शादी से पहले प्रोटैक्शन है जरूरी

अगर आप भी सुगंधा और अश्विनी जैसी परेशानी से दोचार नहीं होना चाहते तो जरूरी है कि आप सुरक्षित सैक्स के बारे में सबकुछ जानें खासतौर से उस वक्त जब आप शादीशुदा नहीं हैं. लिवइन में रह रहे सुगंधा और अश्विनी दोनों नए जमाने के युवा हैं जो इन सड़ेगले सवालों और प्रवचनों में सिर नहीं खपाते कि शादी के पहले सैक्स संबंध क्यों नहीं बनाना चाहिए. वे 2 व्यस्कों के बीच सहमति से बने सैक्स संबंधों को कतई अनैतिक या पाप नहीं मानते. उन की नजर में कोई भी जरूरत जिस से किसी को कोई तकलीफ न होती हो और कानूनी अपराध न होता हो उसे पूरा करने में हिचकना नहीं चाहिए और न ही किसी और का लिहाज करना चाहिए.

लौकडाउन के दिनों में सिर्फ एक बार दोनों कंडोम का इस्तेमाल करना भूल गए थे, तब उन्हें लगा था कि कुछ गड़बड़ नहीं होगी. लेकिन गड़बड़ भी शायद उन की इसी तरह की किसी लापरवाही का इंतजार कर रही थी, सो हो ही गई. सुगंधा को समय पर पीरियड नहीं आया तो शुरू के चारपांच दिन तो उस ने यह सोच कर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया कि ऐसा तो हर कभी हो जाता है लेकिन इस बार बात कुछ और थी और चारपांच दिनों बाद उसे खटका हुआ कि कहीं ऐसा तो नहीं कि….

ऐसा ही हुआ

…..आशंका सच निकली जब उस ने स्ट्रिप टैकस्ट किया तो लाल रंग की धारियों ने उसे टैंशन में डाल दिया. अश्विनी को बताया तो पहले तो वह भी घबराया लेकिन फिर हिम्मत बंधाते बोला, ‘ झं झट तो हो गई है यार, पर निबट लेंगे. मैं किसी लेडी डाक्टर से बात करता हूं.’ दोनों दूसरे दिन ही शहर की नामी डाक्टर से मिले और बिना कुछ छिपाए परेशानी बताई तो वे बोलीं, ‘अकसर युवाओं से असावधानी और लापरवाही में यह चूक हो जाती है, आइंदा ध्यान रखें.’ अगले दिन एबौर्शन हो गया जिस में न वक्त ज्यादा लगा और न ही पैसा. 5 हजार रुपए में दोनों आने वाली परेशानी से बच गए.

इस घटना से उन्हें जिंदगीभर के लिए सबक मिल गया कि शादी के पहले सैक्स प्रोटैक्शन बहुत जरूरी है, नहीं तो लेने के देने पड़ जाते हैं और ऐसी स्थिति में अगर समय पर एबौर्शन न कराया जाए तो फिर तरहतरह की ऐसी परेशानियां खड़ी हो जाती हैं जिन के बारे में पहले कभी सुना व सोचा नहीं होता.

डिस्चार्ज करते वक्त डाक्टर ने उन्हें मशवरा दिया था कि शुरू के दोतीन महीने तक तो अबौर्शन में कोई दिक्कत नहीं होती पर इस के बाद कई कौम्लिकेशंस आने लगते हैं- शारीरिक भी मानसिक भी, सामाजिक भी और कानूनी भी. सुगंधा को उन्होंने सलाह दी कि इस का जिक्र वह कभी किसी से न करे, यह गैरजरूरी है जो भविष्य में दिक्कतें खड़ी कर सकता है.

सुगंधा डाक्टर से यह सुन कर और बेफिक्र थी कि इस अबौर्शन से उस की हैल्थ पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा और उसे कभी इसे ले कर गिल्ट नहीं पालना चाहिए. अश्विनी ने भी बेफिक्री की सांस ली क्योंकि वह सुगंधा से बहुत प्यार करता है और शादी उस से हो न हो, इस से उस के प्यार पर कोई फर्क नहीं पड़ना. अस्पताल से आने के बाद उस ने सुगंधा को सौरी भी बोला. बड़े सदमे से बाहर आई सुगंधा ने कहा, ‘कोई बात नहीं. उस दिन मु झे भी ध्यान रखना चाहिए था कि बिना कंडोम के सैक्स करना कितना रिस्की होता है.’

और भी रिस्क हैं सैक्स में

सैक्स बिलाशक कुदरती जरूरत और मजा है लेकिन पर्याप्त जानकारियां न हों तो यह रिस्की भी हो जाता है. आज का युवा आजादी से जीना चाहता है और जी भी रहा है लेकिन आजादी का आनंद कुछ जरूरी सावधानियों को जानने व उन्हें अमल में लाने के बाद वह और भी बढ़ जाता है. शादी के पहले सैक्स इन्हीं आजादियों में से एक है. इस के खतरे पहले भांप और जांच लिए जाएं तो कोई अड़चन पेश नहीं आती. फिलौसफी की तरह सैक्स भी एक ऐसा विषय है जिस के बारे में कोई भी सबकुछ नहीं जान सकता. फिर भी इतना जान लेना तो जरूरी है कि रिस्क न के बराबर हो.

हर युवा जानता है कि बगैर कंडोम के सैक्स संबंध बनाना सैक्स के लिए सब से बड़ा रिस्क है. इसलिए सैक्स संबंध बनाने के पहले बहुतकुछ जान लेना जरूरी है खासतौर से उन युवाओं के लिए जिन की शादी नहीं हुई है. कंडोम अनचाहे गर्भ से तो बचाता ही है, साथ ही, इस के इस्तेमाल से सैक्स संबंधी सैकड़ों बीमारियों से भी बचाव होता है जिन्हें एसआईडी यानी सैक्सुअल ट्रांस्मिटेड डिजीज कहते हैं.

एचआईवी, एड्स, सिफलिस और गोनोरिया जैसी गंभीर बीमारियों के अलावा मामूली इन्फैक्शन से भी कंडोम आप को बचाता है. 62 साल के इतिहास में कंडोम के कई दिलचस्प पड़ाव देखने में आते हैं. अब तो ये कई फ्लेवर्स में भी मिलने लगे हैं जिन से ओरल सैक्स में सहूलियत रहती है.

ओरल सैक्स का चलन तेजी से युवाओं में बढ़ रहा है जो हर्ज की बात नहीं लेकिन इसे करने से पहले प्राइवेट पार्ट्स की साफसफाई और हाइजीन का खास खयाल रखा जाना चाहिए, नहीं तो इन्फैक्शन का जोखिम बढ़ जाता है. ओरल सैक्स के लिए फ्लेवर्ड कंडोम इस्तेमाल करना ज्यादा आनंददायक रहता है. किसी भी तरह के सैक्स में एक कंडोम को एक बार से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

दबाएं नहीं, सहलाएं

शादी के पहले सैक्स में युवाओं में बेताबी ज्यादा और तजरबा कम रहता है, इसलिए वे कई बार वे अपने पाटनर्स की फीलिंग्स और डिमांड को सम झ नहीं पाते. इन में से एक है प्राइवेट पार्ट्स को बेरहमी से दबाना. युवक सोचते हैं कि जोरजोर से अपनी पार्टनर के स्तन दबाएंगे तो वे ज्यादा एंजौय करेगी. लेकिन, हकीकत उलट है कि युवतियों को स्तन व निपिल सहलाए जाने में ज्यादा मजा आता है. जोर से दबाने और काटने से ये पार्ट दर्द करते हैं जिस के चलते युवतियां ऐसे युवकों से सैक्स करने में कतराने लगती हैं. इसलिए इस से बचना चाहिए. नाजुक युवकों का प्राइवेट पार्ट भी होता है, इसे भी जोर से दबाया जाए तो दर्द तो होता ही है, साथ ही, अंदरूनी नुकसान और चोट वगैरह का डर बना रहता है.

संबंधों को छिपाना सीखें

सैक्स संबंध आम होते हैं तो कई फसाद भी उठ खड़े होते हैं. इसलिए इन्हें छिपा कर रखना चाहिए जिसे सोशल प्रोटैक्शन कहा जा सकता है. आएदिन की खबरों में यह बहुत आम होती है कि चूंकि लड़का लड़की को बहलाफुसला कर सैक्स संबंध बना रहा था, इसलिए लड़की के घर वालों ने न केवल उस की मारकुटाई की, बल्कि उस के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करा दी कि वह शोषण कर रहा था. जबकि, ज्यादातर मामलों में ऐसा होता नहीं है. सैक्स संबंध आमतौर पर दोनों की सहमति से ही बनते हैं. इसलिए सैक्स सुरक्षित जगह पर करना चाहिए जहां पकड़े जाने का डर न हो. इस के अलावा खुद भी अपने सैक्स संबंधों का ढिंढोरा नहीं पीटना चाहिए इस से, खासतौर से, लड़कियों की शादी में अड़चन पेश आती है. सोशल मीडिया पर भी अपने सैक्स संबंध की चर्चा से बचना चाहिए. शादी भले ही न हुई हो लेकिन परस्पर विश्वास दोनों को एक बेफिक्री देता है.

सैक्स पावर मैडिसिन

युवाओं को हमेशा से ही यह वहम रहा है कि सैक्स पावर की दवाएं लेने से वे अपनी पार्टनर को ज्यादा और इतना संतुष्ट कर पाएंगे कि वह बारबार उन से सैक्स करना चाहेगी. आजकल के युवा इस के लिए नीमहकीमों के चक्कर लगाने के अलावा वियाग्रा का सेवन भी बहुत कर रहे हैं. नीमहकीम तो सैक्स पावर की दवाओं के नाम पर जड़ीबूटियां बेच कर उन की जेब और सेहत पर डाका ही डालते हैं. कई बार तो यह सब जानलेवा हो जाता है.

वियाग्रा कारगर है लेकिन इस को बिना डाक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए, जो मुख्यतया ईडी यानी इरैक्टाइल डिसफंक्शन के लिए दी जाती है. यह बीमारी कम, एक बड़ी गलतफहमी ज्यादा है कि वियाग्रा लेने से वे ज्यादा देर टिकेंगे.

शादी के पहले इस को लेना नुकसानदेह भी होता है क्योंकि इसे से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. हर कभी या हर बार सैक्स में इस का सेवन डायबिटीज, दिल की बीमारी और ब्लडप्रैशर जैसी बीमारियों की वजह बन सकता है. इसलिए इसे ईडी होने पर ही, वह भी डाक्टर की सलाह पर, लेना चाहिए. रही बात ज्यादा देर सैक्स करने की तो इस से आप की पार्टनर को भी नुकसान हो सकता है. उसे दर्द की शिकायत हो सकती है और आप को भी इस से दोचार होना पड़ सकता है. सैक्स में सब से बड़ा रोल आत्मविश्वास का और इस के बाद फोरप्ले का होता है, इसलिए सैक्स पावर बढ़ाने वाली दवाइयों से बचें. इन की आदत सैक्स में कमजोर बनाती है.

नशे से भी बचें

शादी के पहले का सैक्स टेम्परेरी होता है, जल्दबाजी में होता है. इसलिए इस का लुत्फ उठाने के लिए नशे से बचें. आजकल युवतियां भी यह मानने लगी हैं कि हलका नशा करने के बाद सैक्स करना ज्यादा मजा देता है, जोकि गलत है. नशे में सैक्स संबंध बनाने से, दरअसल, आप सैक्स को कम एंजौय कर पाते हैं, नशे की धुन में ज्यादा रहते हैं. अलावा इस के, नशे के दूसरे नुकसान जगजाहिर हैं. बीती 31 दिसंबर को एक कपल भोपाल के एक अस्पताल में आया था क्योंकि युवती को शराब और ड्रग का इतना ओवरडोज हो गया था कि वह बेहोश हो गई थी.

रात को 2 बजे डाक्टरों ने उसे देखा तो बिना मांबाप की सहमति के इलाज करने तैयार नहीं हुए जिस से घबराया उस का प्रेमी अस्पताल से भाग गया. लड़की ने  झख मार कर पेरैंट्स को बुलाया जिन्होंने आ कर उस का इलाज तो कराया लेकिन बाद में उस पर कई बंदिशें लगा दीं क्योंकि बात अगर आम होती तो उन की जो बदनामी होती उसे वे बरदाश्त न कर पाते.

यह  झमेला इसलिए हुआ क्योंकि युवती शादी के पहले गलत ढंग से यानी नशे में सैक्स संबंध बना रही थी. इसलिए इस से बचना चाहिए. कई बार नशे की आदी युवतियों का लड़के अश्लील वीडियो भी बना लेते हैं और बाद में उसे वायरल करने की धमकी दे कर युवती का तरहतरह से गलत फायदा भी उठाते हैं.

सैक्सी चैट : न बाबा न

ब्लैकमेलिंग का एक बड़ा जरिया सैक्सी चैट भी है जिसे शादी से पहले करना आ बैल मुझे मार जैसी बात है. अधिकतर युवा अपने अंतरंग क्षणों की बातें तो व्हाट्सऐप पर करते ही हैं, साथ ही, फोटो और वीडियो भी एकदूसरे से शेयर करते हैं. शादी में यह चैट अड़ंगा बन जाती है.

ऋचा की शादी इसलिए रुक गई थी क्योंकि उस के प्रेमी ने ये चैट उस के होने वाले पति और ससुराल वालों को भेज दी थीं. शादी के पहले सैक्स संबंध गुनाह नहीं, गुनाह है इन संबंधों के सुबूतों को जिंदा रखना. इसलिए इन्हें वक्त रहते नष्ट कर देना चाहिए और उस से भी बेहतर है कि इन्हें बनने ही नहीं देना चाहिए.

युवतियां इन्हें आजमाएं

सुगंधा पर जो गुजरी उसे वह जिंदगीभर नहीं भूल पाएगी. उस वक्त अगर अश्विनी उस का साथ न देता तो उस का हाल क्या होता, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. अगर कभी कंडोम का इस्तेमाल करना भूल जाएं तो युवतियों के लिए एक बेहतर विकल्प इमरजैंसी कांट्रा सैप्टिक पिल्स हैं जिन्हें सहवास के 72 घंटे बाद तक लेने से प्रैग्नैंसी का डर काफी हद तक कम हो जाता है. बेहतर तो यह होता है कि इन गोलियों के सेवन के पहले डाक्टर से सलाह ले ली जाए.

क्या आप भी करते हैं मन मार कर सैक्स?

आप दिन भर के थके हुए घर लौटे हैं और आप के मन में सैक्स का खयाल दूरदूर तक नहीं हैं. लेकिन जैसे ही आप बिस्तर पर लेटते हैं, यह साफ हो जाता है कि आप के साथी के मन में आज सैक्स के अलावा कुछ भी नहीं है. उस को मना करने के बजाय आप अनमने मन से उस के साथ सैक्स कर लेते हैं. शायद आप यह उस की खुशी के लिए करते हैं या शायद इसलिए क्योंकि आप को पता है कि मना करने से उस का मूड खराब हो जाएगा.

अपना मन मारना

मन ना होने पर भी सैक्स करने को शोधकर्ताओं ने ‘अनुवर्ती सैक्स’ का नाम दिया है. अध्ययन से पता चला है कि पुरुषों की तुलना में ऐसा महिलाएं ज्यादा करती हैं. अनुवर्ती सैक्स और जबरदस्ती करे जाने वाले सैक्स में फर्क है. इस में आप इसलिए यौन संबंध नहीं बनाते क्योंकि आप का साथी आप के साथ जोरजबरदस्ती करता है, बल्कि यहां तो आप के साथी को यह पता ही नहीं चलता कि आप सैक्स नहीं करना चाहते और केवल उस का मन रखने के लिए कर रहे हैं, चाहे अपना मन मार कर ही सही.

तो ऐसा महिलाएं क्यों करती हैं? यह जानने के लिए अमेरिकी शोधकर्ताओं के एक समूह ने विश्विद्यालय में पढ़ने वाली 250 लड़कियों से संपर्क किया. उन्हें औनलाइन एक सर्वे भरने को कहा गया जिस में उन्हें अपने उस समय के अनुभव के बारे में बताना था जब उन्होंने अपना मन मार कर सैक्स किया. यहां सैक्स का मतलब था प्रवेशित सैक्स, गुदा और मुख मैथुन. शोधकर्ता यह भी जानना चाहते थे कि सैक्स करते हुए उन का व्यक्तित्व कैसा रहता है और अपने रिश्ते में वो अपने साथी से किस तरह से पेश आती हैं.

परिणाम आने के बाद शोधकर्ताओं को पता चल चुका था कि लगभग आधी महिलाओं ने कभी ना कभी मन मार कर सैक्स किया है. 30 प्रतिशत महिलाएं ऐसी थी जिन्होंने यह अपने वर्तमान साथी के साथ किया था या फिर उस साथी के साथ जिस के साथ उन का रिश्ता सब से लंबा चला था.

60 प्रतिशत महिलाओं का कहना था कि उन्होंने यह किया तो है लेकिन उन का मानना था कि ऐसा बहुत कम होता है. लेकिन 4 में से एक महिला ऐसी भी थी जिन्होंने लगभग 75 प्रतिशत से ज्यादा बार अपना मन मार कर सैक्स किया था.

तो यह लोग ऐसा क्यों कर रहे थे? इसका एक कारण तो यह था कि उन की नजर में ऐसा करने से उन का रिश्ता बेहतर और मजबूत होगा. एक महिला अपने साथी के साथ केवल इसलिए सैक्स के लिए तैयार हो जाती है क्योंकि उसे पता है कि उसे लगे ना लगे उस के साथी को यह अच्छा लगेगा. एक और कारण जो इतना सामान्य नहीं है, वो यह है कि महिलाओं को लगता है कि सैक्स करने से उन का रिश्ता चलता रहेगा – उन्हें यह डर रहता है कि कहीं उन के मना करने से उन का साथी उन्हें छोड़ कर ना चला जाए.

सैक्स को ले कर बातचीत

अध्ययन से यह भी पता चला कि जो महिलाएं अपने साथी को अपनी कामुक पसंद और नापसंद के बारे में बता कर रखती थी, उन के ‘अनुवर्ती सैक्स’ करने की संभावना कम थी क्योंकि जब उन का सैक्स करने का मूड नहीं होता था तब भी वो मन मारने के बजाय, वो बात अपने साथी को बता देती थीं.

अगर यह सब आप को जाना पहचाना लग रहा है तो शायद आप को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे आप अपनी यौन इच्छाओं को अपने साथी को बता सकें और उस बारे में भी, जब आप सैक्स नहीं करना चाहते हों. इस से आप को बेहद फायदा होगा.

पुरुष भी इस का खयाल रख सकते हैं. अगली बार सैक्स करते हुए ध्यान दें कि क्या आप का साथी पूर्ण रूप से कामोत्तेजक है और क्या उसे सच में मजा आ रहा या फिर वो केवल आप का मन रखने के लिए यौन क्रिया में लिप्त हो रही है. यह जानने का सब से आसान तरीका जानते हैं क्या है? सीधा ही उस से पूछ न लो मेरे भाई. शानदार सैक्स की ओर यह आप का पहला कदम होगा.

कंडोम एक खूबियां अनेक

यह जान कर हैरानी होती है कि अब लोग कंडोम का इस्तेमाल हमबिस्तरी का ज्यादा से ज्यादा मजा उठाने और ओरल सैक्स के अलावा देर तक टिके रहने के लिए भी कर सकते हैं. कैसे हैं ये नए कंडोम? इस के पहले यह जान लेना जरूरी है कि कंडोम के इस्तेमाल में क्याक्या सावधानियां बरतनी चाहिए.

आमतौर पर पहली बार सैक्स करने वाले लोग कंडोम का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, इसलिए उन्हें इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए:

* कंडोम हमेशा नामी कंपनी का ही इस्तेमाल करना चाहिए और इस्तेमाल करने से पहले इस की ऐक्सपायरी डेट यानी इस्तेमाल करने की तारीख देख लेनी चाहिए जो इस के पैकेट पर लिखी रहती है.

* कंडोम के पैकेट को दांतों या धारदार चीज से नहीं खोलना चाहिए. ऐसा करने से इस के फट जाने का खतरा बना रहता है.

* कंडोम तभी खोलना चाहिए जब अंग पूरी तरह जोश में आ जाए. शुरू में ही कंडोम खोल लेने से भी इस के फटने का डर बना रहता है.

* कंडोम पहनते वक्त उस में हवा नहीं जानी चाहिए. ऐसी हालत में भी उस के फटने का डर बना रहता है.

* अगर गलती से या जल्दबाजी से कंडोम उलटा पहन लें तो उसे फिर सीधा कर के दोबारा पहनने की भूल न करें. इस से औरत के पेट से ठहरने का डर बना रहता है, क्योंकि कंडोम पर शुक्राणु लग सकते हैं.

* कंडोम पहनने के लिए थूक, चिकनाई या दूसरी किसी चीज मसलन तेल या वैसलीन वगैरह का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

* कंडोम को कभी पर्स में नहीं रखना चाहिए और इसे धूप से बचा कर रखना चाहिए.

* कंडोम के इस्तेमाल से पहले यह तसल्ली कर लेनी चाहिए कि कहीं वह कटाफटा तो नहीं है.

* कंडोम अपने अंग के साइज के मुताबिक ही खरीदें. बाजार में हर साइज के कंडोम मिलते हैं.

* कंडोम को अंग पर चढ़ाने के बाद इस की नोक पर जगह नहीं छोड़नी चाहिए. इस से भी उस के फटने का डर बना रहता है.

* एक कंडोम को एक बार ही इस्तेमाल करें.

* इस्तेमाल करने के बाद कंडोम को पहने नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे तुरंत उतार कर ठिकाने लगा देना चाहिए.

* कंडोम के हर पैकेट पर उस के इस्तेमाल करने का तरीका लिखा रहता है. उसे ध्यान से पढ़ लेना चाहिए.

ये तो हुईं कंडोम के इस्तेमाल से ताल्लुक रखती सावधानियां, लेकिन अब कंडोम की उन खूबियों के बारे में भी जानें जो सैक्स और रोमांस को और भी खास बनाती हैं.

1. ओरल सैक्स के लिए

आजकल के नौजवानों में ओरल सैक्स यानी मुख मैथुन का चलन तेजी से बढ़ रहा है जो कतई हर्ज या नुकसान की बात नहीं. लेकिन इस में साफसफाई का ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है ताकि किसी तरह का इंफैक्शन न हो.

ओरल सैक्स के इस नुकसान से बचने का खुशबूदार कंडोम एक बेहतर उपाय है. केला, आम, वनिला, स्ट्राबेरी और चौकलेट फ्लेवर के कंडोम बाजार में मौजूद हैं जो ओरल सैक्स के लिए मुफीद और सुरक्षित हैं.

अपनी पार्टनर की पसंद के मुताबिक फ्लेवर्ड कंडोम खरीद कर ओरल सैक्स का मजा लिया जा सकता है.

2. टिके रहने के लिए

देर तक हमबिस्तरी का मजा उठाने के लिए ऐक्स्ट्रा प्लेजर कंडोम बनाया गया है, जो खासतौर से उन लोगों के लिए है जो जल्द ही डिस्चार्ज हो जाते हैं.

ऐक्स्ट्रा प्लेजर कंडोम में बैंजोकिना नाम का पदार्थ होता है जो लंबे वक्त तक टिकाए रखने में मदद करता है.

3. डौटेड कंडोम का मजा

ये कंडोम हमबिस्तरी के दौरान आप की पार्टनर में ज्यादा जोश पैदा कर उसे मजा भी ज्यादा देते हैं. इन पर बने डौट्स के निशान से औरतों का मजा दोगुना बढ़ जाता है, लेकिन अगर उन के प्राइवेट पार्ट की चमड़ी नाजुक है तो इस के इस्तेमाल में सब्र रखना चाहिए.

4. धारीदार कंडोम भी

ये कंडोम भी डौटेड कंडोम की तरह ही होते हैं, फर्क बस इतना है कि इन में डौट्स की जगह धारियां होती हैं, जो आप की पार्टनर को एक अलग तरह के सुख का एहसास कराती हैं. इस के इस्तेमाल से भी आप ज्यादा देर तक सैक्स का लुत्फ उठा सकते हैं.

5. ज्यादा जोश के लिए

सब से बेहतर है अल्ट्रा थिन कंडोम, जो दूसरे कंडोम के मुकाबले पतले रबड़ का बना होता है. इस से आप देर तक सैक्स का मजा ले सकते हैं.

इस कंडोम के इस्तेमाल से पार्टनर में जोश भी ज्यादा पैदा होता है और उसे सैक्स का भरपूर मजा भी मिलता है. चूंकि यह पतले रबड़ का बना होता है, इसलिए इस के फटने का भी डर बना रहता है.

6. हर बार करें इस्तेमाल

अब हर तरह के कंडोम बाजार में मौजूद हैं तो इन को इस्तेमाल करने से हिचकना नहीं चाहिए. इस बाबत जरूरी है कि कंडोम हमेशा अपने पास रखा जाए. लड़कियां भी अपनी सुरक्षा और बाद की परेशानियों से बचने के लिए इन्हें खरीद कर अपने पास रख सकती हैं.

सुखदायक सेक्स लाइफ चाहते हैं तो इन चीजों को कहें अलविदा

डा. कुंदरा के मुताबिक, सेक्स सफल दांपत्य जीवन का महत्त्वपूर्ण आधार है. इस की कमी पतिपत्नी के रिश्ते को प्रभावित करती है. पतिपत्नी की एकदूसरे के प्रति चाहत, लगाव, आकर्षण खत्म होने के कई कारण होते हैं जैसे शारीरिक, मानसिक, लाइफस्टाइल. ये सेक्स ड्राइव को कमजोर बनाते हैं.

  • तनाव: औफिस, घर का वर्कलोड, आर्थिक समस्या, असमय खानपान आदि का सीधा असर तनाव के रूप में नजर आता है, जो हैल्थ के साथसाथ सेक्स लाइफ को भी प्रभावित करता है.
  • डिप्रैशन: यह सेक्स का सब से बड़ा दुश्मन है. यह पतिपत्नी के संबंधों को प्रभावित करने के साथसाथ परिवार में कलह को भी जन्म देता है. डिप्रैशन के कारण वैसे ही सेक्स की इच्छा में कमी आ जाती है. ऊपर से डिप्रैशन की दवा का सेवन भी कामेच्छा को खत्म करने लगता है.
  • नींद पूरी न होना: 4-5 घंटे की नींद से हम फ्रैश फील नहीं कर पाते, जिस से धीरेधीरे हमारा स्टैमिना कम होने लगता है. इतना ही नहीं सेक्स में भी हमारा इंट्रैस्ट नहीं रहता है.
  • गलत खानपान: वक्तबेवक्त खाना और जंक फूड व प्रोसैस्ड फूड का सेवन भी सेक्स ड्राइव को खत्म करता है.
  • टेस्टोस्टेरौन की कमी: शरीर में मौजूद यह हारमोन हमारी सेक्स इच्छा को कंट्रोल करता है. इस की कमी से पतिपत्नी दोनों ही प्रभावित होते हैं.
  • बर्थ कंट्रोल पिल्स: बर्थ पिल्स महिलाओं में टेस्टोस्टेरौन लैवल को कम करती हैं, जिस से महिलाओं में सेक्स संबंधों को ले कर विरक्ति हो जाती है. पतिपत्नी का दांपत्य जीवन तभी सफल होता है, जब सेक्स में दोनों एकदूसरे को सहयोग करें. सेक्स एक दोस्त की तरह भी जीवन में रंग भर देता है. शादीशुदा जिंदगी से प्यार की कशिश और इश्क का रोमांच खत्म होने लगा है तो सावधान हो जाएं.
  • यदि आप की सेक्स लाइफ अच्छी है तो इस का सकारात्मक प्रभाव आप की सेहत पर भी पड़ता है.
  • जानिए, सेक्स के सेहत से जुड़े कुछ फायदे:
  • शारीरिक तथा मानसिक पीड़ा में राहत दिलाता है: सेक्स के समय शरीर में हारमोन पैदा होते हैं, जो दर्द की अनुभूति कम करते हैं. भले ही कुछ समय के लिए.
    10.सर्दीजुकाम के असर को कम करता है: सेक्स गरमी, सर्दीजुकाम के प्रभाव को काफी हद तक कम कर देता है. अमेरिका स्थित ओहियो यूनिवर्सिटी के अध्ययन बताते हैं कि चुंबन एवं प्यारदुलार करने से रक्त में बीमारियों से लड़ने वाले टी सैल्स की तादाद बढ़ जाती है.
  • मानसिक तनाव को कम करता है: सेक्स मन को शांति देने के साथसाथ मूड को भी बढि़या बनाने वाले हारमोन ऐंडोर्फिंस के उत्पादन में वृद्धि करता है. इस के मानसिक तनाव कम हो जाता है.
  • मासिकधर्म के पूर्व की कमी को कम करता है: सेक्स में लगातार गरमी के चलते ऐस्ट्रोजन स्तर काफी हद तक कम होता है. इस दौरान शरीर में थकान कम महसूस होती है.
  • दिल के रोग और दौरों की आशंका कम होती है: अकसर दिल के मरीजों को सेक्स संबंध बनाने से दूर रहने की सलाह दी जाती है. मगर अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ हृदयरोग विशेषज्ञ,  डा. के.के. सक्सेना के अनुसार, पत्नी के साथ सेक्स संबंध बनाने से पूरे शरीर का समुचित व्यायाम होता है, जिस से दिमाग तनावरहित हो जाता है. दिल के दौरों की आशंका कम हो जाती है. सेक्स संबंध बनाने से धमनियों में रक्त का प्रवाह और हृदय की मांसपेशियों की क्षमता बढ़ती है.

मेरा चाचा अकेले में मेरे साथ छेड़छाड़ करता है. उससे कैसे बचूं?

सवाल
मेरी उम्र 15 वर्ष है. मेरे एक चाचा मेरे हमउम्र हैं. मैं जब भी उस के घर जाती हूं, तो हम लोग एक ही जगह सोते हैं. रात को वह मेरे नजदीक आ जाता है और अश्लील हरकतें करता है. मैं यह बात पसंद नहीं करती, पर उसे मना भी नहीं कर पाती. बताएं, क्या करूं?

जवाब

आप जानती हैं कि आप का चाचा आप के साथ जो व्यवहार रात को चोरीछिपे करता है, वह सही नहीं है, बावजूद इस के आप इस का विरोध नहीं कर रहीं, जिस का मतलब है कि आप को यह सब अच्छा लगता है (अर्थात आप की इस में सहमति है). यदि यह सिलसिला बंद नहीं हुआ तो आप किसी समस्या में पड़ सकती हैं.

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आखिर क्या है पेड और वेब सेक्स, जानें यहां

सोशल वेबसाइट सर्वे करने वाली एक आईटी कंपनी की हालिया रिपोर्ट चौंकाती है, जिस में पोर्न बेस्ड सर्वे के आधार पर ये आंकड़े दिए गए हैं कि देश में 22 से 34 आयुवर्ग के युवा पोर्नोग्राफी, पेड सेक्स, बैव सेक्स चैट के जरिए अपनी पौकेट ढीली कर रहे हैं. उन की कमाई का लगभग 20 से 30त्न हिस्सा पेड सेक्स के लिए जा रहा है.

माध्यम चाहे जो भी हो, सेक्स के लिए मोटी रकम अदा करनी पड़ रही है यानी सेक्स अब सस्ता व सुलभ नहीं, बल्कि महंगा और अनअफोर्डेबल है. पेड सेक्स की बढ़ती लोकप्रियता व चलन ने सेक्स को आम लोगों की पहुंच से दूर कर दिया है. अब यह पैसे वालों का शौक बन गया है. सेक्स की बढ़ती मांग और आपूर्र्ति के बीच गड़बड़ाए तालमेल ने सेक्स बाज़ार के रेट आसमान पर पहुंचा दिए हैं. इस का दूसरा बड़ा कारण है मोटी जेब वालों की सेक्स तक आसान पहुंच. जहां जैसी जरूरत हो, मोटी रकम दे कर सेक्स बाज़ार से सेक्स खरीद लिया, नो बारगेनिंग, नो पचड़ा. इस का नतीजा हाई रेट्स पेड सेक्स के रूप में सामने आया. सेक्स वर्कर्स ने भी मांग के आधार पर अपनी दरें ऊंची कर लीं.

क्या है पेड सेक्स

सेक्स के लिए जो रकम अदा की जाती है उसे पेड सेक्स कहा जाता है. इस के कई रूप हो सकते हैं. वर्चुअल सेक्स से ले कर लाइव फिजिकल सेक्स तक. औनलाइन सेक्स मसलन, पोर्न वीडियो, पोर्नोग्राफी, औनलाइन पेड फ्रैंडशिप, वीडियो सेक्स, वैब औरिएंटेड सेक्स. औफलाइन सेक्स मसलन, ब्रोथल पिकअप सेक्स, कौलगर्ल औन डिमांड आदि. सेक्स के इन तमाम माध्यमों में कहीं न कहीं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पैसे इनवैस्ट किए जाते हैं. सेक्स के तमाम माध्यमों में सीधे इनवैस्टमैंट को पेड सेक्स कहते हैं.

सेक्स की राह नहीं आसान

कुछ दशक पहले तक सेक्स तक आम लोगों की आसान पहुंच थी. छोटीमोटी रकम अदा कर के यौनसुख का आनंद उठाया जा सकता था, पर सेक्स के विभिन्न मौडल सामने आने के बाद उस की दरों में कई गुणा वृद्धि हुई है.

क्या है इन की कैटेगरी व प्रचलित दरें

– औनलाइन पेड सेक्स : प्रति मिनट डेटा चार्जेज.

– फोन फ्रैंडशिप : 2 से 3 हजार रुपए प्रतिमाह सदस्यता.

–       कौलगर्ल औन डिमांड : 2 से 10 हजार रुपए प्रति घंटा.

–       स्कौर्ट सर्विस (श्रेणी एबीसी ) शुरुआती दर.

–       ब्रोथल सेक्स : 500 से 1,500 रुपए तक नाइट/आवर.

–       हाउस सर्विस : पर शौट (हाउसवाइफ, कालेज/वर्किंग वूमन)  3 से 5 हजार रुपए पर शौट.

मार्केट में चल रही इन दरों को देख कर आसानी से यह कहा जा सकता है कि ऐक्स्ट्रा मैरिटल सेक्स की चाह रखने वालों को अब मनी कैपेबिलिटी भी ऊंची रखनी होगी. यौनतृप्ति की राह आसान नहीं है. सेक्स के बाजार ने एक बड़ा रूप ले लिया है, जहां जिस की जितनी हैसियत है उस हिसाब से यौन संतुष्टि पा सकता है. आम व सामान्य लोगों के लिए यौनलिप्सा के दरवाजे लगभग बंद होते प्रतीत हो रहे हैं.

उन खास पलो में ऐसे दोगुना होगा मजा

जया और रमिका लंच कर रही थीं. 8 घंटे की औफिस ड्यूटी के बीच यही समय मिलता है दोनों को अपना सुखदुख बांटने का. दोनों की हाल ही में शादी हुई है. पिछले 5 सालों से दोनों एक ही कंपनी में काम कर रही हैं.

खाना खाने के बाद वे एकदूसरे से बैडरूम की बातें करने लगीं. बातें गरमागरम थीं इसलिए वे दोनों औफिस से नजदीक ही एक पार्क में चहलकदमी करने लगीं.

जया ने बताया कि उस की सैक्स लाइफ काफी रोचक है. पतिपत्नी सैक्स में कई तरह के प्रयोग करते हैं. कभी उभार चूमना और उंगलियां फेरना एकसाथ करते हैं, तो कभी कंडोम पहनने के बाद उभार को उठा कर उसे चूमते हैं. इस मस्ती भरी छुअन के बाद वे सैक्स का मजा लेते हैं.

जया की इस बात पर रमिका मुसकराई. जया के पूछने पर रमिका ने बताया कि उस के पति उसे संतुष्ट नहीं करते. यह सुन कर जया चौंक गई.

इस पर रमिका ने कहा, ‘‘मेरा वह मतलब नहीं था. मेरे पति के लिए सैक्स का मतलब है न्यूड हो कर मेरे ऊपर आओ. शादी के 1-2 महीने बाद तक मुझे ऐसा करना बहुत अच्छा लगता था, लेकिन अब नहीं.

‘‘जया बताओ न, मैं क्या करूं? मुझे सैक्स को बोरिंग नहीं बनाना है.’’

जया ने रमिका को सैक्स बटन के बारे में बताया जिन को इस्तेमाल में ला कर आज रमिका खुश दिखती है.

क्या आप जानते हैं सैक्स बटन की एबीसी?

दरअसल, औरतों में सिर से ले कर पैर तक सारे अंग कामुक होते हैं. अगर आप जानते हैं कि उन्हें सही तरीके से कैसे छूना है तो उन के शरीर का हर अंग मजा दिला सकता है.

1. होंठ

होंठ चूमना किसी औरत के लिए एक बड़ा टर्निंग पौइंट होता है. जब रिलेशन बन रहे होते हैं तो चूमना ऐसी पहली चीज होती है जो पहले मना की जाती है, लेकिन इस में देरी न करें.

होंठ उत्तेजक नसों से लबालब भरे होते हैं. लिहाजा, इन्हें तुरंत जीभ में नहीं डुबाना चाहिए. सब से पहले औरत के निचले होंठ पर अपनी जीभ फेरें, फिर उसे अपने होंठों के बीच फंसा कर चूसें. साथ ही, उसे भी ऐसा करने दें.

जब आप उसे चूम रहे हों तो अपने हाथ उस की गरदन पर रखें या फिर उस की कमर या कूल्हों पर या फिर इस दौरान इन सभी जगहों पर हाथ फेर सकते हैं.

2. बैकबोन

इस हिस्से के बारे में बहुत से लोग अनजान हैं, लेकिन यह औरतों को सब से ज्यादा जोश में लाने वाली जगह होती है. आप उन की स्पाइन पर अपनी उंगलियों को आराम से फिराएं. इस से आप अपने पार्टनर को बहुत जल्द कामुक कर सकते हैं.

3. उंगली

जीभ के बाद उंगलियों को शरीर का सब से सैंसिटिव हिस्सा माना जाता है. आप अपने पार्टनर की उंगलियों के ऊपरी हिस्से को चूम सकते हैं या हलके से दांत भी चुभा सकते हैं. दबाने से औरतों में जोश बढ़ता है. साथ ही, जैसेजैसे जोश बढ़ता जाता है आप को उस की उंगलियों को अपने होंठों के बीच ले जाना चाहिए, फिर होंठों से सहलाते हुए धीरेधीरे चूसना चाहिए. इस से वह नशे की सी हालत में आ जाएगी.

4. गरदन

औरतों की गरदन को भी काफी सैंसिटिव माना जाता है. गरदन की स्किन काफी पतली होती है, इसलिए यहां छूने पर काफी अच्छा महसूस होता है.

अगर आप अपनी उंगलियां सही जगह रख कर कौलरबोन सहलाएं तो पार्टनर को बहुत अच्छा महसूस होगा.

5. कान

जोश में लाने वाले बौडी पार्ट्स में कान बहुत काम के होते हैं. अपने पार्टनर के कानों को अपने होंठों से छुएं, चूमें या हलका सा काट लें और फिर देखिए उन का मूड.

6. पैर

बिस्तर पर जाने से पहले आप अपने पार्टनर से पैर धोने की गुजारिश करें, क्योंकि पैर सैक्सी होते हैं और इन्हें भी प्यार की जरूरत है.

पार्टनर के तलवों को चूम कर आप उसे जोश में ला सकते हैं. शुरुआत छोटी उंगली से करें. पैरों को सहलाते हुए रगड़ना एक औरत के लिए यह जबरदस्त अनुभव होता है. इस से उस के शरीर के दूसरे अंग भी उत्तेजित होने लगते हैं. इस की वजह यह है कि पैरों को सहलाने पर दिमाग का एक बड़ा हिस्सा जोश का अनुभव करता है इसलिए सैक्स से इस काम को नजरअंदाज न करें.

7. स्तन

स्तन महिला के सैक्सुअल अंगों में खास जगह रखते हैं. पर इस के लिए सीधे छलांग न लगाएं. स्तनों को तब तक न छुएं जब तक कि आप को यह न पता चल जाए कि वह चाह रही है कि आप उस के स्तनों को छुएं.

इस के लिए शुरुआत किनारे से करें, फिर गोल घेरे में अपनी उंगलियां स्तनों के चारों ओर घुमाएं. ऐसा तब तक करें जब तक स्तनों के निप्पल के चारों ओर के गुलाबी या भूरे रंग के गोल घेरे तक न पहुंच जाएं. यहां कुछ देर तक उंगलियां फिराने के बाद निप्पल तक पहुंचना चाहिए.

अब आप निप्पल को सहलाते हुए थपथपाएं, खींचें, दबाएं, चूमें और चूसें. इस दौरान आप चाहें तो हलके से दांतों से काट सकते हैं.

जब आप का मुंह एक स्तन पर है तो इस दौरान आप का हाथ दूसरे स्तन पर होना चाहिए तभी वह सबकुछ सौंपने को तैयार होगी. इस के बाद स्तन बदल कर यही दोहराएं. फिर दोनों हाथों से स्तनों को जम कर दबाना चाहिए. साथ ही, बीच में अपने पार्टनर से पूछें कि उसे स्तनों में कौन सी छुअन मजा देती.

कभी भी पार्टनर की इच्छाओं को नजरअंदाज न करें. स्तनों के बीच का हिस्सा कई बार नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि यह भी कामुक जगह  है.

8. भग

भग क्षेत्र में छलांग लगाना काफी आसान होता है लेकिन उस के पहले उस गूदेदार क्षेत्र को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए जो रोमों से घिरा होता है. इसे थपथपाना और रगड़ना पार्टनर को सिसकने पर मजबूर कर देगा.

योनि वह दूसरा क्षेत्र है जहां कई आदमी स्तनों को उत्तेजित करने के बाद सीधे पहुंच जाते हैं. जैसे ही औरतें उत्तेजित होती हैं उन का गर्भद्वार ऊपर की ओर खिसक जाता है, जिस से योनि की गहराई बढ़ जाती है और आप को गहरे तक जाने का मजा मिलता है.

इसलिए यह आप की पसंद का मामला है कि आप उसे कितना गीला कर सकते हैं. जितना समय यहां दिया जाएगा उतना ही मजा आप को प्रवेश पर मिलेगा.

मेरा बौयफ्रेंड घर वालों की मरजी से शादी कर रहा है लेकिन मैं उसके बिना नहीं रह सकती, क्या करूं?

सवाल
मैं 22 वर्षीय  युवती हूं. मुझे फेसबुक पर एक युवक की फ्रैंड रिक्वैस्ट आई वह काफी हैंडसम युवक था, सो मैं ने उस से दोस्ती कर ली. फिर हमारी रोज बातचीत होने लगी. बातोंबातों में सैक्स की बातें भी होने लगीं, हम दोनों मिलने भी लगे और शारीरिक संबंध भी बने, लेकिन अब जबकि उस लड़के ने मुझ से शादी का वादा किया था वह घर वालों की मरजी से शादी कर रहा है. मैं उस के बिना नहीं रह सकती. मैं क्या करूं?

जवाब
फेसबुक पर अकसर दोस्ती होती है औैर ऐसे संबंधों के बाद धोखा मिलता है. यह आजकल आम बात है, यह जानते हुए भी आप ने जो कदम बढ़ाया वह जिंदगी भर का जोखिम लिया है. आगे भी भविष्य में आप के लिए ऐसा प्रेमी दुखदायी रहेगा. अपनी भावनाओं पर काबू रखें और उस से बिलकुल नाता तोड़ लें.

अपने आप को अन्य कामों में बिजी रखेंगी तो उसे भूल पाएंगी. फिर सोचसमझ कर अपनी जिंदगी को जीएं. ऐसे जालसाजों से सदा बच कर रहें. उस से उस की शादी के बाद भी मिलने की कोशिश न करें, वह आप का दोहन ही करेगा, आप की भावनाओं का फायदा ही उठाएगा. इस समय आप की थोड़ी सी समझदारी आप को जिंदगी भर का सुकून प्रदान करेगी.

कालेज में पढ़ने वाले युवाओं को सैक्स संबंध बनाना हो या फिर लिव इन रिलेशनशिप में रहना हो, उन्हें इस बारे में अधिक सोचविचार की आवश्यकता नहीं होती. एक समय था जब विवाहपूर्व सैक्स के बारे में सोचना गलत माना जाता था, लेकिन आज तमाम सर्वे पर नजर डालें तो न सिर्फ युवा बल्कि किशोरकिशोरियों को भी सैक्स से कोई परहेज नहीं है. यह बात सही हो सकती है, लेकिन बिना सोचेसमझे सैक्स और इसे गंभीरता से लिए बिना कोई कदम उठाना सही नहीं है. इस से खुद को ही नुकसान हो सकता है. इसलिए सैक्स को मजाक न समझें, बल्कि गंभीरता से लें.

यह मजाक नहीं है

कई बार युवा अपने दोस्तों की देखादेखी या फिर दोस्तों में लगी शर्त को पूरा करने के चक्कर में सैक्स संबंध स्थापित करते हैं, ताकि वे अपने दोस्तों के बीच दबदबा बना सकें. लेकिन उन्हें इस बात का पता ही नहीं रहता कि कुछ पलों के हंसीमजाक के चलते उन्होंने अपनी जिंदगी का कितना अहम कदम बिना सोचेसमझे उठा लिया है. इसलिए सैक्स को गंभीरता से लें.

शादी के बाद होगी मुश्किल

शादी के बाद पति को भी इस का पता चल सकता है. यदि अपनी किशोरावस्था में आप ने सैक्स को गंभीरता से नहीं लिया और अपने फ्रैंड से कई बार सैक्स संबंध बनाए तो हो सकता है शादी के बाद पति को इस बात की किसी तरह भनक लग जाए और अगर ऐसा हुआ तो आप की खुशहाल जिंदगी क्या करवट लेगी, कुछ कहा नहीं जा सकता.

यौन संबंधी बीमारियों का डर

आमतौर पर विवाहपूर्व सैक्स संबंध शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर सुरक्षित नहीं माने जाते. असुरक्षित सैक्स से कई यौन रोग भी गले पड़ सकते हैं, जो जानलेवा होते हैं. यदि कम उम्र में ऐसे संबंध स्थापित किए जाते हैं तो इस का असर शारीरिक विकास पर पड़ता है. इस के साथ ही सामाजिक संबंधों पर भी इस का गहरा असर पड़ता है.

साथी के साथ ही करें सैक्स

सैक्स हमेशा उसी के साथ करें जिसे आप ने जीवनसाथी बनाना है. कोशिश करें कि शादी से पहले अपने बौयफ्रैंड से सैक्स संबंध न बनाएं, क्योंकि उस के मन में यह विचार आ सकता है कि जो लड़की मेरे साथ सैक्स कर सकती है उस ने औरों के साथ भी संबंध बनाए होंगे. किसी अजनबी के साथ सैक्स संबंध बनाना न तो ठीक है और न ही सुरक्षित. सैक्स संबंधों में जल्दबाजी न करें बल्कि जिस के साथ सैक्स करना है उस के बारे में अच्छी तरह जान कर व सोचसमझ कर ही आगे बढ़ें. यह भी ध्यान रहे कि वह संबंध बनाने की बात दूसरों को न बता दे.

जगह का चुनाव करें

सैक्स कहां कर रहे हैं, यह भी काफी माने रखता है. वह जगह सेफ न हुई या किसी ने होटल के कमरे में वीडियो क्लिपिंग बना ली तो क्या होगा, इसलिए जहां मन हुआ सैक्स कर लिया ऐसा नहीं होना चाहिए. सैक्स करने से पहले गंभीरता से सोचें कि इसे कहां किया जाए.

ब्लैकमेलिंग से बचें

बौयफ्रैंड के पास आप के कुछ पर्सनल फोटो हो सकते हैं, जिन से आगे चल कर वह आप को ब्लैकमेल भी कर सकता है, इस बात का भी ध्यान रखें, फिर चाहे वह बौयफ्रैंड हो या कोई और. सैक्स  से पहले यह बात जरूर सोच लें कि इस वजह से कहीं आप ब्लैकमेलिंग का शिकार न हो जाएं, इसलिए इन बातों का विशेष खयाल रखें.

प्रैग्नैंसी का खतरा

इस बात पर भी विचार करना जरूरी है कि अगर आप ने बिना सोचेविचारे जल्दबाजी में सैक्स संबंध बनाने का फैसला किया और उस दौरान कोई सावधानी नहीं बरती तो गर्भ ठहरने का खतरा भी बना रहता है. यदि ऐसा होता है तो आप मानसिक तनाव से घिर जाएंगी, क्योंकि इस का दुष्प्रभाव आप की पूरी जिंदगी पर पड़ेगा.

डिप्रैशन न हो जाए

जब कई बार इन संबंधों में दरार पड़ती है तो दोनों पक्षों को ही गहरा मानसिक आघात पहुंचता है. ऐसे में सामाजिक और नैतिक बंधनों के चलते विवाहपूर्व सैक्स संबंध बनाने की शर्म, ग्लानि, अविश्वास, तनाव तथा एकदूसरे के प्रति सम्मान की कमी जैसे कारक मुख्य भूमिका निभाते हैं.

डेटिंग को डेटिंग ही रहने दें

कई बार डेटिंग के दौरान भी सैक्स संबंध बन जाते हैं. जहां डेटिंग का मकसद एकदूसरे को भलीभांति जानना होता है वहीं वे उस मकसद को भूल सैक्स संबंध स्थापित कर लेते हैं. सैक्स के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है, लेकिन अभी समय एकदूसरे को जाननेसमझने का है. यह वक्त दोबारा नहीं आएगा, इसलिए पहले दोनों एकदूसरे को भलीभांति समझ लें और अपने रिश्ते को कुछ समय दें. उस के बाद इस पायदान पर आएं.

अच्छा नहीं उतावलापन

सैक्स के लिए उतावलापन अच्छा नहीं है इसलिए आप को प्रोफैशनल या बाजारू महिला या पुरुष के साथ सैक्स संबंध बनाने से बचना चाहिए. यह पूरी तरह गलत है. इस से आप गलत लोगों के चंगुल में भी फंस सकते हैं.

जबरदस्ती सैक्स न करें

सैक्स जबरन नहीं करना चाहिए. आप को किसी के दबाव या किसी अन्य कारण से सैक्स करने से बचना चाहिए. साथ ही किसी डर की वजह से भी सैक्स नहीं करना चाहिए. मन के सारे भ्रम और आशंकाएं निकालने के बाद ही सैक्स संबंध बनाएं.

सही कदम

–       हर चीज समय पर ही अच्छी लगती है और सही भी रहती है. माना कि दिल किशोरावस्था में प्रेम की पींगें बढ़ाने को बेताब रहता है. प्रेम करना गलत नहीं है अवश्य करें, लेकिन सैक्स के लिए सही वक्त का इंतजार भी जरूरी है. तभी उस का असली मजा और आनंद ले पाएंगे वरना वह कुछ पलों का आनंद तो देगा लेकिन बाद में मन का सुकून भी छीन लेगा.

–       अगर फिर भी आप ने सैक्स का मन बना ही लिया है तो समय और स्थान का ऐसा चुनाव करें जो आप के लिए पूरी तरह सुरक्षित हो और बाद में किसी मुसीबत में फंसाने वाला न हो, इसलिए किसी भी कमजोर पल में सैक्स करने का फैसला न लें बल्कि यदि सैक्स करना भी है तो सोचीसमझी योजना के तहत करें.

–       सैक्स के बाद यदि प्रैग्नैंसी आदि का वहम हो रहा है तो बिना डाक्टर को दिखाए खुद ही किसी नतीजे पर न पहुंचें, बल्कि सब से पहले इस बारे में अपने घर पर बड़ी बहन, मां आदि को बताएं. यह सच है कि आप को बताने में हिचकिचाहट होगी, डर भी लगेगा और शायद शर्मिंदगी भी होगी, लेकिन यह शर्मिंदगी उस मुसीबत से कम होगी जो न बताने पर आप को झेलनी पड़ सकती है. वह आप के घर वाले हैं, इस बात को सुन कर चाहे लाख नाराज हों, आप को डांटें, लेकिन इस मुसीबत से निकालने की जिम्मेदारी लेने में उन्हें देर नहीं लगेगी. उस समय वह वही करेंगे जो आप के लिए उचित होगा. इसलिए उन पर विश्वास कर हिम्मत कर के एक बार उन से सच कह डालिए, फिर देखिए कैसे आप की परेशानी हल होती है.

–       अगर आप का कोई बौयफ्रैंड है जिस पर आप बहुत विश्वास करती हैं तो भी उसे अपना कोई वीडियो आदि न बनाने दें चाहे कुछ भी हो जाए. वह रिश्ता तोड़ने की धमकी देता है तो न डरें, क्योंकि जो युवक आप से ऐसी बात कह रहा है वह किसी भी तरह का रिश्ता रखने के लायक नहीं है.

–       अगर सैक्स करना भी है तो इस बात का खयाल रखें कि उस की वजह से आप की पढ़ाई में कोई बाधा न आए. यह समय आप के भविष्य बनाने का है. इस में किसी भी तरह का कोई व्यवधान नहीं आना चाहिए. सैक्स कर के कहीं हर वक्त उसी में खोए रह कर पढ़ाई करना न भूलें.

 

मेरी हाल ही में शादी हुई है, पत्नी को किस तरह सैक्स में खुश करूं ?

सवाल 

मेरी उम्र 28 साल  है. मैं मेरठ का रहने वाला हूं. मेरी शादी छह महीने पहले हुई है. मेरी वाइफ मुझे बहुत पसंद है हम दोनों की शादी एक दूसरी की पसंद से हुई है. लेकिन, मैं सेक्सशुल रिलेशन को  लेकर थोड़ा परेशान हूं कि मैं शादी के बाद अपनी वाइफ के साथ  कैसे सैक्स करूं, कैसे उसे सैक्स से संतुष्ट करूं, कैसे मैं एक हेल्दी और हैप्पी सेक्सशुल रिलेशन बनाए रखूं. ये मुझे समझ नहीं आ रहा है. बताइए मैं सैक्स में किस तरह अपनी वाइफ को खुश करूं?

 जवाब

यह सुनकर अच्छा लगा कि आप अपनी वाइफ को पसंद करते है और आप दोनों ने ही एक दूसरे को पसंद करके शादी की है. लेकिन शादी के बाद सैक्स लाइफ के लिए परेशान होना लाजमी है. ये शायद हर मर्द को शादी से पहले परेशान करने वाली बात ही है. आप चाहते है कि आप शादी के बाद अपने सेक्सशुल रिलेशन को खुशियों से भरना तो इसके लिए कुछ टिप्स है जिन्हे अपना कर आप अपनी वाइफ को सैक्स से खुश कर सकते है. सैक्स एक ऐसी क्रिया है जो आपको अंदरूनी खुशी के साथ साथ बाहरी खुशी भी देती है.

जिसकी सैक्स लाइफ खुशियों से भरी है. उनका जीवन भी खुशी से भरा होता है क्योंकि शादी के बाद सैक्स लाइफ हेल्दी और हैप्पी होना जरूरी होता है. आप चाहे तो डायरेक्ट सैक्स भी कर सकते हैं लेकिन इससे आपकी वाइफ सैक्स का भरपूर आनंद नहीं ले पाएंगी, इसके लिए जरूरी है कि आप पहले सेक्सी और रोमांटिक बातें करना शुरु करें. आपको सैक्स की शुरुआत कब करनी है, यह उनके बदलते रोमांटिक मूड के साथ समझ में आ जाएगा.

फोरप्ले करें

जिस दिन भी आप सैक्स करते है उससे पहले सैक्सी बाते अपनी वाइफ के साथ जरूर करें. इसके साथ साथ आप फोरप्ले करना बिलकुल न भूलें. सैक्स का पहला चरण यही है कि आप पहले अपनी वाइफ के साथ फोरप्ले करें. इसके बाद ही आगे कुछ करने की कोशिश करे. इससे आपकी वाइफ सैक्स का पूरा आनंद ले पाएंगी. फोरप्ले में किसिंग, हगिगं और छेड़छाड़ जैसी चीजे आप कर सकते है.

सिर्फ सैक्स पर ही फोकस न करें

बीवियों को खुश और संतुष्ट रखने का यह भी तरीका है कि आप सिर्फ सैक्स पर ही फोकस न करें बल्कि उनके साथ प्यार भरी बातें भी करें, औफिस से आने के बाद उन्हे अटेंशन दें, उनसे दिनभर के बारे में पूछे, उनके अच्छे काम की सराहना करें.  इसके बाद ही सैक्स के बारे में सोचे क्योंकि पत्नियों को पति का अटेंशन ज्यादा चाहिए होता है.

ओरल सैक्स करें

सैक्स में पत्नी को खुश करने के लिए कभी कभी ओरल सैक्स भी जरूरी होता है, हालांकि कई जगह कहा गया है कि ओरल सैक्स हेल्दी नहीं होता है, लेकिन सैक्स में पूरी तरह संतुष्टी के लिए ओरल सैक्स करना भी जरूरी हो जाता है. इसलिए ऐसा करने से आपकी पत्नी खुश होगी, तो ओरल सैक्स करना न भूलें. यह आप दोनों को करीब लगाएगा और एकदूसरे की जरूरतों को समझने में भी मदद करेगा.

सेक्स समस्याओं पर खुलकर बात करें लड़के

बात भी सही है पर सेक्स से जुड़ी बीमारियों के बारे में किसी अपने से बात करना इतना आसान नहीं है, कम से कम जवान होते लड़कों के लिए. अब संजय को ही लीजिए, उस ने हाल में आई मूंछों को ताव देते हुए एक सेक्स वर्कर से संबंध बना लिए और कंडोम का भी इस्तेमाल नहीं किया. इस के बाद उसे बीमारी हो गई. वह किसी माहिर डॉक्टर के पास नहीं गया और किसी तंबू वाले नीमहकीम से दवा ले ली. सब से बड़ी बात तो यह कि संजय ने अपने किसी खास दोस्त को भी इस मामले में कुछ नहीं बताया, घर वालों से तो दूर की बात है.

नीमहकीम ने संजय को जम कर लूटा और बीमारी भी बढ़ती गई. हार कर वह डॉक्टर के पास गया और अपनी बीमारी का सही इलाज कराया.

संजय जैसे बहुत से लड़के हैं जो अपनी सेक्स समस्याओं को राज ही रखते हैं. कहीं न कहीं इस में उन का अहम आड़े आ जाता है कि भरी जवानी में अगर वे किसी से इस का जिक्र करेंगे तो उन का मजाक बनाया जाएगा. पर ऐसा होता नहीं है. अगर वे जरा सी भी दिक्कत महसूस करें तो सीधे किसी अपने से बात करें, ठीक उसी तरह जैसे कोई लड़की अपनी मां या किसी बड़ी से अपनी शारीरिक समस्याओं पर बात करती है. इस मामले में मांबेटी का रिश्ता आपस में इतना खुला होता है कि वे जिगरी सहेलियों की तरह अपनी ऐसी समस्याओं जैसे माहवारी आदि पर बेहिचक बातचीत करती हैं और समस्या को ज्यादा गंभीर नहीं होने देती हैं.

लड़कों के मामले में उन के बड़ों जैसे पिता या भाई को भी उन पर नजर रखनी चाहिए कि वे कहीं किसी सेक्स समस्या को ले कर मानसिक तनाव से तो नहीं गुजर रहे हैं या उन के किसी दोस्त से भी वे पूछ सकते हैं, क्योंकि बहुत सी बार लड़के अपने दोस्त से ऐसी समस्या को शेयर कर लेते हैं. वैसे तो जवान होते लड़कों को अपने बड़ों से ऐसा कुछ नहीं छिपाना चाहिए जो सेक्स की बीमारी से जुड़ा हो. यह उन के फायदे का ही सौदा होता है, इसलिए झिझके नहीं बल्कि किसी आम बीमारी की तरह सेक्स से जुडी बीमारी पर अपनों से बात करें और सुखी रहें.

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