कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

टिंडर ऐप से भी चल रहा है सैक्सटौर्शन

दिलचस्प बात यह है कि इस रैकेट को चलाने वाली लड़की और उस के दोनों साथी सौफ्टवेयर इंजीनियर थे. वे अपने महंगे शौक पूरा करने और लग्जरी लाइफ के लिए इस अपराध को अंजाम दे रहे थे.

ये लोग पहले सोशल मीडिया ऐप टिंडर के जरिए अमीर लोगों को लड़की के जाल में फंसाते. उस के बाद हनीट्रैप के खेल में फंसाने के बाद उन से मोटी रकम वसूली जाती थी.

दरअसल, हुआ यूं कि दिल्ली पुलिस को एक करोड़ रुपए की रंगदारी की शिकायत मिली थी, जिस में शिकायतकर्ता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से एक अज्ञात व्यक्ति काल कर रहा था और उस से एक करोड़ रुपए की मांग कर रहा था. उस की अश्लील तसवीरें वायरल करने की धमकी भी दी जा रही थी.

इस शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रंगदारी की एफआईआर दर्ज कर ली. इंसपेक्टर अरुण सिंधू और दिनेश कुमार के नेतृत्त्व में एक टीम बनाई गई. फोन की सर्विलांस और दूसरे टैक्नीकल तरीकों से जब पुलिस टीम ने काफी सारी जानकारी जुटा ली, तो उस के बाद छापेमारी की गई.

पुलिस टीम ने गुड़गांव से राजकिशोर सिंह को पकड़ लिया. उस ने सब कुछ उगल दिया और उस के बाद उस के 2 साथियों शालिनी और आर्यन को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

उन के पास से स्पाई कैम लगे 2 हैंडबैग, मेमोरी कार्ड्स, यूएसबी पैन ड्राइव, लैपटौप जिस में पीडि़तों की तसवीरें/वीडियो थे. इस के अलावा 6 मोबाइल फोन भी बरामद कर लिए गए.

पूछताछ में पता चला कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड राजकिशोर सिंह है, जोकि पेशे से सौफ्टवेयर इंजीनियर था. राजकिशोर सिंह सन 2012 में दिल्ली आया था.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 महीना)
USD2
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...