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सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड्स 2025
कहानी
वही परंपराएं: 50 वर्षों बाद क्या कुछ बदल पाया
ड्राइवर से कार को मालरोड पर ले जाने के लिए कहा. उसी रोड पर आगे चल कर राजिंद्रा अस्पताल आता है.
Digital Team
,
Mar 31, 2021
भाग - 1
अरसा हो गया था मुझे इन गलियों कूचों को देखे. 50 साल का लंबा अंतराल आज फिर मुझे मेरे शुरुआती जिंदगी के उस मोड़ पर ले आया है जहां सैन्य जीवन की परंपराएं मेरा स्वागत कर रही हैं.
भाग - 2
मेजर साहब, 2 वर्षों तक मेरे कमांडिंग अफसर रहे और दोनों वर्ष मैं ने उन को सर्टीफिकेट ला कर दिखाए.
भाग - 3
मेरी सारी पढ़ाई ईएमई वर्कशौपों पर रही. इंवैंटरी कंट्रोल अफसरों की वैकेंसी निकली तो मैं अंबाला की आर्ड वर्कशौप में था.
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