ब्लैकमेलिंग अर्थात भयादोहन के अपराध में अक्सर पुरुषों को ही पुलिस दबोचती है, मगर हमेशा ऐसा नहीं है, कुछ युवतियां भी इस खेल में माहिर खिलाड़ी होती हैं. मगर यह भी सच है कि भयादोहन करने वाला कोई भी हो. कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता. कैसा ही शातिर खिलाड़ी हो, ऐसी गलतियां कर बैठता है कि सच सामने आ जाता है कि आखिर दोषी कौन है.

छत्तीसगढ़ के औद्योगिक जिला कोरबा में एक भयादोहन मामला में एक युवती आज इन्हीं तथ्यों और सच के कारण जेल की हवा खा रही है.आइए! देखते हैं कुछ ऐसी घटनाएं जिनसे यह सच्चाई और भी आईने की तरह साफ हो जाती है.

प्रथम घटना-

राजधानी रायपुर के एक विशाल कपड़ा शोरूम में साथ साथ काम कर रहे युवक युवतियों में से एक युवती ने दोस्ती के कुछ समय बाद पुरुष मित्र पर दुष्कर्म का आरोप लगाया अंततः जांच के पश्चात युवती दोषी पाई गई.

दूसरी घटना-

छत्तीसगढ़ के भाटापारा बलोदा बाजार जिला के खपराडीह में एक स्कूल में शिक्षिका ने पुरुष शिक्षक पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया ब्लैक मेलिंग करने लगी और आखिरकार पुलिस के फंदे में आ गई.

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वह ब्लैकमेलर गर्ल

छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक युवती भयादोहन मामले में पुलिस की गिरफ्त में आ गई है.वह
दुष्कर्म मामले में फंसा देने की धमकी देकर " युवक मित्र" को ब्लैकमेल करती रही. इस शातिर युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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प्रार्थी प्रेमकांत साहू उम्र 30 वर्ष निवासी खरमोरा, कोरबा के मुताबिक परिचय और दोस्ती और फिर अवैध संबंधों के बाद वह मुझे खुलकर पैसे मांग कर ब्लैकमेल करने लगी पहले तो मैंने दोस्ती के कारण पैसे दिए मगर जब मुझे लगा कि नहीं तो उसका व्यवसाय बन गया है मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा मैं क्या करूं मगर एक मित्र की सलाह पर थाना कोतवाली कोरबा रिपोर्ट दर्ज कराई. यह की करीब एक वर्ष पूर्व रमा (बदला हुआ नाम) दुष्कर्म मामले मे फंसा दूंगी कहकर ब्लैकमेल कर पैसा की मांग कर रही थी. इस बयान पर थाना कोतवाली कोरबा मे धारा 384,388 भादवि. का अपराध सबूत पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध किया गया. महत्वपूर्ण तथ्य है कि कोतवाली महिला डेस्क ने मामले की बारीकी से जांच प्रारंभ की.

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