लड़कियां पढ़ाई में तेजी से आगे आ रही हैं. ऐसे में अब उन के लिए नौकरियों के मौके बढ़ रहे हैं. वे सरकारी नौकरियों के साथसाथ प्राइवेट नौकरियां भी करने लगी हैं. उन्हें प्राइवेट नौकरियां इसलिए भी लुभा रही हैं, क्योंकि शादी के बाद नौकरी छोड़ना आसान होता है.
सरकारी नौकरियों की आस छोड़ कर लड़कियों ने जब से प्राइवेट नौकरियों की तरफ रुख करना शुरू किया है तब से उन के लिए रोजगार के मौके बढ़ गए हैं. छोटेबड़े शहरों में बहुत तेजी से प्राइवेट स्कूल, नर्सिंगहोम, शौपिंग माल और तमाम तरह के संस्थान खुल रहे हैं. इन में टीचर, नर्स, सेल्सगर्ल वगैरह के रूप में लड़कियों को नौकरियां मिल रही हैं.
इस के लिए जरूरी है कि वे टीचर टे्रनिंग कोर्स, नर्सिंग कोर्स और पर्सनैलिटी निखारने के लिए कोर्स कर लें. जिस लड़की को टीचर बनना है, वह अगर बीऐड कर ले तो पढ़ाने की नौकरी मिलना आसान हो जाता है.
इस में छोटे से छोटा स्कूल भी शुरुआत से ही 4,000 से 5,000 रुपए हर महीने देने लगता है, जबकि अच्छा स्कूल 10,000 से ऊपर तनख्वाह देना शुरू करता है.
टीचिंग का कैरियर लड़कियों के लिए पहले से ही बहुत अच्छा रहा है और अब तो इस में आगे बढ़ने के मौके भी खूब हो गए हैं.
नर्स बनने के लिए नर्सिंग की टे्रनिंग करना जरूरी होता है. अब तो इस के लिए कई प्राइवेट संस्थान भी खुल गए हैं. अगर कोई लड़की किसी संस्थान से ट्रेनिंग नहीं ले सकती है तो वह किसी अच्छे नर्सिंगहोम में भी इस काम को सीख सकती है. वहां वह जो सीखती है उसी के आधार पर उसे अच्छी तनख्वाह मिल सकती है.
छोटेबड़े शहरों और कसबों में रोज खुल रहे शौपिंग माल, शोरूम और मल्टीप्लैक्स भी रोजगार का एक अच्छा साधन बन गए हैं. वहां पर खूबसूरत और पढ़ीलिखी लड़कियों को सेल्सगर्ल और असिस्टैंट की नौकरियां मिल जाती हैं.
देह से मजबूत कम पढ़ीलिखी लड़कियों को सिक्योरिटी गार्ड वगैरह की नौकरी मिलने के मौके बढ़ रहे हैं. अगर कोई लड़की खिलाड़ी है या उस ने एनसीसी वगैरह की ट्रेनिंग ले रखी है, तो उसे ऐसी नौकरी में प्राथमिकता मिलती है.
शौपिंग माल में ऐंट्री गेट पर औरतों की तलाशी लेने के लिए लड़कियों को बतौर सिक्योरिटी गार्ड खूब नौकरियां दी जा रही हैं.
आज पर्यटन उद्योग भी बढ़ रहा है. इस के चलते शहरों में बड़े होटल तेजी से खुल रहे हैं. उन में भी लड़कियों को नौकरियां मिलने लगी हैं. होटल में वेटर, रिसैप्शनिस्ट और असिस्टैंट के रूप में लड़कियां नौकरी कर रही हैं. इस के लिए कोर्स भी कराया जाता है.
आज के दौर में होटलों में नौकरियों को अच्छा माना जाता है. लड़कियों के लिए यह कैरियर बहुत इज्जत का माना जाता है. पर्यटन उद्योग बढ़ने से हैल्थ क्लब भी बड़ी तेजी से खुल रहे हैं. ब्यूटीशियन, डाइटीशियन, योग टीचर और जिम ट्रेनर के रूप में भी उन्हें अच्छी नौकरियां मिल रही हैं.
‘मिस यूपी’ रह चुकी खुशबू गुप्ता कहती हैं, ‘‘मैं ने जिम ट्रेनर के रूप में नौकरी शुरू की थी. तब मुझे बहुत अच्छा लगा था.’’
क्षेत्रीय फिल्मों के बनने और फैशन शो के बढ़ते दायरे ने मौडलिंग, डांस, ऐक्टिंग सीखने वाली लड़कियों के लिए भी रोजगार के रास्ते खोल दिए हैं. मास कम्यूनिकेशन करने वाली लड़कियों के लिए प्रिंट मीडिया और इलैक्ट्रौनिक मीडिया में नौकरी करने के मौके बहुत ज्यादा हैं.
प्रचार अधिकारी के रूप में प्राइवेट कंपनियां भी उन्हें नौकरी दे देती हैं. अगर नौकरी न भी करनी हो तो भी फ्रीलांस लेखन कर के पैसा कमाया जा सकता है.
जब से स्कूलों में डांस, कंप्यूटर वगैरह की पढ़ाई को अनिवार्य कर दिया गया है तब से डांस या कंप्यूटर सीख चुकी लड़कियों के लिए रोजगार के मौके बढ़ गए हैं.
शहरों में फैशन डिजाइनिंग सिखाने वाले स्कूल भी तेजी से बढ़ रहे हैं. जिन लड़कियों ने फैशन डिजाइनिंग सीखी है, वे वहां पर नौकरी तो कर ही रही हैं, पर अगर वे नौकरी नहीं करना चाहें तो अपना खुद का बुटीक खोल कर कमाई कर सकती हैं.
नौकरी के मामले में इस बात का ध्यान रखें कि जिस संस्थान में आप नौकरी करने जा रही हैं, वह कैसा है, उस का मालिक कैसा है, आप को जो तनख्वाह दी जा रही है, वह कितनी है. कुछ लड़कियां मेहनत के बजाय
दूसरे गलत रास्तों से कामयाबी हासिल करना चाहती हैं. इस से बचना चाहिए और अपने काम से ही काम रखना चाहिए.