भोजपुरी फिल्मों की चर्चित अदाकारा और गायिका ‘कोरोना महामारी के दौरान कुछ म्यूजिक वीडियो को लेकर चर्चा में रही. लोग उनके अभिनय और उनकी आवाज के दीवाने है.यही वजह है कि भोजपुरी फिल्म जगत और म्यूजिक इंडस्ट्री में अक्षरा सिंह किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं.
मगर बहुत कम लोगों केा इस बात का अहसास है कि वह बहुत कोमल हृदय वाली इंसान है. वह सदैव पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए अपने सामाथ्र्य के अनुसार तत्पर नजर आती हैं.13 जून को अक्षरा सिंह अचानक नालंदा जिले के करायपरशुराय प्रखंड में दिरीपर गाँव पहुंच गयीं, जहां एक वृद्ध महिला कौशल्या देवी अपनी 8 वर्षीय पोती धर्मशीला कुमार शौचालय में रहने को मजबूर हैं. अक्षरा ने वहां जाकर हालात का जायजा लिया और फिर उन्हें आर्थिक मदद दी.
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अक्षरा ने वृद्ध महिला के इस हाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा-‘‘यह घटना रोंगटे खड़े कर देने जैसा है.मैं शॉक्ड और आहम हूं कि इस बूढ़ी मां के पास रहने को घर नहीं.’’
अक्षरा सिंह ने आगे कहा- ‘‘मुझे इस बूढ़ी मां के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली. मुझे यह जानकर बेहद दुख हुआ कि एक बूढ़ी मां के पास घर नहीं है और वह इतनी गरीब है कि उनके पास सर छिपाने को छत नहीं है न ही उनके बुढ़ापे का कोई सहारा है.
वह तो बिना मां बाप की अपनी 8 वर्षीय पोती के साथ शौचालय में रहने को मजबूर है. इसकी जानकरी मिलते ही सर्च जानने के लिए मैं नालंदा के उस गांव गयी और मुझसे बूझ़ी मां की हालत देखी नही गयी.इसलिए मैं अपनी तरफ से उनकी आर्थिक मदद की और जरूरत पड़ी तो आगे भी मदद करूंगी.साथ ही मैं लोगों से अपील करना चाहूंगी कि वह भी ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आगे आएं.’’