इन चीजों को खाएं और बढ़ाएं अपना सेक्स स्टेमिना

पुरुषों के मन में सेक्स को ले कर कई ख्याल रहते हैं. ऐसी धारणा है कि वो सेक्स को ले कर ज्यादा उत्साही होते है. ये भी कहा जाता है कि पुरुषों में महिलाओं की तुलना में ज्यादा सेक्स की इच्छा होती है. क्या आप जानते हैं कि असल में पुरुष चाहते क्या हैं? पुरुषों की अक्सर ये इच्छा होती है कि वे बिना रुके कई देर तक सेक्स का मजा उठा सकें. और वो अपने पार्टनर से भी चाहते हैं कि वो भी लंबे समय तक सेक्स में उनके साथ बने रहें और लुत्फ उठाएं.

आम तौर पर पुरुषों में सेक्स की टाइमिंग को ले कर शिकायतें होती हैं. कई पुरुष अपनी महिला पार्टनर की तुलना में कम वक्त सेक्स कर पाते हैं. हम बताएंगे कुछ खाद्य पदार्थों और फलों के बारे में जिनसे आपका स्टेमिना बढ़ेगा और आप लंबे समय तक सेक्स कर पाएंगे.

  • चौकलेट: चौकलेट को आपकी सेक्स ड्राइव को बढाने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. ये अपने आप में एक नेचुरल एंटीऔक्सीडेंट है. जिसकी वजह से शरीर में फिनालेथाइलेमाइन नाम का केमिकल बनाता है. इससे सेक्स करने की इच्छा और क्षमता बढ़ती है और सेक्स परफौर्मेंस का समय भी बढ़ जाता है.
  • संतरा: संतरा शरीर के लिए कई तरह से लाभकारी है. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और रोज इसके सेवन से आपकी सेक्स लाइफ भी अच्छी हो जाती है.
  • शतावरी: शतावरी कई तरह के मर्जों में काम आती है. पर सेक्स के लिए ये बेहद प्रभावशाली है. इसे खाने से शरीर में शक्ति तो बढती ही है, साथ ही वीर्य की मात्र में भी बढ़ोतरी होती है.
  • अंडा: अंडा लोग हमेशा खाते हैं पर इसके फायदों को नहीं जानते. दरअसल, अंडा प्रोटीन का महत्वपूर्ण श्रोत है. लेकिन इसके आलावा इसमें मिलनेवाला विटामिन बी-5 और विटामिन बी-6 सेक्स लाइफ के लिए बेहतरीन माने जाते हैं.
  • तरबूज: तरबूज सेक्स लाइफ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इसके अलावा इसे नेचुरल वियाग्रा की तरह भी माना जाता है. क्योंकि  तरबूज में पाए जाने वाले तत्व शरीर के ब्लड वेसल्स पर वियाग्रा जैसा असर करते हैं.

वियाग्रा सिर्फ सैक्स के लिए नहीं होती

डायमंड के आकार वाली छोटी सी नीली गोली वियाग्रा सैक्स पावर को बढ़ाने के अलावा दूसरी बीमारियों में भी कमाल का असर दिखाती है. वियाग्रा में मौजूद दवा सिल्डेनाफिल को मर्दों की सैक्स संबंधी कमजोरियों को दूर करने में असरकारक माना जाता है लेकिन एक नई रिसर्च के अनुसार, वियाग्रा अन्य कई गंभीर रोगों में भी फायदेमंद है.

कई देशों में वियाग्रा के साइड इफैक्ट्स के बारे में शोध करने पर इस के कई फायदे सामने आए जो चौंकाने वाले हैं. अमेरिका में किए गए एक शोध के अनुसार, ठंड के मौसम में अकसर लोगों की उंगलियों में ऐंठन, दर्द होना, मुड़ न पाना, पीली पड़ जाना जैसी समस्याएं हो जाती हैं. ठंड से बच कर इन समस्याओं से बचा जा सकता है.

इस समस्या से जूझ रहे मरीजों को सिल्डेनाफिल देने पर उन्हें काफी फायदा हुआ. ऐसे स्थान जहां अधिक बर्फ पड़ती है, वहां के लोगों को माउंटेन सिकनैस की समस्या हो जाती है. ऊंचे स्थानों पर औक्सीजन की कमी होने से ब्लड में इस का लेवल कम हो जाता है जिस से पल्मोनरी धमनियां संकरी हो जाती हैं. ऐसे में हृदय को पंपिंग करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है और व्यक्ति की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है.

पल्मोनरी हाइपरटैंशन जैसी समस्या में भी सिल्डेनाफिल काफी प्रभावशाली होती है. फेफड़ों की बीमारी व हृदय संबंधी गड़बडि़यां होने पर पल्मोनरी हाइपरटैंशन की समस्या हो सकती है. पल्मोनरी हाइपरटैंशन के इलाज के लिए पुरुष व स्त्री दोनों के लिए सिल्डेनाफिल की 20 एमजी की 1-1 खुराक दिन में 3 बार निर्धारित की गई है. क्लीनिकल ट्रायल्स में इस दवा के काफी बेहतर परिणाम मिले हैं.

हृदय रोगियों के लिए हालांकि वियाग्रा सुरक्षित नहीं है लेकिन एक ही जगह पर रक्त की अधिकता, जिस की वजह से हार्ट फेल्योर की समस्या उत्पन्न होती है, के मरीजों के लिए सिल्डेनाफिल काफी प्रभावकारी होती है.

स्ट्रोक जैसी समस्या में सिल्डेनाफिल कमाल का असर दिखाती है. इस विषय पर शोध करने वाले जरमनी के डा. मैक रैपर का कहना है कि सिल्डेनाफिल मस्तिष्क के स्ट्रोक को दूर  करने में काफी अच्छा काम करती है.

सिल्डेनाफिल को ले कर नए शोध जारी हैं.  शोधों में इस से होने वाले लाभ और नुकसान के नतीजे सामने आ रहे हैं. बहरहाल, अब तक किए गए नतीजों से वियाग्रा एक लाभदायक दवा के रूप में भी सामने आई है. मगर ध्यान रहे, ऐसी कोई भी दवा बिना विशेषज्ञों की सलाह के बगैर न लें.

जानिए आखिर कैसे होती है परफेक्ट Kiss

हांगकांग, सिंगापुर, कनाडा, औस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन में 10,000 से ज्यादा लोगों के सर्वे से पता चला है कि एक परफेक्ट किस क्या होता है. हर देश में सर्वे के रिजल्ट जरा अलग हैं, लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि जब आप किसी को डेट कर रहे होते हैं तो मिलने और फिर मुलाकीात के बाद किस करना सभी को पसंद आता है. और पहला किस तो दोनों के ही लिये बहुत महत्वपूर्ण और यादगार होता है.

किस का अध्ययन करने वाले philematologists के अनुसार दुनिया में 90 फीसदी लोग किस करते हैं. हम यहां आपको बता रहे हैं कि दस हजार लोगों के अनुसार परफेक्ट किस क्या होता.

1. जरूरी नही कि सब डेट के अंत में किस करना चाहें

हैरानी की बात है कि सर्वे से पता चला है कि हर कोई जरूरी नहीं कि डेट के खत्म होने पर किस करना पसंद करता हो. सिर्फ 41 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे डेट के अंत में किस करना पसंद करेंगे. सर्वे में ये नहीं बताया गया कि बाकी (59%) क्या चाहते हैं. दिलचस्प बात ये है कि डेट खत्म होने पर किस करने वालों का प्रतिशत 50 से कम है.

2. 2 से 5 सैकंड का होता है परफेक्ट किस

सर्वे के अनुसार 61 फीसदी पुरुष और महिलाओं का मानना है कि डेट खत्म होने पर बस 2 से 5 सैकंड का किस ही परफेक्ट होता है. सवाल ये है कि पांच सैकंड में क्या कोई फीलिंग हो सकती है?

3. मुंह से बदबू सबसे बदतर

इससे कोई चौंकेगा नहीं क्योंकि कोई भी नहीं चाहता कि जिसे वह किस कर रहा है उसके मुंह से बदबू आए. 38 फीसदी लोगों का मानना है बदबू से बदतर और कुछ हो नहीं सकता और इनकी शिकायत भी यही है. हमारा सुझाव है कि अगर आप सिगरेट पीते हैं तो डेट पर जाने के पहले नींबू जरूर चूस कर जाएं.

4. किस करना नहीं आता तो कोई बात नहीं रिश्ते नहीं टूटेंगे

हम सभी चाहते हैं कि हमें ऐसा कोई मिले जो बिल्कुल वैसे ही किस करे जैसा हम करते हैं लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. लेकिन उन लोगों को डरने की जरूरत नहीं है जिन्हें ठीक से किस करना नहीं आता. सर्वे के अनुसार 32 फीसदी पुरुष अपनी महिला को ठीक से किस करना सिखाने में दिलचस्पी रखते हैं जबकि 38 फीसदी महिलाएं अपने पार्टनर को किस सीखने के लिये समय देने को तैयार हैं.

5. लोग सिर्फ होंठों पर ही किस नहीं चाहते

हालंकि होंठ ऐसी जगह है जहां अक़्सर लोग किस करते हैं या चाहते हैं लेकिन सिंगापुर, हांगकांग और ऑस्ट्रेलिया में लोग माथे पर किस करना या करवाना ज्यादा पसंद करते हैं. अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में गाल पर किस करना, करवाना पसंद किया जाता है.

6. दो तरह से किस करने/करवाने का इशारा

हांगकांग, सिंगापुर, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में अगर कोई किस चाहता है तो वह आंखों में आंखें डालकर देखेगा/देखेगी हालंकि कितनी देर तक देखेगा/देखेगी, ये सर्वे में साफ नही है. अमेरिका और कनाडा में लोग इस मामले में लोग जरा निर्लज्ज होते हैं यानी तपाक से किस.

7. टंग किसिंग

कहते हैं टंग किसिंग फ्रांस की देन है लेकिन ये बस उसी देश में पसंद की जाती है क्योंकि बाकी दुनिया टंग किसिंग की कोई खास दीवानी नहीं है. हांगकांग और सिंगापुर में 44 फीसदी लोगों को लाइट और सहज किस पसंद है, लेकिन हां थोड़ा बहुत टंग का स्पर्श चलेगा. ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन में 46 फीसदी टंग के बगैर डीप किस पसंद करते हैं.

लव बाइट: सेक्स बनाए रोमांचक

लव बाइट सेक्स का वह पल होता है जब आप अपने साथी को रोमांच की दुनिया की सैर करा रहे होते हैं और एकदूसरे के साथ प्रेम के सागर में गोते लगा रहे होते हैं. ऐसे में लव बाइट न सिर्फ आपको बल्कि आपके सेक्स पार्टनर को गजब का अनुभव करा सकता है.

क्या है लव बाइट

अगर आप को लव बाइट के बारे में पता नहीं तो पहले जानिए कि यह है क्या और इसे किस तरह आजमाएं कि आपकी पार्टनर मदहोशी के आगोश में समा जाएं. लव बाइट सेक्स में उतना ही मजेदार अनुभव कराता है जितना चुंबन, सहलाना और एकदूसरे की अंगों की तारीफ करना.

सेक्स पार्टनर के उन जगहों पर जोर से चुंबन या फिर दांतों से हलका हलका दबा कर निशान छोड़ने को लव बाइट कहते हैं. यह आमतौर पर सेक्स इंटिमेट के दौरान किया जाता है. इस में बस इतना ध्यान रखना होता है कि यह पूरी तरह सेफ हो और बिना सहमति के अथवा जोरजबरदस्ती से न हो और जो सेक्स पार्टनर को पसंद न हो.

कहां करें लव बाइट

पार्टनर के साथ इंटिमेट के दौरान गरदन, नितंब, जांघों, पैरों, हाथों, कान के पीछे, होंठों, ब्रैस्ट आदि जगहों पर लव बाइट करना ज्यादा अच्छा होता है. फीमेल सेक्स पार्टनर अपने ब्रैस्ट पर लव बाइट कराना ज्यादा पसंद करती हैं. पर ध्यान रखें कि यह ज्यादा जोर से न किया जाए. इस से आपकी पार्टनर का मूड सेक्स से उचट सकता है.

ध्यान रखें

* लव बाइट फोरप्ले करते समय करें.

* मुंह साफ रखें और लव बाइट करते समय लार न छोड़ें.

* कमर को पकड़ कर अपनी ओर खींचें और वहां लव बाइट दें. इससे सेक्स पार्टनर मदहोश होकर लिपट जाएगी.

* इंटिमेसी के दौरान साथी को फोरप्ले का भरपूर सुख दें और उसके अंगों की तारीफ करें.

* बाहरी जगहों पर लव बाइट देना सही नहीं है. उन जगहों पर करें जो कपड़ों से ढके होते हैं. इससे बाद में उन्हें शर्मिंदगी नहीं होगी.

* नहाते समय, कपड़े बदलते समय लव बाइट को देखना और उसे फील करने का अलग ही आनंद होता है.

*  लव बाइट लंबे समय तक प्यार के पलों को जवां और हसीन बनाए रखता है. पर ध्यान रखें, इस में हाइजीन का खयाल रखें और जबरन लव बाइट कतई न करें.

सेक्स में और्गेज्म होना है आनंद से भरपूर

तनु के विवाह को 6 महीने हो गए थे. वह मायके आई हुई थी. विवाह के बाद अनुभव पूछते हुए उस की हमउम्र भाभी रेखा उस के साथ छेड़छाड़ करने लगी.

तब तनु ने बुझे स्वर में कहा, ‘‘मुझे तो कुछ अच्छा नहीं लगता. सब बोरिंग ही लगता है.’’

सुन कर रेखा हैरान हुई. फिर विस्तार से खुल कर बात करने पर रेखा को महसूस हुआ कि तनु ने अब तक चरमसुख का आनंद लिया ही नहीं है. सैक्स उसे एक रूटीन की तरह लग रहा है कि बस, पति का साथ देना, चाहे अच्छा लगे या बुरा.

रेखा अपनी एक रिश्तेदार डाक्टर मीनाक्षी से बात कर तनु को उन के पास ले गई. दोनों को अकेले छोड़ वहां से हट गई. डाक्टर ने बातोंबातों में उसे और्गेज्म के बारे में समझाया तो तनु झिझकती हुई सब बातें सुनतीसमझती रही. अगली बार मायके आने पर जब उस का खिला, चमकता चेहरा देख रेखा ने फिर आंखों ही आंखों में शरारती सवाल पूछा तो तनु शरमा कर हंस दी. तब रेखा को तसल्ली हो गई कि अब उस की ननद शारीरिक और मानसिक रूप से वैवाहिक जीवन का पूरापूरा आनंद ले रही है.

सेक्स की हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका है. विशेष रूप से महिलाएं स्वयं को बहलाती हैं कि मजबूत रिश्ते के लिए अच्छा सैक्स जरूरी नहीं है. उन के लिए यह पार्टनर से जुड़े रहने के लिए ही है.

25 वर्षीय कविता का कहना है, ‘‘मेरा पार्टनर आसानी से उत्तेजित हो जाता था, जबकि मेरा मूड बनने में काफी समय लगता था. मैं उसी के लिए सैक्स करती थी. हर बार मुझे खाली और अधूरा लगता था.’’

फोरप्ले के महत्त्व के बारे में बताते हुए कंसल्टैंट मनोवैज्ञानिक हेल्थेनबेर इंडिया से अदिति आचार्य का कहना है, ‘‘जहां 90% पुरुष शारीरिक संबंध में चरमसुख का अनुभव करते हैं वहीं 30% महिलाओं ने अपने जीवन में चरमसुख का अनुभव कभी किया ही नहीं है. एक महिला को मानसिक रूप से इस खेल में शामिल होने में समय लगता है. 15 से 40 मिनट लगते हैं.’’

फुट स्पा, बौडी मसाज से यौवन, सौंदर्य वृद्धि होती है पर यह सब करवाना रोज तो

संभव नहीं हो सकता न? ‘द और्गेज्म आंसर गाइड’ में मनोवैज्ञानिक कैरल रिंकलेव एलिसन के द्वारा किए गए अध्ययन में एलिसन ने 23 से 90 साल उम्र की 2,632 महिलाओं का इंटरव्यू लिया था, जिस में पता चला था कि इन में से 39% ने ही स्वयं को रिलैक्स करने के लिए इस का आनंद उठाया है. विशेषज्ञ इस का श्रेय औक्सिटोसिन हारमोन को देते हैं. मनोवैज्ञानिक और सैक्सोलौजिस्ट डा. श्याम मिथिया बताते हैं, ‘‘जब एक महिला उत्तेजित होती है, तो औक्सीटोसिन नामक फीलगुड हारमोन हाइपोथेलेमस में नर्व्स सैल्स से खून में प्रवाहित होता है. औक्सीटोसिन न सिर्फ तनाव कम करता है, बल्कि जोश और आराम की भावना भी उत्पन्न करता है. यह रिश्ते को मजबूत करता है.’’

बिग 0 (चरमसुख) से शरीर को लाभ ही लाभ है. इस से यौनांगों में बेहतर रक्तप्रवाह होता है, शरीर को प्राकृतिक डिटौक्सीफिकेशन होता है, संतानोत्पत्ति की क्षमता बढ़ती है, याद्दाश्त सुधरती है, रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, स्वस्थ ऐस्ट्रोजन हारमोन का स्तर बढ़ता है. यह औस्टियोपोरोसिस, हृदयरोग और स्तन कैंसर से भी सुरक्षा करता है.

37 वर्षीय अध्यापिका कविता गोयल कहती हैं, ‘‘चाहे दिन कितना भी खराब बीते, मैं और मेरे पति लगभग प्रतिदिन अच्छे सैक्स का आनंद उठा कर ही सोते हैं. यह एक ऐस्प्रिन खाने से तो अच्छा ही है और जब आप हर सुबह चेहरे की प्राकृतिक चमक के साथ उठें तो मेकअप की भी क्या जरूरत है.’’

चरमसुख के दौरान उत्पन्न होने वाले ऐंडोर्फिंस हारमोन सिरदर्द, मासिक उथलपुथल, आर्थ्राइटिस के लिए दर्दनिवारक का काम करते हैं.

आप ने कभी सफल, आनंददायक सैक्स के बाद अपने चेहरे की चमक देखी है? उस का श्रेय डीएनईए को जाता है. यह हारमोन त्वचा की चमक बढ़ाता है, नष्ट हुए टिशूज की मरम्मत करता है और त्वचा को जवान बनाए रखता है. यह हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. काफी अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि जो लोग हफ्ते में कम से कम 3 बार शारीरिक संबंध बनाते हैं वे अपनी उम्र से 10 साल छोटे लगते हैं. सैक्स कोच आनंदिति सेन कहती हैं, ‘‘अरोमाथेरैपी वाली कैंडल्स के बारे में सोचो, लाइट्स हलकी करो, आंखें बंद कर के कल्पना के घोड़ों को दौड़ने दें.’’

फिल्मों में महिलाओं को सैक्सुअल आनंद में ही लीन दिखाया जाता है, जबकि वास्तविकता में 20% महिलाएं ही चरमसुख को पाती हैं. तो क्या अच्छी सैक्स लाइफ न होने से आप का रिश्ता प्रभावित होता है? इस संबंध में फिटनैस ट्रेनर शिवानी जोशी का कहना है, ‘‘बिलकुल. पार्टनर का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है. उसे साफसाफ बताना बहुत जरूरी है कि आप को क्या अच्छा लगता है क्या नहीं.’’

तो सारी चिंताएं, संदेह छोड़ कर पार्टनर के साथ सैक्स का आनंद लें. इसे बोझ नहीं, तनमन के लिए एक औषधि की तरह समझें. इस का अनुभव कर प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और सुखी रहें. पुरानी मानसिकता से बाहर निकलें, पार्टनर को अपनी पसंदनापसंद, इच्छाअनिच्छा बताएं और खुल कर जीएं.

ऐसे बनाएं अपनी सेक्स लाइफ सुखद, पढ़ें टिप्स

ऐसा अकसर देखने में आता है कि पतिपत्नी सहवास के दौरान एकदूसरे की इच्छा और भावना को नहीं समझते. वे बस एक खानापूर्ति करते हैं. लेकिन वे यह बात भूल जाते हैं कि खानापूर्ति से सैक्सुअल लाइफ तो प्रभावित होती ही है, पतिपत्नी के संबंधों की गरमाहट भी धीरेधीरे कम होती जाती है. ऐसा न हो इस के लिए प्यार और भावनाओं को नजरअंदाज न करें. अपने दांपत्य जीवन में गरमाहट को बनाए रखने के लिए आगे बताए जा रहे टिप्स को जरूर आजमाएं.

पत्नी की इच्छाओं को समझें

‘‘महिलाओं को अकसर इस बात की शिकायत रहती है कि पति उन की इच्छाओं को बिना समझे सहवास करने लगते हैं. लेकिन ऐसा कर के वे केवल खुद की इच्छापूर्ति करते हैं. पत्नी और्गेज्म तक नहीं पहुंच पाती. आगे चल कर इसी बात को ले कर आपसी संबंधों में कड़वाहट पैदा होती है.

‘‘पति को चाहिए कि सैक्स करने से पहले पत्नी की इच्छा को जाने. उसे सैक्स के लिए तैयार करे. तभी संबंधों में गरमाहट बरकरार रहती है.’’

करें प्यार भरी बातें

एक हैल्दी सैक्सुअल लाइफ के लिए बेहद जरूरी है कि यौन संबंध बनाने से पहले पत्नी से प्यार भरी बातें जरूर की जाएं. कोई समस्या हो तो उस का हल निकालें. पत्नी से बातोंबातों में पता करें कि वह सैक्स में क्या सहयोग, क्या नवीनता चाहती है.

एक अच्छे सहवास सुख के लिए आवश्यक है कि पतिपत्नी आपस में सैक्स के दौरान प्यार भरी बातें करें. यदि ऐसा नहीं हो तो पत्नी को लगता है कि पति को केवल सैक्स की ही भूख है, प्यार की नहीं. इसलिए प्यार भरी बातों को नजरअंदाज न करें.

स्थान व समय को बदलें

सहवास का भरपूर आनंद उठाने के लिए कभी सोफा, कभी फर्श, कभी कालीन तो कभी छत पर और अगर घर में झूला लगा हो तो झूले पर, नहीं तो लौन पर चटाई बिछा कर सैक्स का आनंद लिया जा सकता है. पत्नियां सैक्स को प्यार से जोड़ती हैं. प्यार के इस अनुभव को वे घर के अलगअलग स्थानों पर अलगअलग समय पर नएनए तरीके से करना चाहती हैं. लेकिन अकसर पति यह बात समझ कर भी नहीं समझते.

शुरुआत धीरेधीरे करें

कई पत्नियों की यह शिकायत रहती है कि उन के पति सहवास की शुरुआत धीरेधीरे न कर के उन्हें बिना उत्तेजित किए जल्दीबाजी में करते हैं. जबकि सहवास की शुरुआत धीरेधीरे विभिन्न सैक्स मुद्राओं जैसे गालों को काटना, सैक्स के हिस्सों पर थप्पड़ लगाना आदि को अपना कर ही करनी चाहिए और उस के बाद ही सैक्स सुख का आनंद लेना चाहिए.

फोर प्ले का आनंद उठाएं

पति को चाहिए कि वह पत्नी के साथ चुंबन, आलिंगन, उसे सहलाना, केशों में उंगलियां फेरना, अंगों को स्पर्श करना वगैरह की अहमियत को समझे. ऐसा कर के वह पत्नी को उत्तेजित कर के मानसिक और शारीरिक रूप से सहवास के लिए तैयार करे. पत्नी का और्गेज्म तक पहुंचना जरूरी होता है. और्गेज्म तक नहीं पहुंच पाने के कारण घर में अकसर तनाव का माहौल पैदा हो जाता है, जो आपसी संबंधों में दिक्कतें भी पैदा करता है. एक सर्वे के मुताबिक 55% लोगों का मानना है कि सैक्स के दौरान जो आनंदमयी क्षण आते हैं, उन का अनुभव बेहद महत्त्वपूर्ण है.

बराबर का साथ दें

‘‘सैक्सुअल लाइफ बेहद रोमांटिक तभी बन पाती है, जब पतिपत्नी सैक्स संबंध बनाते समय बराबर का साथ दें. सहवास के दौरान 70% महिलाएं बिस्तर पर चुपचाप ही पड़ी रहती हैं. पुरुष ऐसी महिलाओं को पसंद नहीं करते. सहवास के दौरान बराबर का साथ पति पसंद करते हैं. यदि पत्नी ऐसा करती है तो सैक्स का आनंद और भी ज्यादा बढ़ जाता है.’’

फालतू बातों को तूल न दें

पतिपत्नी जब भी यौन संबंध बनाएं, पत्नी घर की समस्याओं या शिकायतों का पिटारा खोल कर न बैठे. सारिका जब भी रमेश के साथ सहवास करती थी, कोई न कोई शिकायत ले कर बातें शुरू कर देती थी. इस से रमेश असहज हो जाता था. आगे चल कर इन की समस्या इतनी बढ़ गई कि इन्हें आपसी संबंधों को सहज बनाने के लिए मैरिज काउंसलर की सहायता लेनी पड़ी.

संबंधों में गरमाहट बनी रहे इस के लिए ऐसी बातों को तूल न दे कर सैक्स लाइफ को ऐंजौय करें. पति का साथ दें, उन के साथ बिस्तर पर सक्रिय बनी रहें.

सैक्सी कपड़ों में लुभाएं

पति को लुभाने व उत्तेजित करने के लिए सैक्सी ड्रैस व हौट लुक में अपने पार्टनर को ऐसा सरप्राइज दें कि यौन संबंधों में नवीनता तो आए ही, सहवास सुखद भी बने. ऐसा होने से पतिपत्नी का आपसी विश्वास व प्यार भी बराकरार रहता है.

नएनए प्रयोग करें

अकसर पुरुष सैक्स को ले कर ज्यादा ही उत्साहित होते हैं. वे नएनए आसनों का प्रयोग कर सहवास को सुखद बनाते हैं. लेकिन पत्नी यदि किसी तरीके को अनकंफर्टेबल महसूस करे तो पति को बताए जरूर.

बहुत सी महिलाएं यौन संबंध बनाते वक्त नएनए प्रयोगों से घबराती हैं. वे ऐसा न कर के पति के साथ सहवास में प्रयोग करें. उम्र कोई बाधा नहीं, दिलदिमाग और शरीर को स्वस्थ रखने और वैवाहिक जीवन को सफल बनाने में नए प्रयोग हमेशा मददगार ही साबित होते हैं.

नितंब सौंदर्य भी जरूरी है : बदल रहा है खूबसूरती का पैमाना

सुंदर नितंब की चाहत हर महिला को होती है. आकर्षक नितंब न सिर्फ महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं, बल्कि यह महिलाओं की फिटनैस का भी अहम हिस्सा है.

यों तो महिलाओं की हर अदा और शारीरिक बनावट को देख कर पुरूष रोमांचित होते हैं, मगर आप को यह जान कर हैरानी होगी कि महिलाओं की ब्रैस्ट की तरह ही उभार लिए नितंब यानी बट को ले कर पुरूषों में खासा दिलचस्पी रहती है. इसलिए आज की आधुनिक महिलाएं सुडौल नितंब को ले कर काफी सजग रहने लगी हैं.

वैसे, आमतौर पर देखा गया है कि जिन महिलाओं का शरीर भारी होता है, वे अगर जींस पैंट या टाइट फिटिंग ड्रैस पहन लेती हैं तो फिर यह उन पर सूट नहीं करता. ऐसे में जरूरी यही है कि वे मनमाफिक फैशन के कपङे पहनने से पहले फिटनैस पर ध्यान दें और खासकर नितंब यानी बट पर.

अकसर महिलाएं अपने नितंब के आकार को ले कर भी परेशान रहती हैं. वे कई तरह के उपाय आजमाती हैं  ताकि सुडौल नितंब पा सकें. अगर आप को भी सुंदर नितंब पाने की चाहत है तो आप नियमित व्यायाम, सही खानपान और सही जीवनशैली अपना कर सुडौल नितंब पा सकती हैं.

इस के लिए पहले आप को नितंब की मांसपेशियों और हिप फैट पर ध्यान देना होगा. सुडौल नितंब पाने के लिए व्यायाम आप की काफी मदद कर सकते हैं.

आइए, जानते हैं कुछ ऐसे ही व्यायाम :

ग्लूट ब्रिज : यह सुंदर नितंब पाने के लिए अच्छा व्यायाम है. इस के लिए पीठ के बल लेट जाएं. घुटनों को मोड़ लें. अब ऐड़ियों को भी कूल्हों के पास ले आएं. हाथों को सीधा रखें. ध्यान रहे कि इस दौरान हथेलियां जमीन को छूती रहें. अब कूल्हों और कमर को अपने कंधों से घुटनों तक ऊपर एकसीध में उठाएं. इस दौरान अपने पैरों और हथेलियों को जमीन पर टिका कर रखें. इस स्थिति में कुछ देर तक रुकें और फिर आराम से सामान्य अवस्था में लौट आएं. इसे 2-3 बार दोहराएं.

सिंगल लेग ब्रिज : पीठ के बल लेट जाएं. एक घुटने को मोड़ लें. इस दौरान अपने तलवों को जमीन के साथ सटा कर रखें. अब दूसरे पैर को जमीन पर सीधा रखें. सांस छोड़ते हुए पैर व शरीर को ऊपर उठाएं. इस दौरान पूरे शरीर का वजन दूसरे पैर पर रहे. इस अवस्था में धीरेधीरे सांस लें. इस पोजिशन में 3 सैकंड तक रुकें और फिर धीरेधीरे पुरानी अवस्था में लौट आएं.

लैग लिफ्ट : पीठ के बल लेट जाएं. अपने पैरों को सीधा हवा में रखें. अपने हाथों को जमीन पर सटाकर रखें और पैरों को ऊपर की ओर उठाएं. इस अवस्था में भी कुछ देर रुकें और फिर दोहराएं.

इन सरल व्यायाम से आप जल्दी ही खुद में अंतर महसूस करेंगी. बेहतर होगा कि इस के लिए किसी योग्य फिटनैस ट्रैनर से भी परामर्श ले लें.

सेक्सी पौइंट

सुंदर और आकर्षक नितंब को ले कर एक दिलचस्प वाकेआ भी है. वह यह कि पिछले दिनों अमेरिका में एक सर्वे किया गया था. इस सर्वे में पुरूषों से यह पूछा गया था कि वे महिलाओं के किस अंग की तरफ अधिक आकर्षित होते हैं. तब कई पुरूषों ने बताया था कि उन्हें ब्रैस्ट के साथसाथ महिलाओं के नितंब को देखना अथवा छूना अच्छा लगता है.

दरअसल, नितंब महिला शरीर का वह खास अंग होता है, जो न सिर्फ किसी महिला की फिगर में चार चांद लगाता है, बल्कि यह पुरूषों को अपना दीवाना भी बना लेता है. एक तरह से यह सैक्सी पौइंट भी है.

रोमांचक अनुभव

एक शोध में पुरूषों की महिलाओं को घूरने को ले कर निष्कर्ष निकाला गया. इस के अनुसार जब कोई आदमी किसी महिला को पहली बार देखता है तो सब से पहले उस की नजर सामने से ब्रैस्ट पर और पीछे से उस के नितंब पर पड़ती है.

इस के साथ ही जब कोई पुरूष  किसी महिला के बारे में सोचता है, तो वह उस के ब्रैस्‍ट और नितंब को ले कर रोमांचित होता रहता है.

जान कर हैरानी होगी

महिलाओं को यह जान कर हैरानी होगी कि नितंब के बारे में ऐसी कौन सी बातें हैं जो पुरुषों को पसंद आती हैं? न सिर्फ पसंद बल्कि वह महिला के नितंब को छूने से भी खुद को रोक नहीं पाते. पुरूष अकसर महिलाओं के इस खास अंग को घूरते हुए पकड़े भी जाते हैं.

महिलाओं के इस खास अंग को घूरना, स्पर्श करना न सिर्फ सेक्स के समय पुरूषों को अच्छा लगता है, बल्कि एक पुरूष की यही तमन्ना होती है कि वह घूमते समय, साथ चलते समय बारबार अपने हाथों से उसे स्पर्श करे. इस कार्य में उसे चरम आनंद की अनुभूति होती है. एक तरह से इस खास अंग का पुरूष दीवाना होता है.

खूबसूरती का पैमाना

आप को यह जान कर भी आश्चर्य होगा कि साउथ अफ्रीका के कई देशों में तो किसी महिला की खूबसूरती का पैमाना ही नितंब होते हैं और इसी आधार पर उन की शादियां भी होती हैं.

जिस युवती का नितंब जितना आकर्षक होता है, घर वाले भी उसे ही तवज्जो देते हैं. इतना ही नहीं, वहां एक खास आयोजन भी होता है जिस में कई महिलाएंलङकियां इस खास अंग को हिला कर पुरूषों को आकर्षित भी करती हैं.

शायद तभी हमारे यहां भी अकसर कोई न कोई महिला जो जींस अथवा ऐसे परिधान पहनी हों, जिस में इस अंग का प्रदर्शन होता हो, पुरूषों को चोरीछिपे देखने में आनंद की अनुभूति देता है.

एक तरह से कह सकते हैं कि एक सुंदर और आकर्षक नितंब महिलाओं के लिए अपने पुरूष साथी को दीवाना बनाने का खास हथियार भी है.

मैं अपनी बहन की बेटी से प्यार करता हूं. अब उस की शादी की बात चल रही है, हमें क्या करना चाहिए?

सवाल
मैं 25 साल का हूं और 21 साल की लड़की से 9 सालों से प्यार करता हूं. वह लड़की मेरी फुफेरी बहन की बेटी है. अब उस की शादी की बात चल रही है. समाज के डर से हम लोग किसी से कुछ बता भी नहीं सकते. हमें क्या करना चाहिए?

जवाब
रिश्ते में वह लड़की आप की भांजी हुई. लिहाजा, आप को भी मामा का ही रिश्ता निभाना चाहिए. बात चूंकि गलत है, इसीलिए आप को समाज का डर लगता है. अब आप भांजी की शादी होने दें और अपनी गलत भावनाओं को कुचल दें. वक्त आने पर आप को बाहर की सही लड़की जरूर मिलेगी.

ये भी पढ़ें..

एक ओर जहां दुनिया को कामसूत्र जैसा कामशास्त्र ग्रंथ देने वाले भारत में वर्तमान में प्यार करने वालों पर पाबंदी लगाने के प्रयास शुरू हो गए हैं, वहीं न्यूयौर्क यूनिवर्सिटी में प्यार की क्लास लगाई जा रही है और यह क्लास एक अंडरग्रैजुएट कोर्स के अंतर्गत होती है. डाक्टर मेगन पाई प्यार की इस क्लास का संचालन करती हैं. डाक्टर मेगन ने ही प्यार के इस कोर्स को तैयार किया है. आप को जान कर हैरानी होगी कि कोर्स शुरू होने के साथसाथ बेहद लोकप्रिय भी हो रहा है और सिर्फ पिछले 2 साल में ही इस कोर्स में छात्रों की संख्या तीनगुना हो गई है.

प्यार की इस क्लास का नाम लव ऐक्चुअली रखा गया है जिस में पहला सैमेस्टर मुख्य रूप से लोगों के प्यार के साथ कैसे अनुभव रहे हैं, इस के आधार पर होता है. कोर्स 2 डायरैक्शन में आगे बढ़ता है, हौरिजैंटल और वर्टिकल. हौरिजैंटल ट्रैजेक्ट्री में जहां कोर्स आप की पूरी लाइफ के दौरान होने वाले अलगअलग तरह के प्यार के रिश्तों पर बात करता है वहीं वर्टिकल ट्रैजेक्ट्री स्टूडैंट से शुरू हो कर फैमिली लव के बारे में बात करता है. कोर्स न्यूयौर्क यूनिवर्सिटी के चाइल्ड ऐंड ऐडोलोसैंट मैंटल हैल्थ स्टडी डिपार्टमैंट के तहत चलाया जाता है. इस डिपार्टमैंट के तहत इस तरह के और भी कई कोर्स चलाए जाते हैं, जिन में हैप्पीनैस और स्लीप से जुड़े कोर्स भी शामिल हैं.

प्यार के अलगअलग प्रकारों के बारे में  मेगन का कहना है कि इस कोर्स के अंतर्गत हम मातापिता और नवजात के प्यार, दोस्ती, खुद से प्यार, अपने पैशन के प्रति प्यार, मैटर और स्टूडैंट के बीच प्यार के बारे में बात करते हैं.

प्यार की इस क्लास का एक बड़ा हिस्सा स्टूडैंट्स को विस्तार से बताता  है कि आखिर लव यानी प्यार का आइडिया क्या है और इस कौंसैप्ट के अंदर क्या छिपा है. यहां रोमांटिक लव को भी समय दिया जाता है.

प्यार और रोमांस की एक ऐसी ही अन्य क्लास चीन की तियानजिन यूनिवर्सिटी में भी लगती है जहां बाकायदा थ्योरी के साथ रोमांस की प्रैक्टिकल तकनीक भी बताई जाती है. थ्योरी इन लव ऐंड डेटिंग नाम से चलने वाले इस कोर्स का मकसद स्टूडैंट्स को रिलेशनशिप में स्ट्रौंग करना है. इस यूनिवर्सिटी में विषय कोई और नहीं सिर्फ और सिर्फ प्यार और रोमांस का होता है. यहां युवकों को पर्सनैलिटी अपग्रेड, युवतियों से बात करने का तरीका, रोमांस करने और क्लास में स्टूडैंट्स को अपोजिट रोमांस को अपनी तरफ आकर्षित करने और अपोजिट सैक्स के साथ कम्युनिकेशन बिल्ड करने के तरीके भी बताए जाते हैं.

प्यार और रोमांस की इस क्लास में यह भी सिखाया जाता है कि प्रपोजल ठुकराए जाने पर किस तरह का व्यवहार किया जाए. साथ ही रोमांटिक रिलेशनशिप से जुड़ी कुछ लीगल प्रौब्लम्स के बारे में जानकारी दी जाती है.

प्यार और रोमांस के इस कोर्स में इंसान को दूसरों से प्यार करने से पहले खुद से प्यार करना भी सिखाया जाता है. हिंसा और नफरत के इस दौर में प्यार पर आधारित इस क्लास की दरअसल पूरे विश्व को जरूरत है.

इस तरह से बनाएं पहले सेक्स को यादगार

अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ पहले मिलन को यादगार बनाना चाहती हैं तो आप को न केवल कुछ तैयारी करनी होंगी, बल्कि साथ ही रखना होगा कुछ बातों का भी ध्यान. तभी आप का पहला मिलन आप के जीवन का यादगार लमहा बन पाएगा.

करें खास तैयारी: पहले मिलन पर एकदूसरे को पूरी तरह खुश करने की करें खास तैयारी ताकि एकदूसरे को इंप्रैस किया जा सके.

डैकोरेशन हो खास: वह जगह जहां आप पहली बार एकदूसरे से शारीरिक रूप से मिलने वाले हैं, वहां का माहौल ऐसा होना चाहिए कि आप अपने संबंध को पूरी तरह ऐंजौय कर सकें.

कमरे में विशेष प्रकार के रंग और खुशबू का प्रयोग कीजिए. आप चाहें तो कमरे में ऐरोमैटिक फ्लोरिंग कैंडल्स से रोमानी माहौल बना सकती हैं. इस के अलावा कमरे में दोनों की पसंद का संगीत और धीमी रोशनी भी माहौल को खुशगवार बनाने में मदद करेगी. कमरे को आप रैड हार्टशेप्ड बैलूंस और रैड हार्टशेप्ड कुशंस से सजाएं. चाहें तो कमरे में सैक्सी पैंटिंग भी लगा सकती हैं.

फूलों से भी कमरे को सजा सकती हैं. इस सारी तैयारी से सेक्स हारमोन के स्राव को बढ़ाने में मदद मिलेगी और आप का पहला मिलन हमेशा के लिए आप की यादों में बस जाएगा.

सैल्फ ग्रूमिंग: पहले मिलन का दिन निश्चित हो जाने के बाद आप खुद की ग्रूमिंग पर भी ध्यान दें. खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करें. इस से न केवल आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आप स्ट्रैस फ्री हो कर बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगी. पहले मिलन से पहले पर्सनल हाइजीन को भी महत्त्व दें ताकि आप को संबंध बनाते समय झिझक न हो और आप पहले मिलन को पूरी तरह ऐंजौय कर सकें.

प्यार भरा उपहार: पहले मिलन को यादगार बनाने के लिए आप एकदूसरे के लिए गिफ्ट भी खरीद सकते हैं. जो आप दोनों का पर्सनलाइज्ड फोटो फ्रेम, की रिंग या सैक्सी इनरवियर भी हो सकता है. ऐसा कर के आप माहौल को रोमांटिक और उत्तेजक बना सकती हैं.

खुल कर बात करें: पहले मिलन को रोमांचक और यादगार बनाने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें. अपने पार्टनर से इस बारे में खुल कर बात करें. अपने मन में उठ रहे सवालों के हल पूछें. एकदूसरे की पसंदनापसंद पूछें. जितना हो सके पौजिटिव रहने की कोशिश करें.

सेक्स सुरक्षा: संबंध बनाने से पहले सैक्सुअल सुरक्षा की पूरी तैयारी कीजिए. सैक्सुअल प्लेजर को ऐंजौय करने से पहले सेक्स प्रीकौशंस पर ध्यान दें. आप का जीवनसाथी कंडोम का प्रयोग कर सकता है. इस से अनचाही प्रैगनैंसी का डर भी नहीं रहेगा और आप यौन रोगों से भी बच जाएंगी.

सेक्स के दौरान

 – सैक्सी पलों की शुरुआत सैक्सी फूड जैसे स्ट्राबैरी, अंगूर या चौकलेट से करें.

– ज्यादा इंतजार न कराएं.

– मिलन के दौरान कोई भी ऐसी बात न करें जो एकदूसरे का मूड खराब करे या एकदूसरे को आहत करे. इस दौरान वर्जिनिटी या पुरानी गर्लफ्रैंड या बौयफ्रैंड के बारे में कोई बात न करें.

– संबंध के दौरान कल्पनाओं को एक तरफ रख दें. पोर्न मूवी की तुलना खुद से या पार्टनर से न करें और वास्तविकता के धरातल पर एकदूसरे को खुश करने की कोशिश करें.

– बैडरूम में बैड पर जाने से पहले अगर आप घर में या होटल के रूम में अकेली हों तो थोड़ी सी मस्ती, थोड़ी सी शरारत आप काउच पर भी कर सकती हैं. ऐसी शरारतों से पहले सेक्स का रोमांच और बढ़ जाएगा.

– सेक्स संबंध के दौरान उंगलियों से छेड़खानी करें. पार्टनर के शरीर के उत्तेजित करने वाले अंगों को सहलाएं और मिलन को चरमसीमा पर ले जा कर पहले मिलन को यादगार बनाएं.

– मिलन से पहले फोरप्ले करें. पार्टनर को किस करें. उस के खास अंगों पर आप की प्यार भरी छुअन सेक्स प्लेजर को बढ़ाने में मदद करेगी.

– सेक्स के दौरान सैक्सी टौक करें. चाहें तो सैक्सुअल फैंटेसीज का सहारा ले सकती हैं. ऐसा करने से आप दोनों सेक्स को ज्यादा ऐंजौय कर पाएंगे. लेकिन ध्यान रहे सैक्सुअल फैंटेसीज को पूरा के लिए पार्टनर पर दबाव न डालें.

– संयम रखें. यह पहले मिलन के दौरान सब से ज्यादा ध्यान रखने वाली बात है, क्योंकि पहले मिलन में किसी भी तरह की जल्दबाजी न केवल आप के लिए नुकसानदेह होगी, बल्कि आप की पहली सेक्स नाइट को भी खराब कर सकती है.

सेक्स के दौरान बातें करते हुए सहज रह कर संबंध बनाएं. तभी आप पहले मिलन को यादगार बना पाएंगे. संबंध के दौरान एकदूसरे के साथ आई कौंटैक्ट बनाएं. ऐसा करने से पार्टनर को लगेगा कि आप संबंध को ऐंजौय कर रहे हैं.

सुहागरात : मर्दानगी का नहीं, प्यार का दिन

सुहागरात शादीशुदा जोड़ों के लिए एक मीठी शुरुआत होती है और इस का इंतजार भी बड़ी बेसब्री से रहता है.  पर साथ ही यह बात भी ध्यान रखें कि यह पति के लिए ‘मर्दाना ताकत’ दिखाने का समय तो बिलकुल भी नहीं होता है, पर ज्यादातर मर्द साथी अपने अधकचरे ज्ञान की वजह से सुहागरात की मस्ती को बेमजा कर देते हैं.

खून आना और बदचलनी

अभी पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक खबर आई थी, जिस में 19 साल की एक लड़की की हत्या इसलिए कर दी गई थी, क्योंकि वह कुंआरी नहीं साबित हो सकी थी. काफी लोग इसे ले कर चौंके होंगे कि आज के मौडर्न जमाने में ऐसे लोग भी दुनिया में पाए जाते हैं जो शादी की पहली रात पर हमबिस्तरी के दौरान खून निकलने को ही लड़की का कुंआरापन मानते हैं.

अभी भी अनगिनत लोग हैं जो इस तरह की सोच रखते हैं कि शादी की पहली रात खून नहीं निकला तो लड़की चालू है. हैरान करने वाली बात यह है कि शादी और बीवी को ऐसे लोग क्या समझते हैं? वे ऐसे नौजवान हैं, जिन्हें शादी के बाद बीवी सील पैक चाहिए और उस के लिए जो पैमाना तय किया है, वह है सुहागरात पर खून निकलना.

इन लोगों को समझने की जरूरत है कि बचपन या लड़कपन में खेलकूद के दौरान, रस्सी कूदते या साइकिल चलाते हुए वह बारीक झिल्ली हट सकती है, जिस से खून निकल सकता है.

लेकिन शादी की पहली रात अगर पत्नी का खून नहीं निकला तो ज्यादातर पति यह मान लेते हैं कि बीवी गलत है. पर अगर आप को इतना ही शक था तो तफतीश कर के शादी करते, अब उस का जीना हराम क्यों कर रहे हैं?

मर्दानगी का जौहर

दूसरी किस्म के लोग वे होते हैं जो शादी की पहली रात बीवी को ज्यादा से ज्यादा तकलीफ देने में मर्दानगी समझते हैं. अगर पहली रात हमबिस्तरी के दौरान बीवी को तकलीफ से रोने पर मजबूर न किया, तो उन से बड़ा मर्द कोई नहीं.

ऐसा अगर हो भी जाए तो वे लोग अगले दिन अपने दोस्तों को बढ़ाचढ़ा कर किस्से सुनाते पाए जाते हैं. पर ऐसे मर्दों को समझने की जरूरत है कि औरत भी इनसान है. आप की बीवी भी किसी की बहनबेटी है. वह अगर सैक्स में सहज नहीं है तो उसे कुछ समय दो. पहली रात को ही सैक्स करना जरूरी नहीं है. आप अगर उसे ज्यादा तकलीफ में देखें तो ठहर जाएं.

यह कैसी मर्दानगी

तीसरे लोग वे हैं जो सैक्स के दौरान ज्यादा देर तक टिकने को ही मर्दानगी मानते हैं. अगर शादी की पहली रात सैक्स में एक घंटे से कम समय लगाया तो आप मर्द नहीं.

मेरे एक दोस्त की शादी जैसे ही करीब आई, तो पहली रात में एक मिनट या उस से कम समय में ही पस्त होने के डर से उन्होंने डाक्टर से दवाएं लेना शुरू कर दिया. शादी की पहली रात में 40 मिनट सैक्स करने के बाद ही उन की बीवी की सेहत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भरती कराना पड़ा.

सैक्स में उग्रता

कुछ लोगों के लिए सैक्स करना भड़ास निकालने के बराबर है. यह चौथी किस्म उन लोगों की है, जिन के लिए शादी की पहली रात कम से कम 5 या 6 बार सैक्स करना उम्रभर की भड़ास निकाल देने के बराबर है.

ऐसे लोगों के दोस्त भी फिर उसी सोच के मालिक होते हैं. यह इज्जत का पैमाना है कि जितनी ज्यादा बार सैक्स होगा, सोसाइटी में आप की उतनी इज्जत की जाएगी, जबकि यह समझने की जरूरत है कि अपनी बीवी के लिए इस तरह की बातें सोचना ही गलत है.

जहर घोलती ब्लू फिल्में

5वीं किस्म उन लोगों की है जिन की सारी उम्र ब्लू फिल्में देखते गुजरी है. उन के दिमाग पर ब्लू फिल्मों के सीन सवार रहते हैं. उन्हें शादी की पहली रात का शिद्दत से इंतजार होता है कि सारे सीन खुद कर के अपनेआप को मर्द मनवाया जाए.

लेकिन ऐसे लोगों को समझने की जरूरत है कि इन फिल्मों में काम करने वाले सारे प्रोफैशनल होते हैं, जो आधा घंटे की फिल्म बनाने में एक हफ्ता भी लगा देते हैं.

सैक्स मशीन नहीं है साथी

इस किस्म के मर्द अपनी बीवी को बच्चे पैदा करने और सैक्स करने की मशीन के अलावा कुछ नहीं समझते हैं, जबकि सुहागरात के दिन होना तो यह चाहिए कि सब से पहले आप को अपनी पत्नी को अपने घर के माहौल, सदस्यों के बारे में बताना चाहिए, जिस से उसे सब के साथ रहने में किसी बात की परेशानी न हो.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें