किन तरीकों से बोरिंग सेक्स लाइफ को बनाएं मजेदार

सुखी जीवन का सेक्स अभिन्न अंग है. अगर पार्टनर के साथ सेक्स के में मजा नहीं आता तो जाहिर है की आप की सेक्स लाइफ एक ही ढर्रे पर चलती आ रही है. इस लिए जरुरी हो जाता है की सेक्स लाइफ को मजेदार बनाने के लिए सेक्स के नए तरीकों को समय-समय पर अपनाते रहें. सेक्स के ऐसे ही मजेदार तरीकों में शामिल है किंक सेक्स. यह सेक्स का ऐसा तरीका है जिसे अजमा कर न केवल सेक्स के चरम सुख की प्राप्ति की जा सकती है बल्कि सेक्स के दौरान रोमांच भी कई गुना बढ़ जाता है.

किंक सेक्स उन जोड़ों के लिए ज्यादा मजेदार साबित हो सकता है जो वर्षों से ही ढर्रे पर सेक्स करते- करते ऊब चुके है. इस तरह के सेक्स में सेक्स के दौरान नाजुक अंगों को काटना,चाटना हल्का थप्पड़ मारना , दबाना आदि शामिल है. हाल के वर्षों में देश के कई बड़े शहरों में किंक सेक्स को लेकर लोगों में रूचि बढ़ रही है. किंक सेक्स में रूचि रखने वालों में महिला और पुरुष दोनों शामिल है. कुछ शहरों में तो किंक सेक्स की चाहत रखने वाले लोगों ने बाकायदा अपनी कम्युनिटी बना रखी है. जो अक्सर सप्ताह के तय समय को एक जगह मिलते है. इन्हें बीडीएसएम कम्युनिटी के नाम से जाना जाता है.

बीडीएसएम का मतलब होता है बाँडेज यानी बाँध कर डोमिनेंस यानी पार्टनर पर हावी होकर सैडिजम यानी पार्टनर को तकलीफ देकर खुश होना, मैसकिजम यानी दूसरे को पीड़ा पहुँचाना. सेक्स के दौरान यह सब ऐसे किया जाता है की पार्टनर को किसी तरह का शारीरिक नुकसान नहीं होता है बल्कि सेक्स का मजा कई गुना बढ जाता है.

कैसे करें शुरुआत

कई लोगों के लिए किंक सेक्स शब्द ही नया हो सकता है. ऐसे में इस तरह के सेक्स तरीकों को अजमाने से पहले इसके बारे में जान लेना बेहतर होगा. वैसे किंक सेक्स के शौकीन लोगों के अनुसार किंक सेक्स संतुष्टि पाने का एक मनोवैज्ञानिक तरीका है. जिसको अजमाने से सेक्स का मजा कई गुना बढ़ जाता है. इसमें फैंटेसी शामिल होता है. सेक्स में किंक तरीकों अजमाने से पहले पार्टनर की सहमति जरुरी है. साथ ही एक सीमारेखा भी तय किया जाना जरुरी हो जाता है. इससे सेक्स को लेकर आप के कल्पनाओं को पर लग जातें हैं.

आप किंक सेक्स का मजा लेने के लिए शुरुआत पार्टनर की आँखों पर पट्टी बाँध करके कर सकते हैं, या कमरे के अँधेरे कोनों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसके बाद पार्टनर के नाजुक अंगों के साथ छेड़-छाड़ के साथ हल्के में काटना या नोचना शुरू कर सकते हैं. आखिर वह सेक्स ही क्या जिसमें मीठा दर्द न हों और मजा ना आये. आप पार्टनर को बेड पर बाँध सकते है. अलग-अलग पोजीशन का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें कई तरह के एनीमल पोजीशन भी शामिल किये जा सकते हैं. और ध्यान रखें इन सबके पहले अपने बेडरूम को हल्के परफ्यूम की खुशबू से सरोबार करना न भूलें. साथ ही बेडरूम की लाइट का ख्याल जरुर रखें. किंक सेक्स के दौरान बेडरूम की लाइट हल्की नीली, पीली और गाढ़ी लाल होना सेक्स का मजा और बढ़ा देता है.

किंक सेक्स के दौरान आप पूरी तरह से बोल्ड हो जाएँ। हल्की मीठी आवाजें निकालें, सिसकारियों से अपने पार्टनर को मदहोस कर दें. जिससे आप का पार्टनर पूरी तरह से आप के ऊपर हावी होने की कोशिस करेगा. ड्रेस तो ऐसा पहनें की आप का साथी देखते ही आप पर रीझ जाएँ. कभी भी सेक्स की शुरुआत जल्दबाजी में न करें इसकी शुरुआत जितनी धीमी होगी मजा उतना ही ज्यादा आयेगा.

दर्द ऐसा दें जिसमें मजा आये-किंक सेक्स के दौरान काटना, नोचना, हथकड़ी लगाना, हल्के चाबुक का इस्तेमाल करना आम बात हो सकती है. लेकिन इन सब तरीकों का इस्तेमाल वही तक सही है जहाँ तक यह सेक्स के दौरान मजे लेने का एहसास कराये. किंक सेक्स के दौरान कभी इतना आगे न निकल जाएँ आप का पार्टनर दर्द से तड़पने या चिल्लाने लगे. इससे हो सकता है आप को मजा आये लेकिन सामने वाले के नाजुक अंगो के साथ शरीर को नुकसान पहुँच सकता है.

सेक्स प्ले के दौरान यह ख्याल रखें की अत्यधिक उत्तेजना में कहीं आप ऐसा ना काट लें की आप के साथी को किसी तरह का जख्म हो जाए या ऐसे बांधने का ख्याल भी मन में न लायें जिसमें पार्टनर को चोट लगने का डर हो. किंक सेक्स के तरीकों इस्तेमाल जरुर करें लेकिन उसमें प्यार शामिल हो.

गंदगी से रहें दूर

कई बार हम किंक सेक्स के दौरान इतना आगे निकल जाते हैं की सेक्स के दौरान घृणा आने वाली हरकतें भी करने की कोशिश करने लगते है. इससे कई बार सामने वाले पार्टनर का मूड खराब हो सकता है. पार्टनर को उबकाई आ सकती है. पार्टनर का सेक्स से मन ऊब सकता है. कई बार गंदा सेक्स कई तरह की गम्भीर बिमारियों का कारण बन जाता है. ऐसे में किंक सेक्स का तरीका अजमाने से पहले यह जरुर तय कर लें की किंक सेक्स में आपका पार्टनर किन तरीकों को अपनाना ज्यादा पसंद करता है.

अगर आप ऐसा करते हैं तो आप का और आपके साथी का मजा सेक्स के दौरान बढ़ जाएगा. अगर आप भी सेक्स के एक ही ढर्रे से ऊब चुकें है तो किंकी तरीकों को अजमा सकते हैं. बस आप के लिए ध्यान रखने वाली बात यह होगी की इसमें दर्द न शामिल हो बल्कि मजा शामिल हो. इसके लिए आप बताये गए सेफ्टी के तरीकों को अजमा सकते हैं.

सेक्स के दौरान नारियल तेल का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है

कुछ महिलाएं वेजाइनल ड्राइनैस की शिकार होती हैं. जिसकी वजह से उन्हें सेक्स के समय दर्द महसूस होता है. इस तकलीफ भरे अनुभव से बचने के लिए विशेषज्ञ सेक्‍स के समय ल्‍यूब्‍स यानी ल्‍यूब्रिकेंट्स का इस्‍तेमाल करने की सलाह देते हैं. पर ऐसे कुछ नैचुरल ल्यूब्रिकेंट्स है जिनको आप आसानी से खरीद कर इस्तेमाल कर सकती हैं. नारियल तेल भी उन्हीं नैचुरल ल्यूब्रिकेंट्स में से एक है. नारियल तेल अन्‍य वौटर और सिलिकौन बेस्‍ड ल्‍यूब्‍स के तुलना में बेहतर माना जाता है.

आइए जानते हैं वेजाइना की सेंसिटिव स्किन के लिए यह कितना लाभदायक है…

नारियल तेल का इस्तेमाल बालों के सौंदर्य, चेहरे की खूबसूरती, जलने पर और कुकिंग औयल के तौर पर किया जाता रहा है. लेकिन नारियल के तेल को आप ल्यूब्रिकेंट्स की तरह भी इस्तेमाल कर सकती है. अधिकतर महिलाएं ल्यूब्स का इस्तेमाल करने से डरती है. उन्हें लगता है मार्केट में मिलने वाला ल्यूब्रिकेंट्स से उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में ल्यूब्रिकेंट्स के तौर पर नारियल तेल का इस्तेमाल करना हानिकारक नहीं है.

इंटरकोर्स में होती है आसानी

ल्यूब्रिकेंट्स एक ऐसा पदार्थ है जिसके इस्तेमाल से इंटरकोर्स काफी आरामदायक बन जाता है. लेकिन बहुत सी महिलाएं ल्यूब्रिकेंट्स खरीदने से पहले बहुत सोचती है कहीं इससे उनको कोई नुकसान तो नहीं पहुंचेगा, प्राइवेट पार्ट पर किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं हो जाएगी. अगर आपके मन में भी यह सभी सवाल है और आप ल्यूब्रिकेंट नहीं खरीदना चाहती तो आप नैचुरल ल्यूब्स यानी नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकती है. दरअसल, नारियल तेल ल्यूब्रिकेंट्स की तरह ही सेंसेशन बढ़ाता है और आपकी सेक्स लाइफ को उतना ही मज़ेदार.

कई महिलाएं नारियल तेल इस्तेमाल करने से भी डरती है. आइए जानते है नारियल तेल वेजाइना के लिए कितना सेफ है.

नारियल का तेल एक नैचुरल प्रदार्थ है साथ ही इसमें प्रिजर्वेटिव्स भी नहीं होते, ल्यूबृकेंट्स से यह बहुत सस्ता होता है. इसकी खास बात यह है कि नैचुरल के साथ इसमें एंटीमाइक्रौबियल और एंटीफंगल प्रौपर्टीज भी होती हैं. वौटर और सिलिकौन बेस्ड ल्यूब्स की तुलना में यह गाढ़ा और लौन्ग लास्टिंग होता है. इसमें मौइश्चराइजिंग प्रौपर्टीज भी होती है जो बौडी पार्ट को मौइश्चराइज करने का काम भी करता है.

कब नहीं करना चाहिए नारियल तेल का इस्तेमाल

  • अगर आपको वजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन हो जाता है तो नारियल तेल का इस्तेमाल ल्यूब के तौर पर न करें, इससे आपकी वेजाइना का पीएच बिगड़ सकता है।
  • अगर आप नारियल तेल का इस्तेमाल कर रही है तो लैटेक्स कौन्डम का यूज न करें. दरअसल, तेल के संपर्क में आने से लैटेक्स की खराब होने की संभावना हो जाती है, इससे कौन्डम ब्रेक भी हो जाता है जिससे महिला कि प्रेग्नेंट होने कि संभावना बढ़ जाती है.
  • नारियल तेल का इस्तेमाल सिर्फ पौलियूरेथेन कौन्डम्स के साथ करना चाहिए.
  • यदि आप नारियल तेल का इस्तेमाल कर रही है तो कोशिश करें वर्जिन नारियल तेल हो. यह रिफाइंड नारियल तेल से जादा लाभदायक होता है.
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