अच्छा सैक्स पार्टनर वही है, जो दूसरे को चरम तक पहुंचाए, लेकिन कई मर्द पहले ही ढेर हो जाते हैं. ऐसे में सैक्स स्प्रे आप की मदद कर सकता है.
अकसर कई लोगों के दिमाग में यह सवाल चलता रहता है कि पोर्न फिल्मों में दिखाए गए मर्द इतनी ज्यादा देर तक लगातार सैक्स कैसे कर लेते हैं? वे अपनी कल्पना के घोड़ों को दौड़ाते हैं और सोचते रहते हैं कि इतने लंबे समय तक सैक्स करने से उन्हें अच्छाखासा टाइम मिल जाता है और वे सैक्स की हर पोजीशन को ऐंजौय कर पाते हैं.
सैक्स एक ऐसा मुद्दा है, जिस में आम आदमी पोर्न फिल्मों से तो सैक्स की अलगअलग पोजीशन सीख लेते हैं और मन में अपनी पार्टनर के साथ उसी तरह की सैक्स पोजीशन ट्राई करने को मन उबाल मार रहा होता है, पर जब बात सच में अपनी पार्टनर के साथ बिस्तर पर समय बिताने की आती है, तो मुश्किल से 2 मिनट भी टिक नहीं पाते और जल्दी पस्त हो जाते हैं.
उत्तर प्रदेश के 34 साल के मिथिलेश कुमार की भी कुछ ऐसी ही कुंठाएं थीं. पहले पढ़ाई, फिर कमाईधमाई की जद्दोजेहद में शादी देर से हुई. 30 साल का हुआ, परिवार को पालने लायक बना तो शादी की.
सैक्स को ले कर मिथिलेश के मन में कई अरमान थे कि पत्नी के साथ ऐसे होगा, वैसे होगा. दोस्तों से भी टिप्स लीं, पोर्न साइट पर सैक्स पोजीशन खूब देखीं. शादी से 2 महीने पहले दूध में हलदी डाल कर खूब पिया, पर शादी की रात वह पत्नी के सामने जल्दी ढेर हो गया. उसे पता चला कि उस की माइलेज इतनी नहीं है. उस के अंग का तनाव 15-20 सैकंड में ही ढीला पड़ गया.
मिथिलेश को पहले यह शादी की घबराहट जैसा लगा, लेकिन बाद में भी उस का काम बहुत जल्दी हो जाता, जबकि पत्नी अभी शुरू भी नहीं हो पाती थी. इस से उसे लगा कि वह सैक्स में अच्छा नहीं है.
मिथिलेश जैसे कई मर्दों के मन में यह चीज ठहर जाती है और वे तनाव महसूस करने लगते हैं. इस तनाव में वे सैक्स को ले कर और ज्यादा भ्रमित करने वाली चीजों का इस्तेमाल करने लगते हैं.
कई तो नीमहकीम के चक्कर लगाने शुरू कर देते हैं और अपनी जेब कटवा रहे होते हैं. सही जानकारी की कमी में वे गलत तरीके अपनाने लगते हैं और आखिर में होता यह है कि वे अपनी सैक्स लाइफ ही बरबाद कर बैठते हैं.
हर मर्द चाहता है कि वह सैक्स के दौरान लंबे समय तक टिक सके या सैक्स का लंबे समय तक मजा उठा सके. वैसे तो सैक्स में आधा काम साइकोलौजी यानी मन के विज्ञान का होता है यानी मन पर काबू कर के सही टाइमिंग से सैक्स का मजा उठाया जा सके, जैसे लंबे समय तक सैक्स के लिए कहां और कैसे ऊर्जा खर्च करनी है, कितना फोरप्ले करना है, कब इंटरकोर्स करना है और उस दौरान कब खुद पर काबू पाना है वगैरह.
पर अगर ऐसा न हो पाए तो? इस के लिए बाजार में ऐसे बहुत से प्रोडक्ट हैं, जिन से सैक्स का ज्यादा समय तक मजा उठाया जा सकता है. बस समस्या आती है सही जानकारी की कि ऐसे प्रोडक्ट हैं कौन से और इन का इस्तेमाल कैसे किया जाए. बहुत से लोगों को सही प्रोडक्ट मिल भी जाते हैं, पर वे उन का इस्तेमाल ठीक से नहीं कर पाते हैं, जिस के चलते बात वहीं की वहीं आ ठहरती है.
ऐसे में हम बताएंगे कि अंग को लंबे समय तक तनाव में रखने वाले वे प्रोडक्ट, जिन से अच्छे सैक्स का मजा उठाया जा सके.
बहुत से लोग लंबी सैक्स ड्राइव के लिए सिर्फ वियाग्रा गोली को ही जानते हैं. चूंकि यह गोली होती है, जिसे निगलना होता है, तो बहुत से लोग घबराते हैं कि कहीं इस के साइड इफैक्ट न हो जाएं. निराश मत होइए, क्योंकि बाजार में ऐसे बहुत सारे सैक्स स्प्रे हैं, जिन का इस्तेमाल खूब होता है.
क्या है सैक्स स्प्रे
कई मर्द अपनी सैक्स टाइमिंग बढ़ाना चाहते हैं, क्योंकि लंबे समय तक सैक्स करने से चरमसुख मिलता है. यह औरत साथी को काफी अच्छा लगता है.
हर मर्द यह चाहता है कि सैक्स के दौरान उस की पार्टनर उस से संतुष्ट हो, क्योंकि सैक्स का मजा तभी दोगुना होता है, जब सैक्स के दौरान दोनों पार्टनर एकदूसरे में खो जाएं, इसलिए अपनी पार्टनर को खुश करने के लिए मर्द इस तरह के स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं.
यह स्प्रे मर्दों के लिए बनाया गया है. अगर आप सैक्स दवाएं खाने से बचना चाहते हैं, तो इस तरह के स्प्रे का इस्तेमाल करना बेहतर रहता है.
स्प्रे का इस्तेमाल ऐसे अमेजन पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सैक्स स्प्रे का इस्तेमाल 21 साल या उस से ज्यादा उम्र के मर्द कर सकते हैं. यह शरीर पर लगाने वाले डियोड्रैंट की तरह होता है. इस को अपने प्राइवेट एरिया यानी मर्दाना अंग के ऊपर स्प्रे करना होता है.
उदाहरण के लिए बोल्ड केयर का टौपिकल स्प्रे है. यह मर्दों के लिए बना स्प्रे है. इस को सैक्स करने के 10-15 मिनट पहले अपने अंग के ऊपरी हिस्से पर 10 सैंटीमीटर की दूरी से स्प्रे करना होता है. इसे एक से ले कर 4 बार ही स्प्रे करना होता है.
कंपनी का दावा है कि इस से अंग पूरी तरह से सख्त हो जाता है. तकरीबन 100 ग्राम स्प्रे की कीमत 300 रुपए से ले कर 500 रुपए के बीच होती है.
अंग के सख्त हो जाने के बाद एक टिशु से अंग को साफ करना होता है. ऐसे ही अपने हाथ धो लेने होते हैं. इस स्प्रे से सैक्स टाइमिंग बढ़ जाती है.
बाजार में मिलने वाले सैक्स स्प्रे
कई लोग इस बात की चिंता में रहते हैं कि वे इसे ले लें, पर उन्हें पता नहीं होता कि इस तरह के स्प्रे कौन से ब्रांड के मुहैया हैं. ऐसे में कई कंपनियां हैं, जो सैक्स स्प्रे बनाती हैं, जिन के कुछ नाम यहां बताते हैं, जैसे जोवान कंपनी का ‘सैक्स अपील’ स्प्रे है. यह 150 मिलीलिटर में आता है. इस की कीमत बाजार में 500 से 1,000 रुपए के बीच है.
बोल्ड केयर का ‘गोल्ड टौपिकल स्प्रे’ है. यह काफी बेहतर माना जाता है. इस कंपनी का 20 ग्राम का स्प्रे तकरीबन 500 रुपए तक में आता है.
किंडले का ‘सैक्स स्प्रे’ है. यह नौनअल्कोहोलिक है. इसे खूब पसंद किया जाता है. इस 20 ग्राम के स्प्रे की कीमत 400 रुपए के आसपास है.
मैन मैटर्स का ‘एंडयोर स्प्रे’ है. इस की कीमत 400 रुपए है. यह 14 ग्राम की स्प्रे बोतल में आता है. डाक्टर मोरपेन ‘डिले एक्सीग्रा स्प्रे’ की कीमत 400 रुपए के आसपास है, यह 20 ग्राम का है. ऐसे ही एक ‘विगोर स्प्रे’ भी आता है.
कैसे काम करता है
अब जानना जरूरी है कि यह स्प्रे काम कैसे करता है. दरअसल, यह स्प्रे स्किन को हलके से सुन्न करता है, जिस से सैक्स टाइमिंग बढ़ती है और क्लाइमैक्स को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
यह लिडोकेन और आइसोप्रोपिल अलकोहल से बना होता है. यह स्प्रे 10 मिनट के भीतर अपना असर दिखाना शुरू करता है. इतना ही नहीं, यह नौनट्रांसफरेबल फार्मूले पर काम करता है यानी पार्टनर को इस का अहसास नहीं होता है.
प्रीमैच्योर इजैकुलेशन जैसी समस्या में यह स्प्रे गेम चेंजर साबित हो सकता है. यह स्किन पर एनेस्थैटिक के रूप में काम करता है, जो संवेदनशीलता को तो कम करता है, लेकिन मजे को कई गुना बढ़ा देता है. इस से मर्द के पस्त होने में देरी होती है.
ऐसे हालात में न करें इस्तेमाल
क्लाइमैक्स स्प्रे का इस्तेमाल करने से साइड इफैक्ट हो सकते हैं, लेकिन ये साइड इफैक्ट आमतौर पर महसूस नहीं होते. ऐसे में ध्यान रहे, जब भी त्वचा पर चकत्ते आएं, खुजली हो, इस्तेमाल वाली जगह पर जलन महसूस हो या अनिद्रा जैसे लक्षण दिखें, तो इसे इस्तेमाल करना रोक दें. बेहतर होगा कि तुरंत डाक्टर से सलाह लें, जिस से कि आप को कोई गंभीर समस्या न हो.
ऐसे में कुछ तरह की सावधानियां इस तरह के स्प्रे इस्तेमाल करते हुए बरतें, जैसे :
* यह स्प्रे मर्दों के इस्तेमाल के लिए होता है.
* अगर आप ग्लूकोमा की बीमारी से पीडि़त हैं या आप हाइपर सैंसेटिव हैं, तो इस स्प्रे का इस्तेमाल न करें.
* यह स्प्रे अंग पर लगाने के लिए है और केवल बाहरी इस्तेमाल के लिए होता है.
* इस स्प्रे को इस्तेमाल करते समय आंखों को दूर रखें. सांसों से भी दूर रखना चाहिए.
* स्प्रे को 10 बार से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और सैक्स करने के बाद अंग को अच्छे से साफ करना चाहिए.
* अगर आप को इस में मौजूद सामग्री से एलर्जी है, तो इस का इस्तेमाल न करें.
* अगर आप पहले से ही कोई विटामिन ले रहे हैं, तो इस स्प्रे का इस्तेमाल करने से पहले डाक्टर की सलाह जरूर लें.
* इस स्प्रे को अलकोहल के साथ इस्तेमाल में न लें.