‘‘तुझे कुछ पता है कि नहीं, डौली और सुरेश का काफी दिनों से चक्कर चल रहा है.’’
‘‘सच में...?’’
‘‘हां, सच में. और उन दोनों के बीच बहुतकुछ हो चुका है. समझ रही है न तू? वह सब भी हो चुका है दोनों के बीच.’’
‘‘हायहाय, शर्म नाम की तो चीज ही नहीं रही है आजकल. यह सब, वह भी शादी से पहले. बिलकुल बदचलन लड़की है वह.’’
‘‘हां, पर हमें क्या करना है. मैं तो जो करूंगी शादी के बाद ही करूंगी. वैसे भी मुझ में आग नहीं लगी है उस डौली की तरह.’’
सेक्स को ले कर अकसर हमारे आसपास कुछ इस तरह की ही बातें होती हैं. वह लड़की जिस ने शादी से पहले सेक्स किया हुआ हो, समाज की नजर में कुलटा से ज्यादा कुछ नहीं होती. हां, शादी के 2 महीने बाद ही पेट से हो जाए तो उस में कोई शर्म नहीं है, क्योंकि शादी तो एक तरह से सेक्स करने का परमिट है. जितना करना है, जैसे करना है, करते रहो, लेकिन शादी से पहले न बाबा न.
बिहार के गांवों में एम्स, पटना के डाक्टरों द्वारा मई, 2019 में किए गए एक सर्वे से पता चला है कि कम से कम 30 फीसदी लड़कों और 15 फीसदी लड़कियों ने माना कि उन्होंने शादी से पहले सेक्स किया था.
सर्वे में यह भी पता चला कि बहुत से लड़के-लड़कियां गांव से बाहर जा कर सेक्स का मजा लेते हैं.
उन सर्वे करने वालों में आलोक रंजन, प्रज्ञा कुमार, शमशाद अहमद, संजय पांडे, रोजर शामिल थे.
सर्वे करने वालों को यह भी पता चला कि बहुत सी बड़ी उम्र वाली औरतें किशोर लड़कों के साथ सेक्स करती हैं.