तनु की झोली में खुशी जिस तरह अचानक भर गई थी उसी तरह एक झटके में छिन भी गई. पर अपने हौसले से अपनी जिंदगी का सहारा वह खुद बन गई. फिर आज ऐसा क्या हुआ था कि अपने अंतहीन पथ पर चलते हुए उस के कदम लड़खड़ाने लगे थे?