आम आदमी पार्टी ने बुधवार को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को उम्मीदवार घोषित कर दिया. ‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह पीएसी के सदस्य हैं. सुशील गुप्ता कारोबारी हैं और एनडी गुप्ता चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. उम्मीदवारों की घोषणा होते ही पार्टी में घमासान मच गया. पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास समेत कई नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया.
कुमार ने खुद को एक ‘शहीद’ करार देते हुए कहा कि अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ बोलने की वजह से उच्च सदन के लिए उनकी अनदेखी की गई. वहीं सूत्रों के मुताबिक ‘आप’ नेता आशुतोष ने भी पीएसी की बैठक में अरबपति कारोबारी के नाम पर आपत्ति जताई. वह पीएसी की बैठक में भी देर से पहुंचे.
उम्मीदवारों की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री आवास पर ‘आप’ विधायकों की बैठक हुई. इसके बाद ‘आप’ की राजनीतिक मामलों की कमेटी (पीएसी) ने तीनों के नाम पर मुहर लगा दी. बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, सुशील गुप्ता ने दिल्ली-हरियाणा में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है. वे करीब 15 हजार बच्चों को निशुल्क शिक्षा मुहैया करा रहे हैं. दूसरे उम्मीदवार, नारायण दास (एनडी) गुप्ता आईसीएआई (इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया) के पूर्व अध्यक्ष हैं. तीसरे प्रत्याशी संजय सिंह हैं जो शुरू से ही ‘आप’ के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत कर रहे हैं.
मिलिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से
अरबपति व्यापारी
सुशील गुप्ता कांग्रेस के टिकट पर 2013 में विस चुनाव लड़े थे, पर हार गए थे. उन्होंने अपने पास 160 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति होने की घोषणा की है. निजी और परमार्थ स्कूलों की श्रृंखला चलाते हैं.