विपक्षी एकता की कोशिश में कई विपक्षी दलों की मीटिंग से पहले डीएमके नेताओं ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. मुलाकात केजरीवाल के घर पर ही हुई. सूत्रों के मुताबिक करीब 20 मिनट की मुलाकात में बातचीत का मुख्य फोकस पीएम नरेंद्र मोदी रहे.
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान इन नेताओं ने मोदी सरकार की कई नीतियों पर बात की और चर्चा की कि किस तरह वह जनहित में नहीं हैं. मोदी को किस तरह हराया जा सकता है इस पर भी बातचीत हुई. डीएमके नेता एमके स्टालिन के साथ सांसद कनिमोझी, पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा और टीआर बालू भी इस मुलाकात के दौरान थे.
विपक्षी गठबंधन की कवायद के बीच इस मीटिंग में डीएमके नेता स्टालिन ने केजरीवाल के साथ विपक्ष के नेताओं की बैठक के बारे में चर्चा की. सूत्रों के मुताबिक स्टालिन ने क्षेत्रीय दलों की कांग्रेस के साथ तल्खी को मिटाने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि देश के हित में विपक्ष की एकता जरूरी है.
इसके जवाब में केजरीवाल की तरफ से कहा गया कि उनकी तरफ से कोई तल्खी नहीं है. सूत्रों के मुताबिक बातचीत में सभी नेता इस पर एकमत दिखे कि राज्यवार गठबंधन की जरूरत है. जहां जो पार्टी मजबूत है वह मिलकर बीजेपी को हरा सकते हैं. हर राज्य में एक तरीके का गठबंधन हो यह जरूरी नहीं.
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी पहले भी कई क्षेत्रीय दलों के नेताओं को यह साफ कर चुकी है कि राज्यवार गठबंधन ज्यादा अहम है और ज्यादा मजबूत होगा और यह महागठबंधन जैसे किसी गठबंधन से बेहतर विकल्प हैं. सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में इस पर भी बात हुई कि किस तरह मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों को लगातार लोगों को बताना है.