पार नामक नदी के पास से सुबह के समय गुजर रहे लोगों की नजर नदी के किनारे खड़ी एक कार पर पड़ी.

सुनसान जगह पर लावारिस हालत में कार खड़ी होने पर लोगों को अजीब सा लगा. कार के आसपास भी कोई दिखाई नहीं दिया. उत्सुकतावश जब लोग कार के पास पहुंचे तो उन की आंखें फटी रह गईं.

कार की पिछली सीट पर एक महिला की लाश पड़ी थी. लाश देखते ही लोगों द्वारा पुलिस को फोन कर कार में लाश पड़ी होने की जानकारी दी गई.

सूचना मिलते ही गुजरात के जिला वलसाड के थाना पारदी की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. यह नदी गुजरात के वलसाड शहर के पारदी इलाके में स्थित है. यह बात 28 अगस्त, 2022 की है.

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर निरीक्षण किया. कार और महिला की लाश की हालत देख कर पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि मामला हत्या का है. महिला की उम्र 32-33 साल के आसपास थी. उस के गले पर निशान देखने से ऐसा लग रहा था कि महिला की गला दबा कर हत्या की गई है.

उस की चप्पलें ड्राइविंग सीट के नीचे पड़ी थीं. जबकि लाश कार की पिछली सीट पर जिस हालत में थी, उस से लग रहा था कि महिला को जबरन खींच कर पिछली सीट पर लिटा कर उस का गला दबाया गया है.

महिला के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं था. उस के कपड़े भी अस्तव्यस्त नहीं थे और अपना बचाव करने के भी कोई सबूत दिखाई नहीं दे रहे थे. इतना जरूर था कि महिला की ब्लू कलर की मारुति बलेनो कार की चाबी, उस का  मोबाइल  व अन्य सामान गायब था.

पुलिस यह नहीं समझ पा रही थी कि जब महिला का गला दबाया गया, तब उस ने हत्यारों से संघर्ष क्यों नहीं किया? हत्यारों का पता लगाने के लिए सब से पहले मरने वाली महिला की शिनाख्त होनी जरूरी थी.

तब कार के नंबर से कार मालिक का पता करने का प्रयास किया गया, वहीं पुलिस ने ऐसी किसी महिला की गुमशुदगी के संबंध में भी पता करना शुरू किया.

हरेश ने की पत्नी की लाश की शिनाख्त

संयोग से बीती 27 अगस्त की शाम को ही वलसाड के ही रहने वाले हरेश बलसारा ने थाने में अपनी पत्नी और प्रसिद्ध गरबा सिंगर वैशाली बलसारा की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. इस पर पुलिस ने हरेश बलसारा से संपर्क किया.

अपनी कार और पत्नी की लाश को देखते ही हरेश फूटफूट कर रोने लगा. उस ने बताया कि लाश उस की पत्नी वैशाली बलसारा की है. हरेश ने पुलिस को बताया कि उस की 34 वर्षीय पत्नी वैशाली बलसारा 27 अगस्त, 2022 की शाम को किसी से मिलने की बात कह कार से अकेली निकली थी.

देर शाम जब वह लौट कर नहीं आई और न उस का कोई फोन आया, तब उसे फोन किया. लेकिन उस का मोबाइल फोन स्विच्ड औफ था.

काफी देर तक जब फोन नहीं मिला तो वह घबरा गया. उस ने पत्नी के बारे में परिचितों से पूछताछ के साथ ही स्वयं भी तलाश की. लेकिन हर ओर से निराशा मिलने के बाद उस ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी.

घटना की जानकारी मिलते ही वलसाड के एसपी डा. राजदीप सिंह झाला व डीएसपी  वी.एन. पटेल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए. डौग स्क्वायड और फोरैंसिक टीम की भी मदद ली गई.

लाश की शिनाख्त हो जाने पर पुलिस ने मौके की काररवाई निपटाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए वैशाली का शव सूरत भेज दिया. फोरैंसिक टीम ने घटनास्थल से जरूरी सबूत जुटाए.

अब यह बात स्पष्ट हो गई थी कि मृतका वैशाली बलसारा है. पुलिस के सामने अब यह प्रश्न था कि वैशाली की किसी से क्या कोई दुश्मनी थी? या उस की शोहरत से किसी को जलन थी? वैशाली की हत्या कैसे, क्यों और किस ने की?

हत्या के संबंध में पुलिस पूछताछ में हरेश ने बताया कि जाते समय वैशाली बलसारा ने किसी से मिलने जाने और कुछ देर में लौट आने की बात कही थी. इस से ज्यादा वह कुछ नहीं बता पाया.

गरबा गुजरात का एक प्रसिद्ध डांस है. गरबा की धुन ही अलग और गाने भी बेहद खास होते हैं. इस में डांडिया ले कर लोग डांस करते हैं. इसी गरबा की जानीमानी, बेहद खूबसूरत, गुजरात के वलसाड की रहने वाली लोक गायिका वैशाली बलसारा की पहचान हो जाने के बाद पता चला कि मृतका वैशाली जहां मशहूर गरबा सिंगर थी, वहीं उस का पति हरेश बलसारा म्यूजिशियन था. वह कार्यक्रमों में गिटार बजाता था.

दोनों ही संगीत की दुनिया के लिए जानापहचाना चेहरा थे. वे गुजरात, मुंबई के अलावा विदेशों में भी शो करते थे. मशहूर गरबा सिंगर की हत्या की खबर मिलते ही वलसाड में सनसनी फैल गई.

पुलिस की 6 टीमें जुटीं जांच में

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी स्पष्ट हो गया था कि वैशाली की हत्या उस की गला दबा कर की गई थी. हत्यारों का उद्देश्य केवल वैशाली की हत्या करना था. यदि हत्यारे चाहते तो कार भी ले जा सकते थे.

अब सवाल यह था कि वैशाली का कत्ल क्यों किया गया? क्या वैशाली की प्रौपर्टी के लिए हत्या की गई या कोई अन्य कारण था?

पुलिस ने जांच का काम शुरू किया. हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें बनाई गईं. सब से पहले पतिपत्नी के संबंधों के बारे में जानकारी जुटाई. हरेश और वैशाली की शादी साल 2011 में हुई थी. दोनों की एक बेटी भी है. जबकि हरेश बलसारा के पहली पत्नी से भी एक बेटी थी.

इस समय हरेश और वैशाली अपनी दोनों बेटियों और मातापिता के साथ रहते थे. परिवार में किसी तरह की कोई समस्या नहीं थी. पुलिस को इस बात का यकीन हो गया था कि मृतका का पति हरेश पुलिस से झूठ नहीं बोल रहा और न कोई बात छिपा रहा है.

अब वैशाली के कत्ल में पुलिस ने गहराई से जांच का काम शुरू किया. कातिल का पता लगाने के लिए पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया.

वैशाली की सहेली बबीता से की पूछताछ

पुलिस ने अनेक लोगों से पूछताछ की. करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की. इस जांच के बाद पुलिस को एक बड़ा सुराग मिला. इस से यह भी पता चला कि आखिरी बार जिंदा रहते हुए वैशाली को एक महिला दोस्त बबीता कौशिक के साथ देखा गया था. अब पुलिस ने बबीता की काल डिटेल्स निकाली. उस की काल डिटेल्स भी चैक की. इस से यह स्पष्ट हो गया कि जब वैशाली की हत्या हुई, तब उस के

साथ बबीता भी थी. यानी हत्या की वह चश्मदीद थी.

बबीता के बारे में पुलिस ने जानकारी जुटाई. पुलिस को पता चला कि बबीता इस समय 8 माह से अधिक की गर्भवती है. ऐसे में मानवीय पहलू को देखते हुए उस से पूछताछ करना बेहद ही मुशकिल था.

पुलिस के सामने यह चुनौती भी थी कि बबीता से पूछताछ के दौरान यदि स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी हो गई तो उस के गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान हो सकता था. बबीता के 10 साल का एक बेटा भी है.

ऐसे में पुलिस ने सभी बातों का ध्यान रखते हुए एक नई और अनोखी तरकीब निकाली. पुलिस ने सब से पहले डाक्टरों की एक टीम बनाई. फिर बबीता के घर जा कर पुलिस ने उसे बताया, ‘‘आप की दोस्त वैशाली बलसारा की हत्या हो गई है. जांच में पाया गया है कि आखिरी बार वैशाली की आप से बात हुई थी, इसलिए आप से इस संबंध में कुछ जानकारी करना चाहते हैं ताकि आप की दोस्त के हत्यारों को शीघ्र पकड़ा जा सके.’’

इस के साथ ही पुलिस ने बबीता को डाक्टरों से भी मिलवाया ताकि उसे यह न लगे कि उसे किसी तरह की परेशानी होगी. इस तरह बबीता को भी पुलिस पर भरोसा हो गया.

बबीता के पूरी तरह आश्वस्त हो जाने के बाद पुलिस ने पूछा, ‘‘आखिरी बार जब आप वैशाली से मिलीं तो आप को कोई संदिग्ध नजर आया था?’’

तब बबीता ने पुलिस को उलझाने का प्रयास किया. इसलिए झूठ बोलते हुए कहा, ‘‘हां, आखिरी बार जब मैं मिली थी तो वैशाली के साथ 2 और लोग भी थे. जिन में एक को वह सामने आने पर पहचान सकती है.’’

पुलिस ने झूठ बोल कर उगलवाया सच

इस पर पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों के सीसीटीवी फुटेज दिखाए. इस के अलावा भी कुछ संदिग्धों के फोटो दिखाए. ये फोटो उन लोगों के थे, जिन का वैशाली मर्डर केस से दूरदूर तक कोई लेनादेना नहीं था.

लेकिन पुलिस के इस जाल में बबीता फंस गई. उस ने उन दिखाए हुए फोटो में से एक को पहचान लिया. फिर पूरे यकीन के साथ पुलिस को बताया कि यही वह संदिग्ध व्यक्ति था, जिसे आखिरी बार वैशाली के साथ उस ने देखा था.

इस प्रकार पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि बबीता झूठ बोल रही है और वैशाली के कत्ल में बबीता का ही हाथ है. इस के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने समझाते हुए उस से गहराई से पूछताछ की. तब रहस्यों में लिपटी गरबा सिंगर वैशाली के कत्ल की कहानी उजागर हुई.

जुर्म करने के बाद हर अपराधी झूठ बोलता है. लेकिन पुलिस ने ही जब कातिल से झूठ बोल कर उसे अपने बुने हुए जाल में फांस लिया तो कातिल ने कत्ल की पूरी सच्चाई उगल दी.

असल में मर्डर की यह पूरी कहानी 25 लाख रुपए से शुरू होती है. बबीता और वैशाली दोनों दोस्त थीं. उन की दोस्ती 2 साल पुरानी ही थी. वैशाली से बबीता ने ब्याज पर कई बार में 25 लाख रुपए उधार लिए थे. लेकिन अब बबीता उधार लिए गए रुपयों को लौटा नहीं पा रही थी. जबकि वैशाली अपने पैसों के लिए बारबार उस से तकादा कर रही थी. घटना से एक सप्ताह पहले भी वैशाली ने पैसे लौटाने के लिए बबीता पर दबाव बनाया था.

बबीता की हो गई नीयत खराब

इस पर परेशान हो कर बबीता ने फेसबुक के जरिए 2 सुपारी किलर्स से संपर्क किया. हत्या के लिए 10 लाख रुपयों की मांग की गई. बातचीत के बाद 8 लाख रुपए में वैशाली की हत्या करने की बात तय हो गई.

इस के बाद बबीता ने 27 अगस्त, 2022 को वैशाली से बात की. उस ने वैशाली से कहा, ‘‘इस समय मेरे पास 8 लाख रुपए हैं.’’

उस ने उधार दिए गए रुपए वापस देने के लिए उसे पुरानी और बंद पड़ी हीरे की फैक्ट्री के पास आने के लिए कहा.

चालाकी दिखाते हुए बबीता खुद उस दिन अपनी कार के बजाय स्कूटी ले कर घर से निकली. उस ने अपनी स्कूटी फैक्ट्री से करीब 2 किलोमीटर दूर ही खड़ी कर दी. इस के बाद आटो ले कर वह उस जगह पहुंची, जहां उस ने वैशाली को रुपए लेने के लिए बुलाया था. यहां पहले से ही बबीता के बुलाए सुपारी किलर छिपे हुए थे.

बबीता हत्यारों के साथ वैशाली का बेसब्री से इंतजार कर रही थी. बबीता को देख कर वैशाली ने कार को बबीता के पास रोका. कार रुकते ही बबीता और उस का एक साथी कार में बैठ गए.

कार में बैठेबैठे ही बबीता ने वैशाली से कहा, ‘‘बहन, पूरे रुपए का इंतजाम तो अभी नहीं हो पाया है. केवल 8 लाख रुपए ही लाई हूं. शेष रुपए भी जल्दी ही दे दूंगी.’’

बबीता अपने साथ रुपए एक बैग में ले कर आई थी. उस ने वैशाली को बताया कि वह अपने साथ भाई को लाई है. उस ने रुपयों का बैग वैशाली को थमाते हुए कहा कि गिन लो पूरे 8 लाख रुपए हैं.

इसी के साथ बबीता ड्राइविंग सीट के बगल में जबकि उस का कथित भाई पीछे की सीट पर बैठ गए. जबकि एक साथी पहरेदारी करता रहा. इसी बीच पीछे बैठे सुपारी किलर ने वैशाली की नाक पर क्लोरोफार्म लगा रुमाल रख दिया, जिस से वह बेहोश हो गई. फिर बेहोश वैशाली का अंगोछे से गला घोट दिया, जिस से उस की मौत हो गई.

इस के बाद अपने साथी की मदद से उस की लाश को कार की पिछली सीट पर लिटा दिया ताकि देखने वालों को लगे कि तबियत खराब होने से वैशाली की मौत हो गई है.

फिर बबीता ने वे 8 लाख रुपए दोनों बदमाशों को दे दिए. हत्या करने के बाद वे सभी लोग वहां से चले गए.

काश! पति से न छिपाया होता राज

वैशाली बलसारा के पति हरेश को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उस की पत्नी ने अपनी महिला दोस्त बबीता को 25 लाख रुपए उधार दिए थे. वैशाली ने अपने पति को बिना बताए बबीता को रुपए दिए थे, इस के चलते वह कहां और क्यों जा रही है, यह बात उस दिन अपने पति से छिपाई, जो उस की हत्या का कारण बनी.

बबीता से हुई पूछताछ में कई राज परत दर परत खुलते चले गए. बबीता के जानकारी देने पर पुलिस की एक टीम ने पंजाब के लुधियाना जिले के बिसिया गांव से वहां के रहने वाले सुखविंदर सिंह उर्फ सुखा भटिनी नाम के सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उसे वलसाड ले लाई.

गिरफ्तार आरोपी सुखा ने पुलिस को हत्या की पूरी सच्चाई बताई. बताया कि घटना से सप्ताह भर पहले ही बबीता ने हत्या का फैसला लिया था. उस ने हम लोगों से संपर्क किया. घटना से एक दिन पहले पंजाब से हम लोग ट्रेन से सूरत आए और एक होटल में रुके.

अगले दिन वे ट्रेन से वलसाड पहुंचे, जहां बबीता उन्हें लेने आई थी. वहां सभी ने मिल कर वैशाली की हत्या की आखिरी साजिश रची. इस के बाद वैशाली को मारने के लिए जगह चुनी.

योजना के अनुसार बबीता ने रुपए देने के लिए वैशाली को फोन किया और उस जगह पर बुलाया. सुपारी किलर रिक्शे से मौके पर पहुंचे. उन के पहुंचने के बाद बबीता आटो से तथा कुछ देर बाद वैशाली कार से वहां पहुंची.

कार में वैशाली को क्लोरोफार्म सुंघा कर बेहोश करने के बाद हत्यारों ने उसे कार की पिछली सीट पर लिटा कर अंगोछे से उस का गला घोट दिया, जिस से उस की मौत हो गई.

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई कि हत्या से पहले बबीता ने सुपारी किलर्स को गुजरात में आने के लिए किराए के पैसे और सूरत के एक होटल में ठहरने के पैसे गूगलपे के जरिए दिए थे. पुलिस ने जांच के दौरान वैशाली की हत्या जिस अंगोछे से की गई थी, उसे भी बरामद कर लिया. वह सुखवीर का था.

11 साल से संपर्क में था कौन्ट्रैक्ट किलर

गुजरात की जानीमानी गायिका वैशाली हत्याकांड में वलसाड और पारदी पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए पंजाब के लुधियाना से सुपारी ले कर हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस पूछताछ में इस किलर ने खुलासा किया कि वह और बबीता पिछले 11 सालों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे. बबीता ने उस से संपर्क किया और यह झूठ बोल कर अपनी दोस्त वैशाली की हत्या कराई थी कि वैशाली की वजह से उस का पति से तलाक हो गया था. इस पर कौन्ट्रैक्ट किलर ने वैशाली की हत्या की सुपारी ले ली.

 

आरोपियों ने वैशाली की हत्या के बदले मिले रुपयों से मंहगी चीजें खरीदीं. इस के साथ ही हाथों पर महंगे टैटू भी बनवाए. यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी लंबे समय से पंजाब में कोई काम नहीं कर रहे थे.

पुलिस ने इस अपराध के सभी सबूत ढूंढ लिए हैं. एक कहावत है कि पैसा इंसानी रिश्तों का कातिल है. आज के दौर में पैसों के लालच ने आदमी को ऐसा अंधा कर दिया है कि उसे कोई रिश्ता नजर ही नहीं आता है. यह एक ऐसी ही कहानी है, जिस में एक दोस्त ने अपनी दूसरी महिला दोस्त की सिर्फ इसलिए हत्या करा दी ताकि उसे उधार की रकम वापस नहीं करनी पड़े.

वलसाड जिला पुलिस ने राज्य के बाहर एक अभियान चला कर एक सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया. जबकि एक अन्य सुपारी किलर की तलाश में जुटी थी.

गिरफ्तारी के बाद बच्ची को जन्म देने वाली वैशाली की हत्या की मास्टरमाइंड बबीता को न्यायालय ने एक माह की जमानत दे दी है. जमानत पूरी होने के बाद बबीता के खिलाफ कानूनी काररवाई की जाएगी.

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