रितुल विधवा थी मगर आधुनिक जमाने की महिला थी. पति की मौत के गम में रोनेधोने से कहीं अधिक वह खुद के लिए जीना चाहती थी, खुले आकाश में उङना चाहती थी. मगर यह इतना आसान भी तो नहीं था...