Hindi Funny Story: इस इश्तिहार के जरीए मैं अ ब स पुत्र, श्री क ख ग, गांव, पंचायत, तहसील, जिला त थ द अपने आसपास के शादी करने के इच्छुक तमाम प्रेमियों को सूचना देते हुए प्राउड फील कर रहा हूं कि मैं इस इश्तिहार से ठीक 15 दिन बाद कुमारी ट ठ ड, पुत्री श्रीमान य र ल, गांव, पंचायत, तहसील, जिला च छ ज के साथ शादी के बंधन में बंधने की हिमाकत करने जा रहा हूं.
याद रहे, 4 महीने पहले हमारी सगाई हो चुकी है, पर यह कोई गंभीर इश्यू नहीं है. सगाई ही हुई है, तबाही तो नहीं.
हालांकि, सगाई के वक्त मैं ने अपनी मंगेतर से मिलने पर यह नहीं पूछा था कि उसे खाना बनाना आता है कि नहीं. खाना बनाना नहीं आता तो कोई बात नहीं, बाहर से मंगवा लिया करेंगे.
यह भी नहीं पूछा था कि शादी के बाद वह मेरे मातापिता को अपने साथ रखेगी कि नहीं. शादी के बाद कौन बहू अपने सासससुर को अपने साथ रख कर खुश होती है?
मैं ने यह भी नहीं पूछा था कि वह घर के काम में मेरा हाथ बंटाएगी या नहीं, क्योंकि मुझे पता है शादी के बाद घर के सारे काम मुझे ही करने हैं.
पर मैं ने उस से यह जरूर पूछा था कि उस का कोई प्रेमी वगैरह है या नहीं? मैं अपनी मंगेतर के सारे नखरे उठा सकता हूं, पर उस के प्रेमी को शादी के बाद बिलकुल भी नहीं उठा सकता. उसे उठाने का मतलब अपनेआप दुनिया से उठा जाना है.
ऐसा नहीं है कि मैं ही अपनी मंगेतर की ओर से एतराज दायर करने का इश्तिहार दे रहा हूं. इस से पहले मेरी मंगेतर ने भी मुझ से शादी करने से पहले एक इश्तिहार दे कर मेरी प्रेमिकाओं के एतराज मांगे थे कि अगर जिस किसी से मैं प्रेम करता होऊं, उसे मेरी मंगेतर को मुझ से शादी करने में एतराज हो तो वह अपना एतराज तय सीमा के भीतर दर्ज करे. बेकार में मेरी तरह वह भी पंगे में नहीं पड़ना चाहती.
पर मैं खुश हूं कि मेरी किसी भी प्रेमिका ने इस बारे कोई एतराज दर्ज नहीं किया और मुझे क्लीन चिट दे दी. वजह, मैं ही सब से प्रेम करता था, कोई मुझ से प्रेम नहीं करती थी.
मैं मानता हूं कि किसी और चीज को ले कर पतिपत्नी में क्लियैरिटी हो या न, पर कम से कम शादी के बारे में दोनों में क्लियैरिटी होनी चाहिए, ताकि बाद में उन्हें एकदूसरे के प्रेमियों से मंदिर में जा कर अपने हाथों से उन का ब्याह करा कर अपने पतिपत्नी होने की जिम्मेदारी से बाप की तरह सिसकतेसिसकते मुक्त न होना पड़े.
मेरे इस हिमाकत भरे कदम पर अगर मेरे सुश्री ट ठ ड से शादी करने पर अगर उस के किसी प्रेमी को एतराज हो तो वह अखबार में इश्तिहार छपने के 10 दिनों के भीतर इश्तिहार में दिए मोबाइल नंबर पर मुझे फोन कर के या मुझ से पर्सनली मिल कर अपना एतराज दर्ज करा सकता है, ताकि मैं शादी के बाद किसी भी तरह की मुसीबत में न पड़ूं.
मैं यकीन दिलाता हूं कि प्रेमी के हर एतराज को सिरमाथे लिया जाएगा. मेरा यकीन कीजिए, मैं अपनी मंगेतर के प्रेमी के फायदे में शादी करने से साफ इनकार कर दूंगा.
अपनी प्रेमिका की शादी हो जाने के बाद भी अपनी प्रेमिका के साथ रहने के लिए तैयार उस के पति को मारने वाले प्रेमियों, मैं इस दुनिया में जीने आया हूं अपनी मंगेतर के प्रेमी के हाथों मरने नहीं. मैं समय से पहले मरना नहीं चाहता. मैं अपने बूढ़े मातापिता के साथ कुंआरा ही रह लूंगा, पर अपनी मंगेतर के प्रेमी के हाथों मरने का पंगा बिलकुल न लूंगा.
अगर 10 दिनों के भीतर किसी ने एतराज दर्ज नहीं किया तो मैं मान लूंगा कि मेरी मंगेतर का कोई प्रेमी नहीं है. फिर भी अगर कोई हो तो उस के बाद प्लीज अपने को कंट्रोल में रखे, क्योंकि मैं उस के बाद सौ फीसदी यह मान कर चलूंगा कि मेरी मंगेतर का केवल मैं ही एकलौता मंगेतर हूं. उस के बाद प्लीज, मुझे मारने की किसी को सुपारी न दें.
इस सिलसिले में मैं अपनी मंगेतर से भी आखिरी बार दोनों हाथ जोड़ कर अर्ज करता हूं कि अगर उस का कहीं और शादी करने का मन हो और किसी वजह से वह वहां शादी नहीं कर पा रही हो तो प्लीज मुझे बेझिझक बताए.
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है. मैं उस के परिवार जनों से बात कर इस बारे में उस की मदद करने को तैयार हूं. बाद में किसी भी तरह का विवाद शादी के हक में मैं कतई नहीं चाहता.
मैं शादी कर के स्वर्ग चाहता हूं, नरक नहीं. कोई बात नहीं, मैं कहीं और ट्राई कर लूंगा. Hindi Funny Story