सवाल-
मेरी उम्र 15 साल है. मैं क्रिकेटर बनना चाहता हूं, पर मेरे घर वाले इस के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं हैं. वे चाहते हैं कि मैं सरकारी नौकरी करूं और अपना ध्यान पढ़ाई पर ही रखूं. मैं बहुत दुविधा में हूं और क्रिकेट को नहीं छोड़ पा रहा हूं. मैं क्या करूं?
जवाब-
आप के घर वाले ठीक कह रहे हैं, क्योंकि क्रिकेट में कैरियर बनने की कोई गारंटी नहीं है. लाखोंकरोड़ों में से इनेगिने लड़कों को मौका मिल पाता है और उस के लिए भी खूब पापड़ बेलने पड़ते हैं.
क्रिकेट में वक्त ज्यादा बरबाद होता है और आखिर में हाथ कुछ नहीं लगता. यह न सोचें कि आप सचिन तेंदुलकर या विराट कोहली बन ही जाएंगे, पर पढ़ाई में मन लगाएंगे तो कुछ न कुछ बनने की गारंटी जरूर है, इसलिए घर वालों की बात मान लेने में ही आप की भलाई है.