बोलने में बेहद स्मार्ट, दिखने में काफी खूबसूरत और फर्राटेदार अंगरेजी बोलने वाली सोनू पंजाबन का पारिवारिक बैकग्राउंड भले ही अच्छा न रहा हो, पर उस की जिंदगी भी मुश्किलों भरी रही है. अभी वह तिहाड़ की जेल नंबर 6 में बंद है. 16 जुलाई, 2020 को दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने एक मामले में सोनू पंजाबन के साथसाथ उस के साथी संदीप को भी दोषी ठहराया. वहीं जेल सूत्रों के मुताबिक, 18 जुलाई, 2020 को सोनू पंजाबन ने सिरदर्द की शिकायत की थी. उसे जो दवाएं दी गईं, वे उस ने एकसाथ ले कर जान देने की कोशिश की. हालांकि जेल के अडिश्नल आईजी राजकुमार ने ऐसी किसी बात से इनकार किया. उन्होंने कहा कि सोनू ने सिरदर्द की गोलियां कुछ ज्यादा खा लीं, और कोई बात नहीं है.
परंतु जरूरत से ज्यादा दवा के सेवन से सोनू पंजाबन की तबीयत बिगड़ गई. यह तो अच्छा हुआ कि आननफानन में उसे अस्पताल पहुंचा दिया गया, जहां उस की जान बच गई.
जैसे ही दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने सोनू पंजाबन को नाबालिगों का अपहरण कर उन से वेश्यावृत्ति कराने के मामले में दोषी करार दिया, वह डिप्रैशन में आ गई और उसे सिरदर्द होने लगा. सिरदर्द की एकसाथ इकट्ठी दवा खाने के बाद उसे डीडीयू अस्पताल में भरती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उस की जान बचा ली.
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गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन की कारगुजारियां फिल्म सरीखी हैं. उस ने अपनी खूबसूरती और चालाकी के दम पर देशभर में सैक्स रैकेट चलाया. इस दौरान वह कई बार जेल भी गई, लेकिन हर बार किसी तरह जमानत पर रिहा हो कर बाहर आ गई, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि वह दोषी करार दी गई. यही वजह है कि सोनू पिछली बातों व यादों को भूल नहीं पा रही और दोषी साबित होने पर तो वह बेहद तनाव में है.
अपने समय में पुलिस प्रशासन को छका देने वाली सोनू पंजाबन को कोई विष कन्या कह कर बुलाता है, तो कोई हुस्न की शहजादी. मौडर्न लाइफस्टाइल जीने वाली सोनू पंजाबन ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसे यह दिन भी देखने को मिलेगा.
वैसे भी पुलिस के साथ आंखमिचैली का खेल सोनू पंजाबन के लिए कोई नई बात नहीं है. पर अब दोषी साबित होने के बाद सोनू पंजाबन को लग रहा है कि उस का देह व्यापार का साम्राज्य खत्म हो जाएगा.
गौरतलब है कि दिल्ली की द्वारका कोर्ट में गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन और उस के साथी संदीप को नाबालिगों से देह धंधा कराने के आरोप में दोषी करार देने के बाद सजा का ऐलान किया जाएगा.
आरोप है कि सोनू और उस के साथी संदीप ने नाबालिगों का अपहरण किया, फिर कैद में रखा और मानव तस्करी भी कराई. नजफगढ़ के रहने वाले एक परिवार ने सोनू पंजाबन पर उन की नाबालिग बेटी का अपहरण कर उसे देह धंधे के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. इस के बाद जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने साल 2014 में सोनू पंजाबन को गिरफ्तार कर लिया था.
इस किशोरी को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अलगअलग जगहों पर बेचा गया था. वहां उस के साथ अलगअलग लोगों ने रेप किया. इसी दौरान पीड़िता उन के चंगुल से निकल भागी और अपने घर पहुंच गई.
इस दौरान किशोरी अवसाद में थी और आरोपितों से उसे जान का खतरा था. पुलिस ने सोनू पंजाबन को दिल्ली के उस के एक ठिकाने से धर दबोचा था. छानबीन में पता चला कि सोनू पंजाबन दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब के कई मानव तस्करों के संपर्क में थी.
देशभर में सोनू पंजाबन ने देह व्यापार का धंधा फैलाया और इस दौरान करोड़ों की संपत्ति बनाई. दिल्ली के कई थानों के अलावा देश के कई राज्यों में सोनू पंजाबन पर सैक्स रैकेट चलाने के मामले दर्ज हैं. मकोका के तहत भी सोनू पंजाबन पर केस दर्ज किया गया था.
सोनू पंजाबन इतना बड़ा नाम हो गई थी कि उस के किरदार पर बौलीवुड में फिल्म भी बनने लगी थी. फिल्म ‘फुकरे’ में भोली पंजाबन का किरदार सोनू पंजाबन का ही असली किरदार है.
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फिलहाल तो सोनू पंजाबन की उम्मीदों पर डीडीयू अस्पताल के डाक्टरों ने पानी फेर दिया है यानी उसे बचा लिया गया है, पर देखना यह है कि अगली सुनवाई में कोर्ट सोनू पंजाबन को ले कर क्या फैसला सुनाता है. साथ ही यह सवाल भी गहराया हुआ है कि आखिर जेल में सोनू पंजाबन तक ऐसी जानलेवा दवा पहुंची कैसे? वहीं अब ठीक होने के बाद सोनू पंजाबन को एक और नई मुसीबत से जूझना होगा.
द्वारका कोर्ट अगली सुनवाई में सोनू पंजाबन को कितने साल की सजा सुनाती है, यह तो समय के गर्त में है. पर इतना तय है कि उसे सजा भुगतनी ही होगी.