सवाल
मेरी मां मर चुकी हैं. पिताजी ने दूसरी शादी की है, उस से भी एक लड़का है. मेरे सगे छोटे भाई का सौतेली मां के साथ नाजायज संबंध है. पिताजी मां के दबाव में आ कर छोटे भाई को तो पैसे देते हैं, मगर मुझे कुछ भी नहीं देते. मैं क्या करूं?

जवाब
आप का छोटा भाई सौतेली मां की जिस्मानी जरूरतें पूरी कर के पूरा फायदा उठा रहा है. आप पिताजी से कहें कि बड़ा बेटा होने के नाते वे आप का भी खयाल रखें. वे न मानें, तो उन से कानूनन बंटवारा करने को कहें.

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60साल के अमर सिंह की जिंदगी देख कर घरगृहस्थी की गाड़ी ढोते दूसरे लोगों को उस से कोफ्त होती थी. वजह, अमर सिंह अकेला था. उस पर ‘आगे नाथ न पीछे पगहा’ वाली कहावत लागू होती थी. उस के सिर पर कोई जिम्मेदारी नहीं, घर में कोई सवालजवाब करने वाला नहीं और न ही कोई झंझट.

पेशे से मिस्त्री अमर सिंह निहायत ही मस्तमौला भी था. दिनभर मजदूरी कर के वह 5-6 सौ रुपए कमाता था. उन में से 2 सौ रुपए मुरगेदारू पर खर्च करता था और रात को टैलीविजन देखतेदेखते बेफिक्री से चादर तान कर सो जाता था.

अब से तकरीबन ढाई साल पहले अमर सिंह की बीवी की मौत हुई थी. तब से वह तनहा रह गया था. उस के 3 औलादें थीं. शादी कर के बेटी अपनी ससुराल में सुकून से रह रही थी, लेकिन एक बेटे ने 3 साल पहले खुदकुशी कर ली थी और दूसरा बेटा लव मैरिज कर के इंदौर जा बसा था, जिसे बाप से कोई खास मतलब नहीं था.

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