अंजलि के लिए उस का कैरियर, स्टेटस, पैसा ही माने रखता था. इन सब के आगे पति, बच्चा, घर सब गौण थे. तभी तो मां बनने के बाद भी बच्चे व पति की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ कर अंजलि अपने कैरियर, आफिस को तरजीह देती रही. आखिर मयंक कब तक सहता?