पुलिस अधिकारियों को अब तक की जांचपड़ताल में मुसकान के दूसरे पति सोनू कश्यप का मोबाइल नंबर मिल गया था. अत: उन्होंने मुसकान की मौत की सूचना सोनू को दे दी थी और जल्द से जल्द सफीपुर आने को कह दिया था.
दोपहर बाद सोनू कश्यप मथुरा से सफीपुर आ गया. पुलिस कप्तान दिनेश त्रिपाठी तथा डीएसपी अंजनी कुमार राय ने उस से पूछताछ की. सोनू ने बताया कि मुसकान उस की पत्नी थी. 3 साल पहले उस ने मुसकान से कोर्ट मैरिज की थी. वह मथुरा में घर बनवा रहा है. इसलिए मुसकान के साथ कम ही रह पाता था. 8 दिन पहले ही वह सफीपुर आया था.
‘‘तुम्हारी पत्नी मुसकान की हत्या किस ने की?’’ एसपी दिनेश त्रिपाठी ने सीधे पूछा.
‘‘साहब, मुसकान की हत्या उस की चेलियों सलोनी, रूबी और अन्नू ने की है.’’ सोनू ने आरोप लगाया.
सोनू कश्यप ने पुलिस अधिकारियों को एक और चौंकाने वाली बात बताई. उस ने बताया, ‘‘साहब, मुसकान ने 2 शादियां की थीं. पहली शादी उस ने फतेहपुर निवासी वसीम के साथ की थी. वसीम अपराधी प्रवृत्ति का है. मुसकान की उस से नहीं पटी. वह मुसकान से नेग के पैसे व गहने छीन लेता था. मारपीट भी करता था. इसलिए 3 साल में ही उन का रिश्ता खत्म हो गया और वह अलग रहने लगी.
‘‘इस के बाद उस ने मुझ से शादी कर ली थी. दूसरी शादी करने से वसीम मुसकान से खफा हो गया था. वह उसे जान से मारने की धमकियां भी देने लगा था. वसीम पर भी उसे शक है. लेकिन वह मुकदमा अन्नू व उस के साथियों के खिलाफ दर्ज कराएगा. क्योंकि उन पर उसे ज्यादा शक है.’’पूछताछ के बाद पुलिस ने मुसकान के शव को पोस्टमार्टम के लिए उन्नाव के जिला अस्पताल भेज दिया. फिर थानाप्रभारी अवनीश कुमार सिंह ने अधिकारियों के आदेश पर सोनू कश्यप की तरफ से भादंवि की धारा 302, 394 के तहत सलोनी, रूबी व अन्नू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली. तथा उन की तलाश में उन के मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगा दिए. लेकिन उन तीनों के फोन बंद थे. जिस से उन की लोकेशन पता नहीं चल पा रही थी.
मुसकान के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसपी दिनेश त्रिपाठी ने स्वाट, सर्विलांस व कोतवाली पुलिस की 3 टीमें गठित कीं. इस में इंसपेक्टर अवनीश कुमार सिंह, एसआई सुशील कुमार, सौरभ, ओम नारायण, राजकुमार भाटी, स्वाट प्रभारी प्रदीप कुमार, राजेश, रोहित, रवि, सुनील, अंकित बैसला, जब्बार तथा राधेश्याम को शामिल किया गया.गठित टीमों को मथुरा, झांसी तथा मुरादाबाद के लिए अलगअलग रवाना किया गया. एक अन्य टीम को वसीम की टोह में फतेहपुर भेजा गया.किन्नर समाज हो गया एकजुट.
मुसकान की हत्या की खबर जब अखबारों में छपी तो किन्नर समुदाय में गुस्से की लहर दौड़ गई. उन्नाव, बांगरमऊ, फतेहपुर, कानपुर तथा लखनऊ के किन्नर सफीपुर कोतवाली पहुंच गए. इन की अगुवाई के लिए कानपुर की पूर्व पार्षद काजल किरन, उन्नाव की कोमल तथा किन्नर समाज की प्रदेश अध्यक्ष सईदा हाजी भी कोतवाली पहुंच गईं.किन्नरों ने कोतवाली में जम कर हंगामा किया और मुसकान के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. किन्नरों के प्रदर्शन से कोतवाली में अफरातफरी मच गई. उन्हें समझाने में पुलिस के अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
डा. विमल कुमार तथा डा. उमेंद्र कुमार के पैनल ने मुसकान के शव का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मुसकान की मौत गोली लगने से हुई थी.मुसकान दिखने में तो खूबसूरत लड़की लगती थी, लेकिन पोस्टमार्टम में डाक्टरों ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया. डाक्टरों को उस के शरीर में यूटरस (गर्भाशय) नहीं मिला. यानी वह गर्भधारण नहीं कर सकती थी. इस का मतलब मुसकान पुरुष किन्नर थी. उस ने प्लास्टिक सर्जरी के जरिए लिंग परिवर्तन कराया था और महिला का रूप धारण किया था.
पोस्टमार्टम के बाद मुसकान का शव लेने के लिए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर किन्नरों में आपसी खींचतान व हंगामा शुरू हो गया. कानपुर की पार्षद किन्नर काजल किरन, उन्नाव की किन्नर कोमल तथा बांगरमऊ की किन्नर प्रदेश अध्यक्ष सईदा हाजी में शव लेने की होड़ लग गई.
तीनों ही किन्नर समुदाय के रीतिरिवाजों के अनुसार शव को दफनाना चाहती थी. तीनों की लड़ाई से पुलिस के हाथ पांवफूल गए. उन्हें समझाने के लिए किन्नर समुदाय के गुरुओं को बुलाया गया. उन के समझाने पर उलझ रहे किन्नर मान गए. इस के बाद मुसकान के शव को भारी पुलिस फोर्स के साथ शुक्लागंज के चंदन घाट पर ले जा कर दफन कर दिया गया.
इधर आरोपियों की तलाश में गईं 3 टीमों में से 2 टीमें झांसी और मुरादाबाद से खाली हाथ लौट आईं. लेकिन मथुरा गई टीम को सफलता मिल गई. टीम ने मथुरा के थाना शिवनगर के नरौली निवासी संदीप राजपूत उर्फ सलोनी किन्नर को उस के घर से 2 अगस्त, 2022 की रात को दबोच लिया. उसे गिरफ्तार कर थाना सफीपुर लाया गया.