सौजन्य- मनोहर कहानियां
जिलाधिकारी के आदेश पर पहले प्रशासन ने प्रयागराज स्थित अतीक अहमद की अरबों की कीमत की कुल 37 संपत्तियां कुर्क कीं. उस के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने इन संपत्तियों को गिराना शुरू किया.
सब से पहले 5 सितंबर को सिविल लाइंस स्थित अतीक के साढ़ू इमरान का मद्रास होटल गिराया गया. इस के बाद 7 सितंबर को नवाब यूसुफ रोड पर अतीक का गोदाम, 9 सितंबर को झूंसी स्थित कटका गांव में बने कोल्डस्टोरेज को गिराया गया.
इसे गिराने में 2 दिन लगे. करीब 10 हजार वर्गमीटर में बने इस कोल्डस्टोरेज का निर्माण अवैध रूप से कराया गया था. प्राधिकरण से इस का नक्शा भी पास नहीं कराया गया था. यह कोल्डस्टोरेज अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम था, जिस की कीमत करीब 30 करोड़ रुपए थी.
10 सितंबर को अतीक के करीबी असद की करेली के बाजूपुर गांव में की गई प्लौटिंग को जमींदोज किया गया. इस के बाद 11 सितंबर को मेहंदौरी में अतीक के चचेरे भाई हमजा की संपत्तियों पर बुलडोजर चला.
12 सितंबर को सिविल लाइंस में हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास स्थित अतीक के दोमंजिला व्यावसायिक भवन को ध्वस्त किया गया. 13 सितंबर को लूकरगंज में अतीक द्वारा कराए गए अवैध निर्माण को हटाया गया.
20 सितंबर को करबला स्थित कार्यालय के एक हिस्से से अतिक्रमण हटाया गया. थाना खुल्दाबाद क्षेत्र के करबला स्थित अतीक का यह औफिस पुलिस द्वारा कुछ दिनों पहले ही गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कुर्क किया गया था. पीडीए ने कार्यालय का जो हिस्सा तोड़ा था, वह बिना नक्शा पास कराए ही बनवाया गया था.