जादू टोना, तंत्र मंत्र का खेल लोगों को किस तरह हलाक करता है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. यह दोधारी “तलवार” होता है. अगर कोई तंत्र-मंत्र की भूल भुलैया मे आगे बढ़ता है और यह गम पालता है कि मैं अपना भला कर रहा हूं, यह सिद्धि प्राप्त करके संसार पर राज करूंगा अथवा मनोकामना पूरी करूंगा. मगर होता क्या है!यह “वह” भी नहीं जानता. और समय की परिस्थितियों में एक दिन खुद मौत का शिकार बन जाता है.
ऐसा ही कुछ घटनाक्रम छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिला में हुआ जहां बिहार से आकर एक शख्स सार्वजनिक सुलभ शौचालय में नौकरी कर रहा था. तंत्र मंत्र का फितूर था, इसी का दुष्परिणाम यह निकला कि बिहार से आकर दो लोगों ने उसे मौत का कफन पहना दिया और सकुशल चले भी गए वह कुछ भी नहीं कर सका.
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इस संपूर्ण घटनाक्रम को देखें तो एक बार पुनः यह स्पष्ट हो चुका है कि तंत्र मंत्र, जादू टोना आदि सिर्फ अज्ञान है और अशिक्षित लोगों का मन का भ्रम है. जिसके फेर में पड़कर वह अपनी अथवा लोगों की जिंदगी बर्बाद करते रहते हैं.
गेली में हुए घटनाक्रम और भी कई पेंच हैं- आइए हम आपको बताते हैं एक ऐसे हत्याकांड की कहानी जिसे पढ़ सुनकर आप स्वयं आश्चर्य में डूब जाएंगे कि क्या ऐसा भी हो सकता है? वहीं दूसरी तरफ “कानून के हाथ लंबे” कहे जाते हैं इस हत्याकांड को कारित करने वाले हत्यारों को पुलिस ने जिस तरह पकड़ा, धर दबोचा, कहा जा सकता है कि सचमुच कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं.
बिहार का गनौरी पंडित
9 अगस्त 2020 की सुबह मुंगेली जिला मुख्यालय के पड़ाव चौक स्थित सुलभ शौचालय में कार्यरत कर्मचारी बिहार निवासी गनौरी पंडित की संदिग्ध हालत में लाश मिली. पुलिस शुरुआत से ही इस प्रकरण को हत्या मानकर चल रही थी. यही वजह है कि पुलिस कप्तान अरविंद कुजूर ने एडिशनल एसपी कमलेश्वर चंदेल और एसडीओपी तेजराम पटेल के निर्देशन में जांच टीम गठित कर दी. जांच टीम ने साइबर सेल से मिले सुराग के आधार पर बिहार निवासी संदेही शिलानन्द एवं प्रदीप कटारे को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिस पर आरोपियों ने गुनाह कबूल करते हुए जादू-टोने के शक में गनौरी पंडित की हत्या की बात बात कबूल की.
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मृतक गनौरी और आरोपी शिलानन्द भी बिहार के मूल निवासी हैं. कुछ समय पूर्व साथ में आपस में काम करते रहे, तब से मृतक पर तंत्र मंत्र जादू टोने की शंका आरोपी और उसके परिजन करते थे. आरोपी शिलानन्द ने अपने इकबालिया बयान में बताया कि मृतक ने उसके परिजनों पर टोना-जादू कर दिया था, फल स्वरूप आए दिन तबीयत खराब रहती. इसी वर्ष फरवरी माह में भी मृतक से मुलाकात करने आरोपी मुंगेली पहुंचे थे मगर स्थिति ऐसी बनी कि काम तमाम नहीं कर सके. दूसरे प्रयास में 8 अगस्त को किराए की कार लेकर मर्डर की तैयारी से मिर्ची पाउडर और लोहे की हथौड़ी लेकर आरोपी अपने निकले.
9 अगस्त को तड़के सुबह मुंगेली सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचे. सुलभ शौचालय में गनौरी पंडित को अकेला पा कर मिर्ची पाउडर छिड़क कर उसे हक्का-बक्का कर दिया गया और फिर हथौड़ी से ताबड़तोड़ सिर पर वार कर दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष गुनाह कबूल कर लिया. छत्तीसगढ़ में तंत्र-मंत्र के खिलाफ निरंतर प्रयासरत शिव दास महंत बताते हैं लोगों में अशिक्षा व परंपरा में मिली घुट्टी के कारण यहां जादू टोटका की घटनाएं घटित होती रहती हैं सभी को मालूम है कि इसका कोई सु- परिणाम नहीं आता और आगे जाकर पछताना ही पड़ता है.