मरने के पहले अर्चना किसी को यह कहानी सुनाना चाहती थी. नीरा को सुना कर वह हलका महसूस करने लगी. इधर नीरा वर्षों बाद अपनी सहेली के मिलने की खुशी मनाए या रोए, उस की सम?ा में नहीं आ रहा था...