पिता अकेले पड़ जाएंगे, यह सोच कर गुंजन ने तनु से शादी के लिए जल्दी नहीं की. पिता रामदयाल भी गुंजन की खुशी में खुश रहते थे. लेकिन, एक अफवाह तनु को अंतहीन दुख दे गई.