कालका से शिमला की ओर कोही रेलवे सुरंग के पास चादर में लिपटी 2 लाशें पड़ी देख कर लोग इकट्ठा हुए, तो पता चला कि दोनों ही लाशें औरतों की थीं. फरवरी के पहले हफ्ते में हुए इस हत्याकांड ने सभी को चौंका दिया.
आसपास के इलाके के लोगों से पूछताछ हुई, तो सभी ने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया. मुंहनाक बंद कर उन की हत्या की गई?थी. लैब से जांच के बाद विशेष जांच टीम ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया व इन औरतों की पहचान के लिए सभी जगह फोटो भेज कर जांच को आगे बढ़ाया, तो मालूम हुआ कि ये लाशें ऊना व पंजाब के बठिंडा की औरतों की थीं. वे दोनों ही औरतें ब्यूटीपार्लर में काम करती थीं और साथ में ही रहती थीं.
पंचकूला व चंडीगढ़ के ब्यूटीपार्लर में गहन पूछताछ की गई. दूसरे राज्यों के सीसीटीवी कैमरों पर भी नजर रखी गई. वे दोनों औरतें पति से अलग रहती थीं. गीता, 31 साल, पत्नी जसवाल, बठिंडा (पंजाब) व निशा, 27 साल, पत्नी सनी, अंबऊना की रहने वाली थी. उन दोनों की काल डिटेल को भी चैक किया गया. परिजनों से पूछताछ पर पता चला कि वे दोनों पंचकूला व चंडीगढ़ के ब्यूटीपार्लर में काम करती थीं. उन की जानपहचान पंचकूला में हुई जो दोस्ती में बदल गई, तो दोनों ने जीरकपुर में कमरा लिया व वहीं रहने लगीं.
पुलिस ने भी हत्यारों को पकड़ने के लिए पूरा जोर लगा रखा था, ताकि इस शांत राज्य में अपराध की बुनियाद डालने व लोगों को डराने वालों को बेनकाब कर सजा दी जा सके.