हैं कि फिल्म ‘‘मणिकर्णिका’’ के लिए कंगना रानौट ने 45 दिन शूटिंग की. बतौर निर्देशक कुछ दृश्यों को पुनः फिल्माया. अमरीका से लौटने के बाद वह वीएफएक्स और एडीटिंग टेबल पर भी एडीटर रोमश्वर भगत के साथ बैठकर फिल्म को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हैं. फिल्म के संगीत व फिल्म के फाइनल कट पर वही निर्णय ले रही हैं.

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