टिक-टौक बना प्रेयसी के मर्डर का सबब!

आज का आधुनिक सोशल मीडिया जहां एक तरफ वरदान है वहीं दूसरी तरफ कई बार यह अभिशाप भी बन जाता है .”टिक टॉक” वीडियो अपने इन्हीं सिक्के के दोनों पहलू के कारण लगातार विवादों में रहता है. इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो लड़कियों की हत्या हो गई, और वजह बना टिक टॉक पर बनाया गया एक वीडियो .देखिए पूरी रिपोर्ट-
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में में हुए दोहरे हत्याकांड में एक नाबालिग समेत 3 लोग पुलिस गिरफ्त में अंततः आ ही गए. एसएसपी आरिफ शेख ने मामले का खुलासा करते हुए हमारे संवाददाता को बताया कि घटना से तीन दिन पहले मृतका मंजू सिदार ने टिकटॉक पर एक वीडियो अपलोड किया था. इस वीडियो में वह दूसरे लड़के के साथ थी. यह वीडियो देख उसके प्रेमी सैफ ने हत्या की योजना बनाई और अपने साथी गुलाम मुस्तफा उर्फ काली और एक नाबालिग के साथ रायपुर आ गया. आरोपियों ने बड़े ही शातिरना ढंग से मंजू को मारा, अचानक बीच-बचाव करने आई उसकी बहन मनीषा की भी हत्या कर डाली ताकि कोई सुराग पुलिस को ना मिले. मंजू छत्तीसगढ़ के ही रायगढ़ सिटी में रहती थी. यहीं से उसका सैफ के साथ प्रेम संबंध था. पुलिस को जांच के दौरान सैफ के घर से एक दस्तावेज मिला.  इस हत्याकांड में सनसनीखेज तथ्य यह भी है कि दस्तावेजों से कोर्ट में सैफ और मंजू के विवाह की पुष्टि होती है. घर वालों के दबाव के चलते मंजू ने सैफ से दूरी बना ली थी. पर सैफ हर बार मंजू को साथ रहने के लिए कहता रहता था.

ऐसे हुआ दोनों बहनों का मर्डर

बहन की परीक्षा होने की वजह से उसकी सहायता करने मंजू 10 दिन पहले ही रायपुर आई थी.सैफ ने काली को हत्या में साथ देने के लिए 7 लाख रुपए का ऑफर दिया था. काली भी साथ देने राजी हो गया. सैफ मंजू के कमरे मे गया तो किसी बात पर उससे झगड़ा शुरू हो गया .
सैफ ने गुस्से में मंजू का गला दबाया. मंजू की बहन उसे छुड़ाने आई, इस पर पास ही रखे तवे से सैफ ने उस पर भी हमला कर दिया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार काली ने मनीषा को मारा और सैफ ने मंजू को. आरोपियों ने न सिर्फ इस हत्याकांड को अंजाम दिया बल्कि भागने का भी प्लान इनके पास तैयार था. नाबालिग साथी को सैफ ने इस काम में शामिल होने के लिए 15 हजार रुपए देने की बात कही थी.

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नाबालिग संतोषी नगर के पास बाइक लेकर सैफ और काली का इंतजार कर रहा था. सड़क के रास्ते से आरोपी दुर्ग की तरफ निकल गए. यहां से बलौदाबाजार होते हुए नाबालिग जांजगीर पहुंचा. पुलिस बाइक के नंबर के आधार पर नाबालिग तक पहुंची. इस बीच सैफ और काली रीवा भाग गए, पुलिस ने इन्हें सतना मध्य प्रदेश में पकड़ कर ले आई है. पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है.

नहीं मिला प्यार तो उसे कुचल डाला

पुलिस पूछताछ में शोएब अहमद अंसारी उर्फ सैफ ने बताया कि वह बोईदादर रायगढ़ का निवासी है. डेढ़ साल पूर्व फेसबुक के जरिए उसकी मंजू से बातचीत शुरू हुई थी. किसी कार्यक्रम में मंजू रायगढ़ आई तो दोनों की गहरी मित्रता हो गई.यह दोस्ती प्यार में बदल कर शादी के अंजाम तक पहुंच गई दोनों ने 21 मई 2019 को रायगढ़ कोर्ट में शपथ पत्र देकर शादी भी कर ली.मगर यह रिश्ता मंजू के घरवालों को मंजूर नहीं था. और अंततः घरवालों के दबाव में मंजू सैफ से दूर रहने लगी और बातचीत भी नहीं करती थी. एक महीने पहले सैफ ने मंजू और अपनी फोटो फेसबुक में अपलोड कर दी. इसे लेकर मंजू और उसके परिजनों ने 3 नवंबर को रायगढ़ जिले के चक्रधरनगर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. इसके बाद मंजू ने किसी अन्य लड़के साथ एक टिकटॉक वीडियो बनाकर अपलोड किया. जब सैफ को यह पता चला तो गुस्से में आ गया और उसने उसकी हत्या की योजना बना डाली। उसने रायगढ़ निवासी अपने दोस्त गुलाम मुस्तफा व जांजगीर-चांपा के नाबालिग लड़के को इस प्लान में शामिल किया। इसके लिए सैफ ने गुलाम मुस्तफा को 7 लाख व नाबालिग लड़के को 15000 रुपए देने का आश्वासन दिया था. तीनों रायपुर पहुंचे। सैफ ने मंजू से आखिरी बार मिलने की गुजारिश की और घर पहुंच गया. नाबालिक लड़के को बाहर खड़ा किया और गुलाम मुस्तफा के साथ कमरे में गया. यहां मंजू और सैफ के बीच काफी झगड़ा बढ़ गया तो सैफ ने पास पड़े फ्राईपैन से मंजू के ऊपर हमला कर दिया. इससे पहले कि मनीषा कुछ बोलती गुलाम मुस्तफा ने उसके ऊपर भी फ्राईपैन से वार कर दिया.जब दोनों खून से लथपथ हो गईं तो गमछे से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी.

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