Relationship Issues: खेल के माहिर खिलाड़ी शादी में निकले अनाड़ी

Relationship Issues: दिव्या काकरान ‘अर्जुन’ अवार्ड विजेता पहलवान हैं. वे देश के लिए एशियाई खेलों के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों में भी मैडल जीत चुकी हैं. वे 8 बार ‘भारत केसरी’ का खिताब हासिल कर चुकी हैं.

पर फिलहाल दिव्या काकरान अपने खेल के लिए नहीं, बल्कि निजी जिंदगी में मची हलचल के लिए सुर्खियों में हैं. उन्होंने ढाई साल के भीतर अपने पति सचिन प्रताप सिंह से तलाक ले लिया है. दिव्या और सचिन की शादी 21 फरवरी, 2023 को हुई थी. शादी से एक साल पहले यानी साल 2022 से वे दोनों रिलेशनशिप में थे. सचिन एक जिम ट्रेनर हैं और बौडी बिल्डिंग खेल से जुड़े हैं.

इसी तरह भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने भी सोशल मीडिया पर अपने पति और बैडमिंटन खिलाड़ी पी. कश्यप से अलग होने की जानकारी दी.

साइना नेहवाल ने 14 दिसंबर, 2018 को पी. कश्यप के साथ लव मैरिज की थी. दोनों साल 2007 से रिलेशनशिप में थे.

हालांकि, दिव्या काकरान और साइना नेहवाल ने सोशल मीडिया पर बड़ा भावुक सा संदेश लिख कर अपने जीवनसाथी से अलगाव की जानकारी दी, पर क्या वाकई तलाक लेना इतना आसान है कि आपसी रजामंदी हुई और अलग हो गए पतिपत्नी?

शायद नहीं. अगर खिलाडि़यों की बात करें तो उन की जिंदगी बड़ी नियम से बंधी और तेज रफ्तार होती है. इस में जुनून होता है और हर हाल में जीतने की जिद. जो खिलाड़ी 1-1 पौइंट के लिए सामने वाले खिलाड़ी से भिड़ जाते हैं,

वे अपनी जिंदगी के फैसले लेने में किसी का भी दखल बरदाश्त नहीं कर पाते हैं.

दिव्या काकरान ने एक अखबार को बताया भी था, ‘हम दोनों के बीच 4-5 महीने से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. हम सोचते रहे कि ठीक हो जाएगा, लेकिन अब हम ने अलग होने का हार्ड डिसीजन लिया है.’

यह सबकुछ ठीक होना क्या है? क्या दिव्या और सचिन अपनी शादी से खुश नहीं थे? क्या खेल के चलते उन दोनों में दूरियां बढ़ रही थीं? क्या ढाई साल के बाद भी उन का मांबाप न बनने का फैसला इस शादी को बोझिल बना रहा था? क्या साथी की बेवफाई इस तलाक की वजह है?

इसे एक और खिलाड़ी की निजी जिंदगी से सम?ाते हैं. भारतीय मुक्केबाज स्वीटी बूरा ने कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा से शादी की थी. दीपक हुड्डा फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं, पर इन दोनों की आपसी लड़ाई इतनी ज्यादा जगजाहिर हुई है कि खेल जगत में हलचल मच गई.

इस साल की शुरुआत में स्वीटी और दीपक की शादीशुदा जिंदगी इतने खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई कि दोनों ने तलाक की कार्यवाही के दौरान अपने परिवार वालों के सामने थाने में ही मारपिटाई कर दी.

स्वीटी ने दीपक को ‘राक्षस’ तक कहा और यह भी दावा किया कि दीपक कपड़े उतार कर उन के साथ पूरी रात मारपीट करता था. घर से बाहर नहीं निकलने देता था. उस ने स्वीटी की गाड़ी भी कब्जाई हुई थी.

घंटों तक कमरे में बंद रखता था. कब किस से फोन पर बात करनी है, यह भी वही तय करता था. स्वीटी ने यह भी दावा किया है कि दीपक के लड़कों के साथ रिलेशन हैं. शादी के एक महीने के बाद उन्होंने वीडियो देखी तो पता चला.

इन सब आरोपों के जवाब में दीपक हुड्डा के वकील सागर पंघाल ने कहा कि स्वीटी व दीपक साल 2015 से एकदूसरे को डेट कर रहे थे. लिवइन रिलेशनशिप में भी रहे थे, लेकिन स्वीटी ने उस समय यह बात क्यों नहीं कही, जबकि आज ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं?

उधर, दीपक हुड्डा ने भी स्वीटी बूरा पर रोहतक में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी, जिस में आरोप लगाया कि दीपक ने हिसार में एक प्लाट लिया था. इस की सारी पेमेंट उन्होंने की, मगर प्लाट सिर्फ उन के नाम के बजाय उन के और स्वीटी के नाम पर रजिस्टर करा दिया गया.

दीपक ने आरोप भी यह लगाया कि स्वीटी के पिता महेंद्र बूरा ने ब्याज पर देने के बहाने उन से लाखों रुपए ठगे. स्वीटी के भाई ने दीपक के घर पर रखे 12 लाख रुपए भी ले लिए. स्वीटी की बहन ने भी चैंपियनशिप के बहाने तकरीबन 9 लाख रुपए ट्रांसफर करा कर ठग लिए, जबकि वह ऐसे किसी कंपीटिशन में गई ही नहीं.

दीपक के मुताबिक, एक बार छोटी बहस होने पर स्वीटी ने उन पर चाकू से हमला कर दिया. इस से उन्हें टांके लगे. एक बार उस ने सोते हुए हमला कर दिया. इस में उन का सिर फट गया.

इस सब में एक बात और सामने आती है कि चूंकि दिव्या काकरान, साइना नेहवाल और स्वीटी बूरा तीनों ही खिलाड़ी हैं, तो इन में किसी से न हारने की सोच हावी दिखाई देती है. कुश्ती का मैट हो या बैडमिंटन का कोर्ट या फिर मुक्केबाजी का रिंग, ये खेल की तरह जिंदगी को भी जीतने की इच्छा रखती हैं और इस के लिए किसी तरह का समझौता करना अपनी तौहीन समझती हैं.

चूंकि ज्यादातर खिलाड़ी कम उम्र में ही अपने घर वालों से दूर रहते हैं, इधर से उधर सफर करते हैं, तो उन के लिए शादी से पहले संबंध बनाना उतना मुश्किल नहीं होता है. महिला खिलाड़ी शादी के कई साल तक बच्चा पैदा करने से बचती हैं और उन के हार्मोन इतने ज्यादा मजबूत होते हैं कि तन और मन से उन्हें संभाल पाना हर किसी के बस का नहीं होता है.

इस के अलावा खेल के चलते पतिपत्नी के बीच दूरी होना, उन का सामाजिक माहौल जुदा होना, खेल में बने रहने का तनाव, बेवफाई, आपसी तनातनी, समाजिक दबाव भी खिलाडि़यों के तलाक की अहम वजह बनते हैं. Relationship Issues

मेरी बीवी का सेक्स करने का मन नहीं करता है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 28 साल का हूं. मेरी शादी को ढाई साल हो चुके हैं. मेरा 11 महीने का एक बेटा भी है. दिक्कत यह है कि बीवी का हमबिस्तरी करने का मन नहीं करता. उसे काफी दर्द महसूस होता है. फोरप्ले करने से भी उस के अंग में गीलापन नहीं होता है. बताइए कि मैं क्या करूं?

जवाब

हमबिस्तरी का सारा खेल मन से जुड़ा होता है. अगर आप की बीवी इस में मन से भाग नहीं लेगी, तो उसे तकलीफ होगी ही. आप बीवी से खुल कर बात करें और कहें कि यह तो आप का हक है. उस से पूछें कि अगर उसे किसी तरह की कोई दिक्कत हो तो बताए, ताकि डाक्टर से उस का इलाज कराया जा सके. बीवी को प्यार से मनाएंगे, तो बात बन जाएगी.

प्रेमी प्रेमिका का ब्रेकअप : गम काहे का

23 साल की संजना का अपने प्रेमी रोहन से ब्रेकअप हो गया था. वह कई सालों से उस से प्यार करती थी. वह इस ब्रेकअप के बाद काफी दुखी और हताश हो चुकी थी. उसे समझ में नहीं आ रहा था कि रोहन को कैसे समझाए कि वह उसे दिलोजान से प्यार करती है, जबकि रोहन ने कई बार अपनी शारीरिक जरूरतें पूरी करने के बाद ‌उस से किनारा कर लिया था.

उन दोनों के बीच ब्रेकअप होने बड़ी वजह है थी रोहन का नताशा नाम की लड़की के प्यार में पड़ जाना. नताशा काफी बोल्ड किस्म की लड़की थी. अब‌ वे दोनों खुल कर मिल रहे थे. संजना यह सब देख कर जलभुन रही‌ है. उसे समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसे हालात में क्या किया जाए.

गहरी निराशा में एक दिन संजना ने ढेर सारी नींद की गोलियां खा कर खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. उस के मातापिता ने समय रहते इलाज कराया, तब जा कर वह बच पाई.

20 साल की नाजिया अपने साथ पढ़ने वाले फरहान से प्यार करती थी, पर कुछ दिन से वह फरहान को अनदेखा करने लगी थी, क्योंकि वह अपने बचपन के दोस्त इकबाल से नजदीकियां बढ़ाने लगी थी. इस बात से फरहान काफी निराश और दुखी रहने लगा था और डिप्रैशन में चला गया था.

नाजिया से प्यार में धोखा खाने के बाद फरहान खुदकुशी करने की कोशिश करने लगा था, पर उस के एक खास दोस्त ने मौके पर पहुंच कर उसे बचा लिया था.

आज ज्यादातर नौजवान प्यार में नाकाम हो कर उलटीसीधी और ऊलजुलूल हरकते करने लगते हैं. कई बार तो भावनाओं में बह कर संजना और फरहान की तरह वे खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगते हैं या फिर खुदकुशी तक करने पर उतारू हो जाते हैं, जबकि यह नासमझी भरा कदम होता है.

2 लोगों के बीच का प्यार बहुत ही नाजुक अहसास होता है. जब कोई लड़की किसी लड़के से प्यार करती है तो उसे दिलोजान से चाहती है. उस के बिना अपनेआप को अधूरा समझने लगती है. यह बिलकुल स्वाभाविक है. यही लड़के के साथ भी होता है. कोई लड़का अगर किसी लड़की को दिल से चाहता है, तो उस के बिना अपनेआप को अधूरा समझने लगता है. जैसा कि फरहान अपनेआप को समझने लगा था और खुदकुशी करने पर उतारू हो गया था. वह तो गनीमत थी कि उस के दोस्त मौके पर पहुंच कर उसे बचा लिया था.

माना कि प्यार में धोखा खाने के बाद या ब्रेकअप होने के बाद के हालात असहज हो जाते हैं, लेकिन इतना भी नहीं होते कि एकदूसरे के बिना खुद को नुकसान पहुंचाया जाए या खुदकुशी जैसे अपराध को अंजाम दिया जाए.

इस से उलट आज की यंग जैनरेशन पुरानी सोच से परे हो कर ‘तू नहीं‌ कोई और सही’ के फार्मूले पर चलती है. प्यार में धोखे खाने पर वह भावनाओं में बह कर नहीं सोचती है, बल्कि उस से सीख ले कर अगली बार नए प्रेमी या प्रेमिका के साथ पिछले गलतियों को नहीं दोहराती है.

19 साल की कालेज में पढ़ने वाली अलका मौडर्न सोच की लड़की है. उस का कहना है, “मेरे एक नहीं, बल्कि 2-2 बौयफ्रैंड रह चुके हैं. मैं एक प्रेमी के साथ लिवइन में भी रह चुकी हूं. हालांकि जिस प्रेमी के साथ लिवइन में रही थी, उस के साथ बेहद ही बुरा अनुभव रहा था.

“मैं जिस लड़के के साथ जिंदगीभर का साथ निभाना चाहती थी, उस के बारे में धीरेधीरे बहुत कुछ जान गई थी. वह लड़का जीवनसाथी बनने लायक नहीं था, इसलिए मैं उस से समय रहते अलग हो गई. उस लड़के से मैं शुरुआती दिनों में बहुत प्यार करती थी, उसे दिलोजान से चाहती थी. उस से अलग होना इतना आसान नहीं था.”

आज अलका जिस लड़के के साथ जिंदगी बिताना चाहती है, वह उस के साथ कुछ दिन समय बिता कर संतुष्ट हो चुकी है. यह सब लंबे समय तक एकदूसरे के साथ घूमनेफिरने से ही मुमकिन हो पाया है. लेकिन बिना सोचेसमझे जल्दीबाजी में जिंदगी गुजारने की बात सोचना भी ठीक नहीं है.

किसी इनसान को देख लेने भर से और इधरउधर थोड़ाबहुत मिलनेजुलने से उस की अच्छाइयों या बुराइयों को हम बहुत जल्दी नहीं जान पाते हैं. आजकल के कुछ लड़केलड़कियां थोड़ीबहुत मुलाकात में अच्छा होने का नाटक तो जरूर करते हैं, लेकिन आप जैसेजैसे उन से खुलते जाएंगे या उन के साथ कुछ दिन बिता लेंगे, तो ज्यादातर चीजों के बारे में जान लेंगे.

लेकिन यहां सवाल यह है कि क्या किसी प्रेमीप्रेमिका के चले जाने से जिंदगी रुक जाती है? क्या जिंदगी को अधूरा मान लेना चाहिए? नहीं. ऐसा करना शायद खुद के साथ बेईमानी होगा.

आज किसी भी लड़कालड़की को ब्रेकअप होने के बाद या उस के चाहने वाले के जिंदगी से अलग हो जाने के बाद यह नहीं समझ लेना चाहिए कि उस के बिना जिंदगी अधूरी हो गई है, बल्कि यह सोचना चाहिए कि प्रेमीप्रेमिका का मिलना या बिछड़ना एक आम बात है.

सभी प्यार करने वाले या प्यार का दिखावा करने वाले जीवनसाथी बनने लायक नहीं होते हैं. ऐसे लोग लंबे समय तक जिंदगी में टिक भी नहीं पाते हैं. कहीं न कहीं उन की खामियां समय पर नजर आ ही जाती हैं और दोनों को अलग होने पर मजबूर कर देती हैं.

हां, ऐसे लोग जिंदगी में बहुत बड़ी सीख दे जाते हैं. आगे की जिंदगी में हमें सोचसमझ कर कदम उठाना होता है. अपने लिए बौयफ्रैंड या गर्लफ्रैंड का चुनाव करते समय सावधानी बरतनी होती है कि कहीं आगे किसी धोखे की गुंजाइश न रहे.

कई लोगों को प्यार नहीं हवस की भूख होती हैं. ऐसे लोग शारीरिक जरूरतें पूरी हो जाने के बाद किनारा कर लेते हैं या धीरेधीरे यह जता देते हैं कि हमारी जरूरत पूरी हो गई है.

ऐसे लोगों की नजर में आप की भावनाओं का कोई मोल नहीं होता है. आप के प्यार की कोई कद्र नहीं होती है. ऐसे में अपनेआप को नुकसान पहुंचाना समझदारी नहीं है, बल्कि समय रहते चेतने की जरूरत होती है.

अगली बार जब‌ आप अपने प्रेमीप्रेमिका का चुनाव करें तो सोचसमझ कर करें. उसे भावनात्मक रूप से समझने की कोशिश करें. जब आप का मन यह स्वीकार कर ले कि आप का प्रेमी या प्रेमिका आप के लिए परफैक्ट है, तभी उसे सबकुछ सौंपें.

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