क्या आप भी होते है कपल की ओर आकर्षित, तो Symbiosexual है आप

अब तक गे, होमोसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर, बाइसेक्शुअल तरह के लोग तो आपने सुने होंगे और देंखे भी हो. लेकिन अमेरिका ने एक और कम्युनिटी का खुलासा किया है. जिसमें पता चला है कि कुछ लोग जो दूसरे कपल में इंट्रस्ट दिखाते है वे सिम्बियोसेक्सुअल (Symbiosexual) होते है.

 

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इस नई सेक्सुएलिटी में व्यक्ति किसी ऐसे जोड़े की तरफ आकर्षित होता है, जो पहले से ही एक दूसरे के साथ रिश्ते में है. इंसानों की इस नई रुचि का खुलासा एक शोध में हुआ है. इस रिश्ते में आने वाले लोग सिर्फ अपनी फिजिकल नीड्स को पूरा करने के लिए आते हैं उनको किसी इसके अलावा किसी तरह का अटेचमेंट नहीं होता है.

अमेरिका में सिएटल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जो थ्योरी दी है उसमें इस नई सेक्सुएलिटी का खुलासा हुआ है. इस शोध को करने वाली प्रोफेसर डॉ. सैली जौनस्टन का कहना है कि जितना हम कामुकता के बारे में जानते हैं वो पूरा नहीं है, इसमें जानने के लिए और भी बहुत कुछ है.शोध में सामने आया कि जिस व्यक्ति को पता होता है कि वो सिम्बियोसेक्सुअल है तो उसको दो लोगों के बीच में तालमेल बैठाना अच्छा लगता है. मतलब वो इस जोड़े के साथ रिश्ते में आना पसंद करता है. इस तरह के केस हर तरह के लोगों में देखने को मिले हैं.

सैपियोसेक्शुअलिटी (SPIOSEXUAL)

ये भी एक तरह की कामुकता है. जिसमें कोई व्यक्ति दिमागी तौर पर किसी ओर कपल की तरफ आकर्षित होता है. ये दिमाग ही जो यौन आकर्षण को उत्तेजित करता है. इस तरह के लोगों में दूसरे की लव कपल के बारें गहरी बातें होती है.

गे (Gay)

गे उस तरह के युवक होते है जिमसे एक लड़का दूसरे लड़के को पसंद करता है उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता है साथ ही, शादी भी रचा लेते है. इसे अग्रेंजी में गे कहते है.

लेस्बियन (Lesbian)

जब एक लड़की, दूसरी लड़की को दिल दें बैठती है और बात सैक्स तक पहुंच जाती है और समाजिक तौ पर एक दूसरे के हो जाते है तो इसे लेस्बियन कहते है.

बाईसेक्सुअल (Bisexual)

बाइसेक्शुअल – ऐसे महिला और पुरुष,  जो दोनों के प्रति आकर्षित होते हैं यानि महिला और पुरुष दोनों के साथ सेक्स करते हैं उन्हें बाइसेक्शुअल कहते हैं. लड़के और लड़कियां दोनों में बाइसेक्शुअल होते हैं.

ट्रांसजेंडर (Transgender)

ट्रांसजेंडर लोग वे लोग होते हैं जिनकी लिंग पहचान उस लिंग से अलग होती है. जिसे वे जन्म के समय मानते थे. “ट्रांस” शब्द का इस्तेमाल अक्सर ट्रांसजेंडर के लिए संक्षिप्त रूप में किया जाता है. जब हम पैदा होते हैं, तो डॉक्टर आमतौर पर हमारे शरीर की बनावट के आधार पर हमें पुरुष या महिला बताते हैं. जिसमे व्यक्ति अपनी लिंग बदलवा लेते है.

एंड्रोसेक्सुअल (Androsexual)

ये एक ऐसा शब्द है जिसका उपयोग पुरुषों के लिए इस्तेमाल होता है. ये शब्द ब्यौज के लिए बना हे. जिसमें लड़कियों लड़को की मसकुलर बौड़ी देखकर अट्रैक्ट होती है.

आपकी सेक्स लाइफ खराब कर रहा है टीवी, जानें कैसे

दिनभर के काम के बाद सबसे आरामदेह होता है मैड मेन के क्रेडिट्स पर आंखे गड़ाना और फिर अपने बिस्तर के आगोश में समा जाना. यदि आप अकेली हैं तो ऐसा करना बिल्कुल सही है, लेकिन यदि आप अपने पार्टनर के साथ हैं और फिर भी उनसे बात करने के बजाय डेरेक ऐंड मेरेडिथ देखना पसंद करती हैं तो ये चिंता की बात है.

केवल एक आप ही नहीं हैं, जिसके अच्छे-भले सेक्शुअल जीवन में, दोस्त समझे जानेवाले बुद्धू बक्से ने सेंध लगा दी है. इटली में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, ऐसे जोड़े जिनके बेडरूम में टीवी है, उनके बीच सेक्शुअल संबंधों की संख्या, ऐसे जोड़े की तुलना में जिनके बेडरूम में टीवी नहीं है, आधी होती है.

मुंबई के सेक्शुअल मेडिसिन कंसल्टेंट राज ब्रह्मभट्ट इस अध्ययन का समर्थन करते हैं. ‘‘बेडरूम में टीवी आपके सेक्शुअल जीवन को बर्बाद कर देता है,’’ वे आगे बताते हैं,‘‘इन दिनों घर के हर कमरे में टीवी होना फैशन बन गया है. लेकिन इसका विपरीत परिणाम ये है कि कई कपल्स सेक्स के लिए समय निकालने के बजाय सीरियल देखना पसंद करते हैं.’’

सेक्स विनाशक

‘‘मैं अपना पसंदीदा टीवी सीरियल, लिविंग रूम के बजाय आराम से अपने बेडरूम में देखना पसंद करूंगी,’’ कहना है पीआर एग्जेक्यूटिव रितिका साहनी, का. ‘‘पर समस्या ये है कि मेरे और मेरे पति के पसंदीदा प्रोग्राम अलग-अलग हैं. जब तक मैं अपना सीरियल देखकर सोने के लिए तैयार होती हूं, वे अपने प्रोग्राम्स, खबरें या ऐक्शन मूवीज देखना शुरू कर देते हैं. सेक्स का तो नंबर ही नहीं आ पाता.’’

एक तर्क ये हो सकता है कि रिमोट उठाकर टीवी को बंद करने की ही देर है कि अंतरंग पल जिए जा सकते हैं, लेकिन ये इतना आसान नहीं है. ‘‘कई बार कोई सेक्सी फिल्म देखने के बाद हम निजी पल जीने के मूड में आ जाते हैं,’’ ये बताते हुए मीडिया प्रोफेशनल तनिका बसक कहती हैं, ‘‘पर अधिकतर समय हम न्यूज देखते हैं और इसे देखकर निजता की कोई भावना नहीं उभरती.’’

रचनात्मक तरीके

राज बताते हैं, ‘‘मेरे बहुत-से पेशेंट्स बेडरूम से टीवी हटाने के मेरे सुझाव का विरोध करते हैं. पर ये महसूस करना ज़रूरी है कि एल्कोहल की ही तरह टीवी देखने से इच्छाएं तो बढ़ती हैं, लेकिन सक्रियता कम हो जाती है. अत: इसे लिविंग रूम में रखें, ताकि आप इसे अन्य परिजनों के साथ ही देखें. आप इसे देखने के समय में कटौती करने से भी शुरू कर सकते हैं. यदि आप रोज छह घंटे टीवी देखती हैं तो इसे तीन घंटों तक सीमित कर दें. और ये समय ऐसा रखें कि आप दोनों को दाम्पत्य जीवन के सहज पलों को साथ बिताने का पूरा समय मिले.’’

ये कठिन ज़रूर है, पर पूरी तरह संभव है. अपने सेक्शुअल संबंधों की गर्माहट को पुनर्जीवित करें. फिर आपको ख़ुद ही महसूस होने लगेगा कि वास्तविक जीवन का यह एपिसोड टीवी सीरियल्स के एपिसोड से कहीं ज्यादा अच्छा अनुभव है.

5 टिप्स: सिंगल सेक्स को लेकर युवतियों के बदलते विचार

परिवर्तन के इस दौर में न सिर्फ युवतियों के विचार बदले हैं बल्कि उस से कई कदम आगे वे दैहिक स्वतंत्रता की बोल्ड परिभाषा को नए कलेवर में गढ़ती और बुनती नजर आ रही हैं.

1. सेक्सुअलल बोल्डनैस का बोलबाला

आज युवतियों ने सेक्स को अपने बोल्ड व बिंदास अंदाज से बदल दिया है. युवतियां न केवल सोशल फोरम में व सार्वजनिक जगहों पर सेक्स जैसे बोल्ड इश्यू को सरेआम उठा रही हैं बल्कि उस के पक्ष में अपना मजबूत तर्क भी पेश कर रही हैं. वे कैरियर ओरिऐंटिड होने के साथसाथ सेक्स ओरिऐंटिड भी हैं. सेक्स के टैबू होने के मिथक को वे काफी पीछे छोड़ चुकी हैं. वे सेक्स को बुराई नहीं समझतीं बल्कि उस का भरपूर लुत्फ उठाना चाहती हैं.

2. सिंगल सेक्स की पैरोकार आज की युवतियां

कुछ समय पहले तक युवतियों के अकेले रहने या सफर करने पर सवाल उठाए जाते थे, पर जवान होती युवापीढ़ी ने वर्षों से चली आ रही नैतिक व सेक्स से जुड़े सामाजिक मूल्यों की अपनी तरह से व्याख्या की है. सहशिक्षा व बौद्धिक विकास ने इसे बदलने में काफी सहायता की है. शिक्षित स्वतंत्र कम्युनिटी के इस बोल्ड अंदाज ने आम मध्यवर्गीय सोच में भी अपनी पैठ बना ली है. निम्न वर्गों में तो पहले से ही स्वतंत्रता थी. बगावती सुरों ने आजादी पाने की राह आसान कर दी है. युवतियों की आर्थिक स्वतंत्रता ने भी इस में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है.  सिंगल रहने वाली अधिकतर युवतियां इस सेक्सुअलल फ्रीडम का बेबाकी से फायदा उठाती नजर आती हैं. वे सेक्स को ऐंजौय करने में हिचकिचाती नहीं हैं. यह भी शरीर की एक आवश्यकता है.

3. सेफ सेक्स, सेफ लाइफ का फंडा

आधी आबादी का एक बड़ा वर्ग सेफ सेक्स को तरजीह देता है. सेक्स अब इंटरकोर्स का माध्यम मात्र नहीं बल्कि सुरक्षित व आनंददाई बन गया है. युवतियां अलर्ट हैं, जागरूक हैं और अपनी सेहत को ले कर सजग भी हैं. सेक्सुअलल इंटरकोर्स के दौरान वे दुनियाभर के उपाय जैसे पिल्स, कंडोम आदि का बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर रही हैं. सिंगल रहने वाली युवतियां अब सेक्स का भी मजा ले रही हैं और फिटनैस भी बरकरार रख रही हैं.

4. सिंगल सेक्स के फायदे

वर्जनाएं अब टूट रही हैं. पढ़ाई, नौकरी या कामकाज के सिलसिले में युवतियां अपनी जद की सीमाएं लांघ रही हैं. ऐसे में बेरोकटोक वाली एकाकी जिंदगी उन्हें ज्यादा रास आ रही है. माना कि आम भारतीय परिवारों में विवाहपूर्व सेक्स को अभी भी वर्जित समझा जाता है और इसे चोरीछिपे ही अंजाम दिया जाता है, लेकिन यही रोकटोक युवाओं को सेक्स के और अधिक करीब खींच कर ला रही है. वैसे तो सिंगल सेक्स अपनेआप में एक फ्रीडम का एहसास कराता है, पर इस के कुछ फायदे भी हैं जैसे :

  •    इस से बोल्डनैस का एहसास होता है.
  •    यह कथित वर्जनाओं को तोड़ने का चरम एहसास कराता है.

माना कि सिंगल सेक्स आप को रियल सेक्सुअलल फन दे सकता है, पर अपनी सेक्सुअलल प्राइवेसी को ले कर सतर्क भी रहें. सेक्सुअलल फ्रीडम की भी लिमिट तय करें तभी आप इस के आनंद के चरम पर पहुंच सकती हैं और इस के बिंदास अंदाज में रंग सकती हैं. सेक्सुअलल इंडिपैंडैंसी जहां आप को बेबाक व बोल्ड बनाती है वहीं मोरल पुलिसिंग का शिकार भी इसलिए फन के साथ केयर का भी खयाल रखें.

5. सिंगल सेक्स के नुकसान

भले ही सिंगल रहने वाली युवतियां सेक्स को ले कर मुखरित हों पर इस के अपने कुछ नुकसान भी हैं:

  •   मल्टी पार्टनर्स से संक्रमण के खतरे बढ़ जाते हैं.
  •  चीटिंग का खतरा हमेशा बना रहता है.
  •  लंबे समय तक ऐसी फ्रीडम आप को फिजिकल प्रौब्लम्स भी दे सकती है.

कुछ समय पहले मेरे पेशाब के साथसाथ धातु गिरती थी, इस बात से मैं बहुत तनाव में हूं. सलाह दें?

सवाल-

मेरी उम्र 25 साल है. कुछ समय पहले मेरे अंग से पेशाब के साथसाथ धातु गिरती थी. इस सिलसिले में एक झोलाछाप डाक्टर ने मुझ से कहा था कि तुम गुप्त रोग से पीडि़त हो. इस से तुम्हारी शादी पर बुरा असर पड़ेगा. इस बात से मैं बहुत तनाव में हूं. सलाह दें?

जवाब-

धातु एक ऐसा लक्षण है जो आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृतियों में पाया जाता है. इस में मरीजों को समय से पहले पस्त होना या नामर्दी की शिकायत होती है और उन्हें लगता है कि उन के पेशाब के साथ वीर्य भी निकलता है.

इस का इलाज दवाओं से किया जाता है और साथ ही, गलत धारणाओं को दूर करने में मनोवैज्ञानिक सलाह भी कारगर साबित होती है.

मेरी पत्नी सैक्स में डिफरेंट पोश्चर ट्राई करना चाहती है, मैं क्या करूं?

सवाल

मेरी हालफिलहाल में शादी हुई है. हम दोनों हैप्पी मैरिड कपल हैं. हम दोनों में सैक्स रिलेशन भी अच्छे हैं, लेकिन नईनई शादी और सैक्स संबंध में मेरी पत्नी की मुझ से सैक्स को ले कर अलगअलग डिमांड रहती है. वह चाहती है कि मैं डिफरैंट पोजीशन ट्राई करूं, जिस के लिए मैं खुद को परफेक्ट नहीं समझता हूं, लेकिन मैं भी करना चाहता हूं. इसे ले कर हम दोनों में तनाव रहता है. इस के लिए मैं क्या करूं?

जवाब

पत्नी का साथ दें

यह सुन कर अच्छा लगा कि आप दोनों न्यू कपल हैं और आप के बीच सब ठीक चल रहा है. आप की वाइफ आप से सैक्स रिलेशन में डिमांड करती है, यह भी अच्छी बात है. इस से आप का रिलेशन मजबूत होगा. इस में आप को अपनी पत्नी का साथ देना होगा, क्योंकि इस से पतिपत्नी का रिश्ता स्ट्रौंग होगा. साथ ही, वह यह भी समझेगी कि आप उस की भावनाओं की कदर कर रहे हैं, जिस से आप के लिए इज्जत भी बढ़ेगी और रिश्ते में मिठास आएगी.

आप भी एंजौय करेंगे

अगर आप की पत्नी सैक्स में डिफरैंट पोजीशन ट्राई करने के लिए कहती है, तो उसे आप एंजौय करें. अगर आप नहीं जानते हैं कि किस तरह से करना है, तो आप किताबों और सोशल मीडिया पर अच्छी जगह से मदद ले सकते है. इस से आप का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आप के अंदर एक पौजिटिव ऐनर्जी भी आएगी. साथ ही, प्रोसैस को जान कर एंजौय भी करेंगे. यह प्रक्रिया एक दिन की नहीं है, जिसे आप एक दिन करें और छोड़ दें. वाइफ को हैप्पी रखने के लिए आप बारबार डिफरैंट पोजीशन ट्राई कर सकते हैं. हैल्दी और हैप्पी सैक्स रिलेशन के लिए यह जरूरी है और आप की वाइफ डिमांड करती है, तो आप जरूर करते रहें.

सैक्स में डिफरैंट तरीके रिश्ते को मजबूत करते हैं

सैक्स में जितना आप सिंपल रहेंगे उस से आप कभी मजबूती नहीं पा पाएंगे. इस के लिए जरूरी है कि आप सैक्स में डिफरैंट स्टाइल अपनाएं. इसे सैक्स में मनोरजंन भी बना रहेगा और आप खुश भी रहेंगे.

ट्राई करें ये डिफरैंट पोजीशन

(Lotus) लोट्स सैक्स पोजीशन– इस सैक्स पोजीशन में एक साथी क्रौस-लैग्ड बैठा होता है और दूसरा उस का सामना करते हुए सामने बैठता है. यह 2 आमनेसामने के शरीरों को एकसाथ कस कर दबा हुआ होत है, जो अंतरंग मधुर और सैक्सी होता है.

(face to face Position) फेस टू फेस पोजीशन– इस पोजीशन में दोनों आपस में बैठ कर, लेट कर, खड़े हो कर, घुटनों के बल बैठ कर भी सैक्स कर सकते हैं. जरूरी यह है कि इस में दोनों साथी एकदूसरे के आमनेसामने होते हुए सैक्स करते हैं.

(Doggy Style) डौगी स्टाइल सैक्स पोजीशन– डौगी पोजीशन काफी कंफर्टेबल मानी जाती है और इसे करने में महिलाओं को थकान नहीं होती है. इस सैक्स पोजीशन को काफी आराम से और पेशेंस के साथ करना चाहिए, तभी इस का असली मजा ले पाएंगे. इस स्थिति में मेल पार्टनर आसानी से वैजाइना तक पहुंच जाता है.

(Criss Cross) क्रिस क्रौस सैक्स पोजीशन– इस पोजीशन में सैक्स करने से शरीर में ज्यादा भार नहीं पड़ता है. इस सैक्स पोजीशन में महिला साथी नीचे होती है और पुरुष महिला के टांगों के बीच से निकल कर कैंची की तरह की शेप बनाते हैं यानी मेल पार्टनर क्रौस लैग कर के बैठता है.

मेरी एक फेसबुक फ्रैंड से गहरी दोस्ती हो गई है और मैं उस से बात किए बिना नहीं रह सकती, मैं क्या करूं?

सवाल-

32 वर्षीय विवाहित महिला हूं. 2 बच्चों की मां हूं. 11 साल हो गए शादी को. शुरुआत में सब ठीक नहीं रहा. सास बहुत प्रताडि़त करती थीं. झगड़े में पति ने कई बार हाथ भी उठाया. इन सब से अलग मेरी एक फेसबुक फ्रैंड से गहरी दोस्ती हो गई. हम लोग अलगअलग शहर में रहते हैं, बावजूद उस के मेरी लगातार चैटिंग और बातचीत होती रहती है.

उस से मेरी एक बार भी मुलाकात नहीं हुई पर हम आपस में बगैर बातचीत किए नहीं रह सकते. उस को कई बार ब्लौक भी किया पर फिर पहले जैसी स्थिति हो जाती है. कभीकभी मन कचोटता है कि पति से चीटिंग क्यों कर रही हूं? बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

आप किसी तरह के गिल्ट के चक्कर में न रहें. आप कोई गलत काम नहीं कर रही हैं. जब तक आप को मानसिक सुख घर में नहीं मिल रहा आप सुकून पाने के लिए फेसबुक फ्रैंड का सहारा ले रही हैं चाहे वह पुरुष हो या स्त्री, गलत नहीं है. नैतिकता के चक्कर में पड़ कर अपना मन खराब न करें. हां, एकदूसरे से मिलना हो तो उस से पहले 2 बार सोच लें कि जोखिम लेने लायक है या नहीं.

मेरे कौलगर्ल बनने की कहानी…

वो शाम बड़ी उलझन भरी थी. उस ने मेरी ओर देखा. मेरे हाथ को अपने हाथ में ले कर बोला, ”बेहद खूबसूरत हो तुम. क्या अभी तक शादी नहीं की है तुम ने?
फिर मुझे पीछे से पकड़ कर बेतहाशा चूमने लगा. मुझे याद है मिहिर (पति) ऐसा करता था तो मेरे तनबदन में एक लहर सी दौड़ जाती थी. मगर उस दिन मुझे कुछ नहीं हो रहा था. उस ने मुझ से धीरेधीरे कपड़े उतारने को कहा और वह कांच की डिजाइनर गिलास में बियर डालते हुए मुझे अपलक निहारता रहा. वह मुझे भी बियर पिलाना चाहता था.
शाम के 7 बज गए थे और मुझे 9 बजे तक घर पहुंचने की जल्दी थी. मैं जानती हूं, पुरुष को उत्तेजित करो तो वे जल्दी ही चरम पर पहुंच जाते हैं. मैं यही सोच कर उस से लिपट गई तो वह जल्दी ही बैड पर जाने को आतुर हो उठा. शारीरिक भूख शांत होने के बाद वह काफी संतुष्ट और खुश नजर आ रहा था.
उस ने मेरे हाथ में 500-500 के 20 नोट हाथ में रखे तो मैं ने उसे धीरे से पर्स में सरका दिए. मुसकराई और ‘बाय’ कह कर विदा हो ली. मुझे घर जल्दी पहुंचना था ताकि बेटे को संभाल सकूं.

सुंदरता पर मोहित थे सब

मुझे याद है जब मिहिर से मेरी शादी हुई थी तो वह मेरी सुंदरता पर मोहित रहता था. जब मेरी शादी हुई थी तो तब मैं 21 साल की थी. बचपन में तुम बहुत खूबसूरत और अच्छी हो लोगों से सुनती तो बहुत खुश होती थी. पर मेरी सुंदरता ही मेरे राह की दुश्मन बन गई थी. 10वीं के बाद ही मेरी पढ़ाई घर वालों ने बंद करा दी थी. मांपिताजी बचपन में ही गुजर गए थे और जब तक नानानानी जीवित थे तब तक तो सब ठीक था पर उन के मरने के बाद मेरी सारी उम्मीदें खत्म हो गई थीं.
शादी के बाद लगा जिंदगी बदल जाएगी. लगा सब पटरी पर आ गया. प्यार करने वाला पति मिला, एक बेटा हुआ. पर मेरी यह खुशी भी ज्यादा दिनों तक नहीं रही. एक सड़क दुर्घटना में पति की असमय मौत ने मुझे अंदर तक हिला कर रख दिया. बेटे को पालना और पढ़ाना मेरे लिए चुनौती बन गई तो 1-2 जगह नौकरी भी की. पर कम पढीलिखी होने की वजह से 7-8 हजार रुपए महीने से ज्यादा की नौकरी नहीं मिली.
इसी बीच मेरे संपर्क में 1-2 पुरुष आए भी. पर दोनों ने एकएक कर मुझे भोगा और शादी की बात पर भाग खड़े हुए. कोई भी बेटे सहित मुझे अपनाने को तैयार नहीं था.

एक दिन मैं घर के पास वाले पार्क में बैठी थी कि तभी एक युवती आई और मेरे बगल में बैठ गई. बातचीत शुरू हुई तो बाद में घर आनाजाना और दोस्ती गहरी हो गई.

…और फिर एक दिन

एक दिन उस ने मुझे जो बताया उस से मैं हैरान रह गई. वह मुझे कौलगर्ल बनने के लिए बोल रही थी. उस की कही बात मैं कैसे भूल सकती हूं, ”देखो, तुम मुझ से भी ज्यादा स्मार्ट हो, सुंदर हो. पढीलिखी नहीं हो. मगर तुम चाहो तो महीने में 60-70 हजार रुपए कमा सकती हो. इस से तुम्हारी जिंदगी बदल जाएगी. बेटे का भविष्य बना पाओगी. मुझे 2-4 दिन में बता देना. सोचसमझ लो, बाकी मुझ पर छोड़ दो.”
मेरे पास कोई चारा नहीं था. रिश्तेदारी मतलब की थी. पति के मरने के बाद सब धीरेधीरे कटते गए. जो हमदर्दी दिखाते वे इस बहाने मुझे भोगना चाहते थे.
बहुत सोचने के बाद मैं ने तय किया कि मुझे पैसे कमाने हैं. 60-70 हजार महीने के किस को काटते हैं? मुझे पता है कि इस कमाई के लिए अभी उम्र है. 40-42 के बाद फिर जिस्म के खरीदार कम हो जाते हैं.

शरीफों के साथ रंगीन रातें

अब उस युवती ने मुझे पहले तो अपने साथ ब्यूटी पार्लर ले गई फिर पहनावे में भी मुझे पूरी तरह बदल दी. सलवारकुरती की जगह अब आधुनिक कपड़े ने ले लिया था. मैं सप्ताह में लगभग 4-5 दिन ग्राहकों को अपना जिस्म बेचती हूं. हर बार के मुझे कम से कम 6-8 हजार और कभीकभी तो 10 हजार रुपए तक मिल जाते हैं. मैं तथाकथित शरीफ लोगों के साथ थ्री, फोर और फाइव स्टार होटल में होती हूं. मुफ्त में खाना मिलता है, गिफ्ट मिलते हैं और पैसे भी.
वह युवती भी अब मेरे साथ एक ही फ्लैट में रहती है. हम दोनों ही पिछले 3-4 साल से यह सब कर रहे हैं.
अब पैसे रहने की वजह से बेटे का दाखिला अच्छे स्कूल में करवा दिया है. उसे ट्यूशन देती हूं. पर दिल के अंदर एक हुक सी उठती है कभीकभी.

काश, मैं पढ़ीलिखी होती

मुझे पता है मैं क्या कर रही हूं. पर मुझे इस का मलाल नहीं है. पति के मरने के बाद दरदर की ठोकरें खाई थी, अब कम से कम पास में पैसे तो होते हैं, मन की कर तो सकती हूं, बेटे को उस की पसंद के खिलौने तो दे सकती हूं, मनपसंद खापी और पहन तो सकती हूं…
कभीकभी मन दुखी होता है तो छत को निहारते हुए सोचती हूं कि औरत का जीवन भी क्या है? क्या उस का पूरा जीवन ही संघर्ष के लिए बना है?
मुझे लगता है कि अगर मैं पढ़ीलिखी होती तो शायद ये दिन नहीं देखने पड़ते.
मैं जहां रहती हूं वहां किसी को पता नहीं मैं क्या करती हूं, कहां जाती हूं. शहरी जिंदगी में तो लोग वैसे भी मतलब तक नहीं रखना चाहते.

मैं क्या करूं

मैंं तो कहूंगी कि भारतीय परिवार में बेटों से ज्यादा बेटियों को पढ़ाना चाहिए, उन्हें शिक्षित बनाना चाहिए क्योंकि कब किस के साथ क्या घटित हो जाएगा यह कौन जानता है? अपनी नजरों में मैं एक कौलगर्ल हूं, जिसे देशी भाषा में वेश्या भी कहते हैं. पर मैं कर भी क्या सकती थी? अब मेरे पास 5-7 लाख रुपए इकट्ठे हो चुके हैं. मुझे सलाह दीजिए कि अब मुझे क्या करना चाहिए? इस जिंदगी ने पैसा तो दिया पर अब आजिज आ चुकी हूं. कल को बेटे को क्या जवाब दूंगी? कृपया उचित सलाह दें.

मैंने अपने बौयफ्रैंड के साथ सैक्स किया है. क्या इससे में प्रेग्नेंट हो जाऊंगी?

सवाल

मैं 21 साल लड़की हूं, मेरा एक बौयफ्रैंड है जिस के साथ मेरे फिजीकल रिलेशन भी हैं. हाल ही पीरिड्स में मैंने बौयफ्रैंड के साथ सैक्स किया. लेकिन हमने कोई प्रोटेक्शन नहीं अपनाया. अब मैं इस बात को ले कर परेशान हूं कि कहीं मैं प्रेग्नेंट न हो जाऊं. मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या पीरियड्स के दौरान रिलेशन बनाने से प्रग्नेंसी ठहर सकती है.

जवाब

आमतौर पर पीरिड्स के दौरान फिजीकल रिलेशन बनाने पर प्रग्नेंसी नहीं ठहरती है. लेकिन, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप की पीरियड्स रैग्युलर है या नहीं. अगर पीरियड्स रैग्युलर हो तो गर्भ ठहरने की चांस कम होते है. लेकिन, गर्भ ठहरने की संभावना को पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता. अगर आप की माहवारी अनियमित हो और अंडाणु का विसर्जन अनियमित समय से हो जाए और उसी समय मासिकधर्म भी हो रहा है तो गर्भधारण की संभावना भी हो सकती है.

अगली बार ऐसा कुछ करने से पहले गर्भनिरोधक उपाय अवश्य अपना लें ताकि प्रैगनैंसी, एसटीडी और एड्स जैसी बीमारियों से बचाव हो सके. वैसे, वर्तमान स्थिति में आप का पीरियड्य सैक्स करने के बाद सामान्य हो चुका है तो घबराने की कोई बात नहीं है.

मेरी बीवी पिछले 1 साल से मायके में रह रही है. मैं क्या करूं?

सवाल-

मेरी शादी को 5 साल हो गए हैं और मेरी एक बेटी भी है. मेरी बीवी पिछले 1 साल से मायके में रहती है. वह न मुझ से फोन पर बात करती है और न ही वापस आना चाहती है. मैं क्या करूं?

जवाब-

पहले घर वालों के जरीए बीवी के मायके में रहने की वजह मालूम करें और उसे दूर करने की कोशिश करें. इस पर भी वह न माने तो वकील और अदालत के जरीए उसे नोटिस दे सकते हैं.

बात न बने तो उसे तलाक दे कर किसी अच्छी लड़की से शादी कर लें, पर बेटी की जिम्मेदारी तो हर हाल में आप को उठानी पड़ेगी, इसलिए आप की पहली कोशिश बीवी की बेरुखी को जान कर उसे पूरी तरह दूर करने की होनी चाहिए.

ये है नपुंसकता का कारण, ऐसे बढ़ाएं सेक्स क्षमता

आजकल सारी दुनिया में नपुंसकता एक ऐसी समस्या बन गई है जिसके शिकार लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ती जा रही है. झिझक व हिचकिचाहट की वजह से महिलाएं ही नहीं पुरुष भी न तो अपनी यह समस्या किसी से कहते हैं, न ही सही चिकित्सक के पास जाकर इसका इलाज कराते हैं.

”नपुंसकता’ का मुख्य कारण है ‘एजुस्पर्मिया’. ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष के शरीर में उचित मात्रा में वीर्य नहीं बन पाता है. लेकिन विज्ञान ने इलाज खोज लिया है.

कैसे होता है एजुस्पर्मिया

शोध में ये साबित हुआ है कि पुरुषों में यह समस्या 12 से 20 प्रतिशत तक बढ़ी है. वीर्य कम होने की समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं-

– फोलीक्यूलर स्टूमुलेटिंग हार्मोन का कम होना

– अनुवांशिक कारण

– कई बार कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी भी एक कारण है

– गलत जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी, तनाव

इस समस्या की पहचान के लिए सीमन का टेस्ट, ब्लड टेस्ट, ट्रांसरीटल अल्ट्रासाउंड, टीएसएच व एलएच टेस्ट करवाये जाते हैं. इन टेस्टों के नतीजों के मुताबिक़ ही इलाज किया जाता है.

होम्योपैथिक चिकित्सक की मानें तो जिस तरह पोषक तत्वों की कमी को सप्लीमेंट से दूर ‌की जा सकती है वैसे ही होम्योपैथिक में भी इसका इलाज मौजूद है. हालांकि एलोपैथी में भी इसका प्रभावी उपचार मौजूद है लेकिन कई मामले ऐसे भी होते हैं जिसमें इलाज के दौरान साइड इफेक्ट भी बहुत होते हैं.

कैसे बढ़ाए सेक्स क्षमता

यह साबित किया जा चुका है कि प्यार करना उन कुछ चीज़ों में से एक है जिनके बारे में इन्सान सबसे ज्यादा सोचता है. लेकिन व्यस्त दिनचर्या और तगड़े रूटीन के चलते शायद ही आपको अपनी बीवी का हाथ तक पकड़ने का मौका मिलता हो. जिन्हें मिलता भी है, वह दिन भर की थकान और मानसिक तनाव के चलते इस बारे में दिलचस्पी नहीं दिखा पाते.

तो अगर आप भी उन नौजवानों में से हैं जो कुछ ऐसी चीज़ों की तलाश में हैं जो उनके इन मुश्किल से मिलने वाले खूबसूरत लम्हों में रंग भर दे तो परेशान न हों. क्योंकि यह चीजें आपकी किचन में ही हैं.

वैनीला – वैनीला उन कुछ चीज़ों में से एक है जिसकी बस खुशबू ही आपकी प्रेमिका के मूड को खुशगवार बनाने के लिए काफी है. इसकी प्यारी खुशबू आपकी थकान को कम करके आपको रोमेंटिक मूड में लाने में मदद करती है.

सीपी – समुद्र में पाया जाने वाला यह जीव यूं तो एक खूबसूरत मोती को बनाने में मददगार होता है. लेकिन साथ ही काम संबन्धी समस्याओं के बारे में भी यह बहुत उपयोगी है. समुद्री भोजन सीप स्त्री और पुरुष दोनों के लिए ही गज़ब का काम करता है. यह शरीर में जिंक की मात्रा बढ़ाकर शरीर उत्तेजना पैदा करता है.

चॉकलेट – चॉकलेट किसे नहीं पसन्द. तो ऐसे में अगर हम यह कहें कि चॉकलेट आपके लिए वह काम कर सकती है जो आप अक्सर सोचते हैं तो बेशक यह एक अच्छी ख़बर होगी. डार्क चॉकलेट में कुछ ऐसे कैमिकल होते हैं जो न सिर्फ आपके तनाव को कम करते हैं बल्कि आपके एक्साइटमेंट को बढ़ाने का भी काम करते हैं.

अनार – एक अनार सौ बीमार यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी. ऑक्सीकारकों से युक्त यह फल शरीर में रक्त संचार को बढ़ा कर आपके जननांगों में संवेदनाओं की तरंगों को बढ़ा देता है. इससे आपके शरीर में प्रेम की उमंग कई गुना बढ़ जाती है.

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