सरकारी योजनाओं के बस्ते से गरीबों, दलितों को योजनाओं की किताबें तो बहुत बंटती हैं लेकिन होती वे कोरी रद्दी हैं क्योंकि उच्च व सभ्य समाज दलितों व निम्नवर्ग के उत्थान से घबरा जो जाता है.