बिहार राज्य के सिवान जिला अंतर्गत जानकीनगर गाँव में पंचायत ने एक युवती को तालिबानी सजा दी है. प्रेमी के साथ फरार रहने के आरोप में उसे भरी पंचायत में गर्म सरिया से दागा गया. पंचायत में युवती अपनी सफाई देती रही लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी.
इस तरह की घटनाएँ पूरे देश से आते रहती है. कहीं तो चुपके रूप से कभी बेटी की हत्या उसके परिवार वालों द्वारा किया जाता है.कभी प्रेमी प्रेमिका दोनों की हत्या की जाती है. ग्रामीण क्षेत्रों में प्रेम करना महापाप घोर अन्याय के रूप में देखा जाता है.
जब गाँव में प्रेम का कोई मामला आता है तो पंचायत बुलायी जाती है. फैसला करने वाले अधिकांशतः गाँव के बुजुर्ग और प्रतिष्ठित लोग होते हैं. जिनका गाँव में मान सम्मान होता है.आज भी लोग गाँव में दकियानूसी विचारों से ग्रसित होकर तरह तरह के तालिबानी फैसला सुनाते रहते हैं.थूक गिराकर चटाना,बाल मुड़ाकर चुना का टीका लगाकर गधा पर बैठाकर पूरे गाँव में घुमाना, पाँच जाति के लोगों द्वारा दस दस जूते मारना से लेकर आर्थिक और शारीरिक दण्ड देने का रिवाज आज भी कमोवेश चालू है.आज भी डायन के नाम पर महिलाओं को पेशाब पिलाने,नँगा करके घुमाने जैसी कुकृत्य इन पंचों द्वारा सुनाये जाते हैं.
बहुत सारी इस तरह की घटनाएँ प्रकाश में नहीं आती.गाँव स्तर तक ही सीमित रहकर दबा दी जाती है. अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों के पास एंड्रॉयड मोबाइल है और इस तरह की घटनाओं का वीडियो वायरल होने लगा है जिसकी वजह से बहुत सारे मामले प्रकाश में आ जाते हैं.