सवाल-

मैं शादीशुदा हूं और गुजरात के एक छोटे से शहर में काम करता हूं. मैं जो भी कमाता हूं, वह घर में भेज देता हूं. फिर भी मेरे पिताजी को शक है कि मैं अपनी ससुराल में पैसे भेजता हूं या बीवी के नाम बैंक में जमा करा देता हूं. मैं यह बात पिताजी को कैसे समझाऊं?

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जवाब-

आप के पिताजी का शक फिजूल है, उस पर ध्यान न दें और न ही इस बात पर ज्यादा सफाई दें. अपनी कमाई पर पहला हक आप का है. कई दफा मां-बाप बेटे के हाथ से फिसलने के डर के चलते इस तरह के शक का शिकार हो जाते हैं. इस का तनाव न पालें.

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