भोजपुरी फिल्मों में हरफनमौला कलाकार सीपी भट्ट का नाम बड़ी इज्जत के साथ लिया जाता है. वे भोजपुरी फिल्मों के एकमात्र ऐसे कलाकार हैं जो हर रोल में फिट बैठते हैं, इसीलिए उन के लिए एक कहावत चलन में है कि ‘सीपी फिट तो पिक्चर हिट’.
सीपी भट्ट ने अभी तक 250 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है और अपनी एक अलग छाप छोड़ी है. आज वे भोजपुरी के सब से बिजी कलाकारों में से एक हैं.
भोजपुरी फिल्म ‘बापजी’ के सेट पर हुई एक मुलाकात में सीपी भट्ट से लंबी बातचीत हुई. पेश हैं, उसी के खास अंश:
आप को वकालत जैसे पेशे को छोड़ कर भोजपुरी फिल्मों में काम करने का विचार कैसे आया?
- मैं गोरखपुर जिले के देहाती इलाके का रहने वाला हूं. मेरे पिता और भाई थिएटर से जुड़े रहे हैं. वे थिएटर के मंजे हुए कलाकारों में गिने जाते हैं. मैं ने भी पढ़ाई के साथ-साथ थिएटर करना शुरू कर दिया था. थिएटर ने मुझे ऐसी पहचान दिलाई कि मेरी अदाकारी की गूंज भोजपुरी सिनेमा तक पहुंच गई, जिस के चलते मुझे पहली भोजपुरी फिल्म ‘पिया तोसे नैना लागे’ का प्रस्ताव आया.
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पहली फिल्म में ही मेरी ऐक्टिंग को इतना सराहा गया कि मेरे सामने अचानक से दर्जनों फिल्मों के औफर आ गए.
बौलीवुड फिल्म कलाकारों की तरह भोजपुरी के कलाकारों को इश्तिहारों के लिए कम साइन किया जाता है, इस के बावजूद आप ने ढेर सारे इश्तिहार किए हैं. इस के पीछे क्या राज है?