फौज में मौत का डर हर वक्त सिर पर मंडराता रहता है, लेकिन जीवन में मौत तो कभी भी, कहीं भी आ सकती है. ऐसे में देश के प्रति समर्पित सेना में सेवा करने के प्रति डर कैसा?