‘‘विजय लक्ष्मी भोजपुरी ट्यून’’ से रिलीज गीत ‘‘दहेज की आग’’ को लेकर उत्साहित आनंद मोहन कहते हैं-‘‘यह गाना एक अच्छे मकसद के लिए बना है, इसलिए इसे लोग पसंद कर रहे हैं. हमारे यहां आज भी हमारी बेटियां, दहेज लोभियों की शिकार हो रही हैं. इस गाने में ऐसी ही एक दहेज पीड़िता का अपने पिता के साथ संजीदा संवाद है, जो आपके दिल को भी छू लेगा.’’

जबकि गायिका नीतू श्री ने कहा- ‘‘यह गाना मेरे लिए बेहद खास था. दहेज की आग गाने को आप खुद सुने और अपने आसपास के लोगों को भी सुनवाए और उन्हें दहेज प्रथा से दूर होने के लिए प्रेरित करें. यही इस गाने की सफलता होगी. क्योंकि दहेज की आग में बेटियां जलती हैं, जिन्हें हम लक्ष्मी भी कहते हैं. अगर कोई अपनी घर की लक्ष्मी को आग लगा सकता है, तो जिंदगी में उसके घर  कभी खुशियां नहीं आ सकती.इस बात को समझने के लिए हमारा यह गाना बेहद खास है.’’

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गीत ‘‘दहेज की आग’’ के गीतकार अमन अलबेला,संगीतकार लार्ड जी और इसके वीडियो के कलाकार हैं-आनंद मोहन पांडेय, नेहा सिद्दीकी, सारिका, निशा तिवारी और राजनंदनी हैं.वीडियो निर्देशक व कैमरामैन रंजीत कुमार सिंह हैं.

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दहेज एक सामाजिक अभिशाप है. दहेज उन्मूलन को लेकर सरकार कई वर्षों से प्रयासरत है, कई कड़े कानून बनाए जा चुके हैं. हम अत्याधुनिक होने का दावा भी करते हैं. इसके बावजूद 21वीं सदी में भी दहेज प्रथा के मामले सामने आते रहते हैं और दहेज की कमी के आरोपों के साथ महिलाएं हिंसा की शिकार भी होती रहती हैं.समाज की इसी कुरीति को उजागर कर समाज में जागरूकता लाने के मकसद से ‘विजय लक्ष्मी म्यूजिक’ एक गाना ‘‘दहेज की आग’’रिलीज किया, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है.

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