बंगाली बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने वाली तमाम हीरोइनों ने भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) में अपनी खूबसूरती और अदाकारी की बदौलत एक अलग ही मुकाम हासिल किया है.
ऐसा ही एक नाम है पूजा गांगुली (Pooja Ganguly) का. भोजपुरी फिल्मों में खेसारी लाल यादव (Khesarilal Yadav) जैसे ऐक्टर के साथ डैब्यू करने वाली पूजा गांगुली आज के दौर में भोजपुरी फिल्मों की हिट हीरोइनों में गिनी जाती हैं.
ये भी पढ़ें- Lockdown में भी लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हुईं मोनालिसा की ये हॉट Photos
उन्होंने ‘कुली नंबर वन’ (Coolie No.1), ‘मुकद्दर का सिकंदर’ (Mukaddar Ka Sikander), ‘साजिश : एक जाल (Saajish : Ek Jaal)’ में खेसारी लाल यादव और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ (Dinesh Lal Yadav ‘Nirhua’) के साथ काम कर के बहुत ही कम समय में नाम कमा लिया है.
भोजपुरी फिल्म ‘गोरखपुरिया रंगबाज’ (Gorakhpuriya Rangbaaz) के सैट पर हुई एक मुलाकात में पूजा गांगुली के फिल्मी सफर पर लंबी बातचीत हुई.
पेश हैं, उसी के खास अंश :
क्या वजह है कि भोजपुरी की ज्यादातर कामयाब हीरोइनें बंगाली बैकग्राउंड से हैं?
सच कहूं तो बंगालियों के खून में अदाकारी रचीबसी है. यहां के कलाकारों के लिए भाषा मायने नहीं रखती है. बंगाल के ऐक्टर जिस भी भाषा की फिल्म में ऐक्टिंग करते हैं, वहां उन्हें कामयाबी मिल ही जाती है.
जहां तक बंगाल की लड़कियों के भोजपुरी सिनेमा में कामयाबी की बात है, तो यहां की लड़कियां मौडलिंग (Modelling) के क्षेत्र में आगे हैं. साथ ही, वे मेहनती भी होती हैं. अगर मैं भोजपुरी सिनेमा की बात करूं, तो यहां आ कर मोनालिसा (Monalisa), मनी भट्टाचार्य (Mani Bhattacharya), संचिता बनर्जी (Sanchita Banerjee), अमृता पांडेय (Amrita Pandey) जैसी तमाम बंगाली लड़कियों ने कामयाबी पाई है.
अगर खुद की बात करूं तो मैं भोजपुरी के पहले बंगला सिनेमा में काम कर रही थी, लेकिन भोजपुरी ने मुझे एक नई पहचान देने का काम किया है.
आप की मां आप को एक कामयाब गायिका के रूप में देखना चाहती थीं, फिर आप ने ऐक्टिंग का रास्ता क्यों चुना?
जी, आप ने सही कहा. मेरी मां बंगला की एक कामयाब गायिका हैं और उन की ख्वाहिश थी कि आगे चल कर मैं भी एक कामयाब गायिका बनूं, लेकिन मेरी दिलचस्पी गायन की तरफ न हो कर ऐक्टिंग की तरफ रही, इसलिए मैंने ऐक्टिंग को चुना और इस में मुझे कामयाबी भी मिली.
ये भी पढ़ें- Monalisa के इस Tik-Tok वीडियो ने सोशल मीडिया पर मचाया धमाल, साथ ही शेयर की हॉट Photos
आप को ऐक्टिंग में बिना किसी जद्दोजेहद के कामयाबी मिली. इसे आप कैसे देखती हैं?
जी, आप ने सही कहा. मुझे अचानक ही बंगाली टीवी चैनल स्टार जलसा के एक सीरियल के लिए औफर मिला था, जिस के लिए मैं ने तुरंत ही हां कह दिया था.
इस के बाद मुझे इस चैनल के 5 धारावाहिकों में बतौर लीड काम करने का मौका मिला. इस हिसाब से मुझे ज्यादा जद्दोजेहद नहीं करनी पड़ी.
आप को भोजपुरी की पहली ही फिल्म में भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesali Lal Yadav) के साथ काम करने का मौका मिला. इस कामयाबी को आप कैसे देखती हैं?
मुझे भोजपुरी फिल्मों में पहला ब्रेक कोलकाता से ही मिला. यह ऐसे हुआ कि मेरी मुलाकात कोलकाता के एक बड़े प्रोडक्शन हाउस में भोजपुरी के जानेमाने डायरैक्टर लाल बाबू पंडित से हुई.
उन्होंने मुझ से अपनी फिल्म ‘कुली नंबर वन’ में काम करने का औफर दिया, जिस में लीड रोल में खेसारी लाल यादव थे.
मैं अचानक मिले इतने बड़े मौके को गंवाना नहीं चाहती थी और तुरंत ही हां कर दिया. भोजपुरी में मेरे लिए यह फिल्म मील का पत्थर साबित हुई.
आप ने भोजपुरी की पहली बायोपिक फिल्म में भी काम किया. क्या इसे भोजपुरी सिनेमा में बदलाव का संकेत माना जाए?
जी, बिलकुल. भोजपुरी सिनेमा में अब पूरी तरह से बदलाव आना शुरू हो चुका है. जहां भोजपुरी में एक भी बायोपिक फिल्म नहीं बनती थी, वहीं दिनेश लाल यादव ने ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी कामयाब भोजपुरी फिल्म दी. मुझे खुशी है कि मैं भी इस फिल्म का हिस्सा रही.
आप की फिल्म ‘कुली नंबर 1’ में वृद्धाश्रमों की बढ़ती तादाद पर सवाल खड़ा किया गया है. भोजपुरी में इस तरह के सामाजिक मुद्दों पर बनने वाली फिल्मों को ले कर आप आगे क्या भविष्य देखती हैं?
सच कहूं तो भोजपुरी में इतने संजीदा विषयों पर पहले कम फिल्में बनती थीं, लेकिन अच्छे स्क्रिप्ट राइटरों के आने से अब भोजपुरी में भी सोशल इश्यू पर फिल्में बनने का रास्ता खुला है.
कलाकारों के लिए सोशल मीडिया और इंटरनैट के क्या माने हैं?
आज के दौर में कलाकारों के लिए सुर्खियों में बने रहने के लिए सोशल मीडिया एक अहम जरीया बन चुका है, खासकर इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर किसी भी कलाकार को आगे बढ़ाने में अहम रोल निभा रहे हैं, क्योंकि ऐसे प्लेटफार्म से अपने फैंस से सीधे जुड़ने का मौका मिलता है.
आप बाकी कलाकारों से खुद को कैसे अलग मानती हैं?
देखिए, अगर मैं खुद अपनी बड़ाई करती हूं, तो अपने मुंह मियां मिट्ठू वाली बात हो जाएगी. लेकिन अगर मैं अपने फैंस और दर्शकों की जबान में कहूं तो उन का कहना है कि मैं किसी भी रोल में आसानी से ढल जाती हूं. मैं दूसरों की तरह खुद के ऊपर कभी भी स्टारडम हावी नहीं होने दूंगी.
फिल्मों में ग्लैमरस लुक होना आप कितना अहम मानती हैं?
आज के दौर में एक हीरोइन के लिए बिना ग्लैमरस लुक के इंडस्ट्री में बने रहना मुश्किल है, इसलिए उन्हें अपना ग्लैमरस लुक बनाए रखना चाहिए.