मर्दों के लिए ये है 5 ग्रूमिंग टिप्स, स्मार्टनेस हो जाएगी दोगुनी

लडके का स्मार्ट दिखना, स्टालिश होना इस बात की गवाही देता है कि वे अपनी ग्रूमिंग पर खास ध्यान देते है. ग्रूमिंग की खास बात ही ये है जो बताती है कि पुरुषों को सबसे अलग और खास दिखना आना चाहिए.

 

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लड़को के लिए खास टिप्स होते है जो उन्हे ग्रूमिंग के वक्त करने चाहिए. जो आपके लुक्स की खूबसूरती को बढ़ा सकें. परुषों को वीक के में एक बार ग्रूमिंग जरूर करनी चाहिए. अंदरूनी सफाई से लेकर बाहरी सफाई तक खास ध्यान देना चाहिए इससे आपकी सेहत भी बेहतर बनीं रहती है. बस आपको कुछ खास बातों पर ध्यान देना चाहिए.

नाखून काटने का पर्फेक्ट टाइम सीखिए

नाखूनों की केयर और साफ सफाई की जरूरी होती है. अगर आपके नेल सौफ्ट हैं, तो कभी भी आप नेल कट कर सकते हैं. लेकिन, अगर आपके नेल हार्ड हैं, तो शॉवर लेने के तुरंत बाद बढ़े हुए नाखूनों को काटना चाहिए.

इस समय नाखून बेहद नर्म और मुलायम रहते हैं. नाखून काटने के लिए ब्लेड या सीजर का इस्तेमाल करने से बेहतर है नेल कटर का ही इस्तेमाल करें.

ठंडे पानी से नहाए

यकीन मानिए यह एक ऐसा ग्रूमिंग टिप्स है, जो सर्दी के दिनों में भी बेहद कारगर माना जाता है. दरअसल कूल या कोल्ड शौवर कोई ट्रीटमेंट नहीं है. बात दरअसल यह है कि ठंडे पानी से स्कीन पर ईचिंग कम होती है. यह उनके लिए और भी कारगर है, जिनकी स्कीन आसानी से ड्राएं हो जाती है.

बालों को रेग्युलर साफ करें

बार-बार बाल धोने की जरुरत क्यों महसूस होती है? इसलिए कि बालों में धूल और पसीने से गंदगी जम जाती है. आप शैंपू कीजिए या साबुन लगाकर हेयर वाश कीजिए, यह आपके हेयर और स्किन दोनों को ड्राय कर देता है.इससे आपके बाल बेहद रूखे और बेजान नजर आने लगते हैं.

अगर आपके बाल ऐसे हैं, जिसे धोए बगैर काम नहीं चलने वाला, तो हेयर वाश करना आपकी मजबूरी समझी जा सकती है. लेकिन क्या यह बेहतर नहीं होगा कि आप इसे रोज न कर अल्टरनेट-डे पर करें.

नौर्मल कंडीशन में सप्ताह में दो से तीन दिनों से ज्यादा शैंपू करना नुकसानदायक माना जाता है. शैम्पू जब भी करें, कंडीशनर का इस्तेमाल करना न भूलें. यह डैमेज कंट्रोल करता है.

गर्दन के पीछे शेव करें

वीक में एक बार अपनी गर्दन के पीछे भी शेविंग करें. इसके लिए कहीं जाने की जरुरत नहीं है. खुद से इस काम को अंजाम दें. लेकिन, सवाल यह है कि खुद से आप अपने गर्दन के पीछे ट्रिम करेंगे कैसे? डरिए नहीं. यह कोई ज्यादा मुश्किल काम नहीं है. आजकल इस काम के लिए स्पेशली डेडिकेटेड ट्रिमर बाजार में उपलब्ध हैं. ये क्लिपर से छोटे होते हैं और आपके हेयर लाइन को ट्रिम करने के लिए स्पेशली डिजाइन किए गए होते हैं.

शेविंग क्रीम का विकल्प

शेविंग के पहले स्किन को सौफ्ट करने के लिए हम क्या इस्तेमाल करते हैं? शेविंग सोप, शेविंग क्रीम या फिर शेविंग फोमइ. न्हीं चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. हम इनका यूज तो करते हैं लेकिन ये स्किन को ड्राए कर देते हैं. तो इसकी जगह दूसरी चीज क्या आजमायी जा सकती है?

कंडीशनर या कुकिंग औयल का इस्तेमाल स्किन को ड्राई होने से थोड़ी राहत दिलाता देता है. बस इसे सर्कुलर मोशन में चेहरे पर थोड़ी देर मलें और जैसे शेविंग करते हैं, कर लें. शेविंग के बाद भी चिपचिपाहट बची है तो बस इसे धो लें. आप चाहें तो औलिव औयल का भी इस्तेमाल करें सकते है. यह सभी प्रकार की स्कीन के लिए परफेक्ट है.

Underarms की साफ-सफाई है बेहद जरूरी, इन 5 तरीकों से रखें हाइजीन का ख्याल

Underarms Hygiene Tips: आदमी हों या औरत सभी के लिए जरुरी है कि वो अपना हाइजीन मेंटेन करें. इसके लिए जरुरी है कि आप अलग तरह की टिप्स अपनाएं. हम सभी नहाना, बालों को साफ करना, पैर और हाथों के नाखूनों को साफ तो करते ही हैं, लेकिन कई ऐसे बौडी पार्ट्स हैं जिन्हें साफ-सफाई करना बेहद जरूरी है. जैसे कि अंडरआर्म्स. इस लोग अक्सर साफ करना भूल जाते हैं. वहीं पसीने की वजह से अंडरआर्म्स से बदबू आने लगती है, लेकिन कभी-कभी ये समस्या इतनी बढ़ जाती है कि इससे दूसरे लोगों को भी परेशानी होना शुरू हो जाती है, इसलिए शरीर के बाकी अंगों की साफ-सफाई के साथ हमें अंडरआर्म्स की सफाई पर ध्यान देना चाहिए. तो आज हम आपको कुछ ऐसी ही टिप्स बताएंगे. जिससे आप अंडरआर्म्स से आने वाली बदबू को रोक सकते हैं और उसकी हाइजीन को मेंटेन कर सकते हैं.

परफ्यूम या डियोड्रेंट का करें यूज

पसीने से आने वाली बदबू की परेशानी किसी को भी हो सकती है. गर्मियों में अंडरआर्म्स में पसीना काफी आता है. जिसकी वजह से बदबू आने लगती है. ऐसे में हमेशा अपने पास परफ्यूम या डियोड्रेंट रखें और समय-समय पर अपने अंडरआर्म्स पर स्प्रे करते रहें.

आर्मपिट के बालों को ट्रिम कराएं

अंडरआर्म्स से आने वाली बदबू का एक बड़ा कारण बाल भी होते हैं. ऐसे में पुरुष ये ध्यान जरूर रखें कि आप समय-समय पर आर्मपिट में आने वाले बालों को ट्रिम करना ना भूलें.

रेजर ब्लेड को बदलते रहें

महिलाएं तो अक्सर वैक्स कर खुद को क्लीन रखतीं हैं, लेकिन अधिकतर पुरुष रेजर का इस्तेमाल कर ही अपने अनचाहे बालों को हटाते हैं. रेजर का इस्तेमाल करते हुए एक ब्लेड का ज्यादा समय तक प्रयोग ना करें. उसे समय-समय पर बदलते रहें.

जेल या शेविंग क्रीम का करें यूज

जब आर्मपिट के बालों को हटाना हो, तो सबसे पहले उस जगह पर कोई जेल या शेविंग क्रीम लगाएं. यदि आप डायरेक्ट ही अंडरआर्म्स पर रेजर लगाते हैं तो इससे बाल खीचेंगे. जिससे स्कीन पर जलन होगी और साथ ही छोटी-छोटी फुंसियां भी आ जाएंगी.

घरेलू नुस्खों से दूर होगी बदबू

अंडरआर्म्स से आने वाली बदबू को दूर करने के लिए घरेलू नुस्खों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप आर्मपिट में खीरे या फिर आलू का भी रस लगाते हैं तो बदबू नहीं आएगी. साथ ही एप्पल साइडर विनेगर लगाने से स्किन साफ भी रहेगी और बदबू भी नहीं आएगी. इन टिप्स को फॉलो करने से अंडरआर्म में हमेशा हाइजीन बरकरार रहेगी.

जागरूकता: गुनाहगार मर्द ही क्यों?

आम इनसान तो दूर पढ़ेलिखे और समझदार लोग भी शादी के वादे पर यकीन कर यौन शोषण के शिकार हो जाते हैं. एक महिला डीएसपी ने पुरुष एसपी पर शादी का झूठा भरोसा दे कर सैक्स संबंध बनाने का आरोप लगा कर एक राज्य की सरकार और पुलिस हैडक्वार्टर में एक दफा हड़कंप मचा दिया था.

फोर्स जौयन करने के 2 दिनों के बाद से ही फेसबुक और ह्वाट्सएप के जरीए उन दोनों की दोस्ती और नजदीकी शुरू हो गई थी. कुछ दिनों के बाद एसपी ने शादी करने की इच्छा जाहिर की. शादी की बात आगे बढ़ने के बाद वे दोनों और नजदीक आए और उन दोनों के बीच सैक्स रिश्ते भी बने.

सवाल यह भी उठता है कि मर्दों द्वारा की जाने वाली छेड़छाड़ या शादी का वादा कर किसी महिला साथी को सैक्स के लिए राजी करने के लिए क्या अकेला मर्द ही गुनाहगार है? क्या महिला का इस में कोई गुनाह नहीं है?

कोई मर्द बगैर महिला की रजामंदी के कई दफा कैसे उस के साथ जिस्मानी रिश्ता बना सकता है? ऐसे रिश्ते बनाने के लिए किसी महिला को कोई लालच नहीं होता है? बगैर किसी फायदे या फायदे की उम्मीद के कोई महिला किसी मर्द साथी के साथ क्या बारबार महीनों और सालों तक सैक्स रिश्ता बनाने के लिए तैयार हो जाएगी?

हैरत की बात यह है कि इस मामले में कानून और अदालतें चुप हैं. वे आंखें मूंद कर महिला की बातें ही सुनती हैं और मर्द को ?ाटके में ही गुनाहगार ठहरा देती हैं.

कोईर् भी महिला पुलिस थाने में जा कर आसानी से किसी मर्द पर यौन शोषण का आरोप आसानी से लगा सकती है और इस मामले में मर्द की कहीं भी कोई दलील नहीं सुनी जाएगी.

कानून और अदालत यह सुनने और मानने के लिए कतई तैयार नहीं हैं कि कोई महिला यौन शोेषण का आरोप लगा कर किसी मर्द को ब्लैकमेल कर सकती है. उसे कानूनी पचड़े में फंसा सकती है. उस के परिवार और समाज में उसे बदनाम कर सकती है.

कानून के जानकार कहते हैं कि महिलाओं के साथ जबरन यौन शोषण करने वालों के साथ तो कानून कार्यवाही कर सकता है, लेकिन वैसे मामलों का क्या होगा, जिन में कोई महिला खुद अपनी मरजी से किसी मर्द साथी के साथ जिस्मानी रिश्ता बनाती है और यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहता है, उस के बाद महिला यह आरोप लगाए कि उस का यौन शोषण किया गया है, तो यह बात कुछ हजम नहीं होती है. इस के पीछे किसी साजिश या कोई डिमांड पूरी न होने पर फंसाने की बू को महसूस किया जा सकता है.

अगर कोई मर्द किसी महिला साथी को शादी का वादा कर सैक्स करने की बात करता है, तो इस में महिला की भी रजामंदी जरूर होती है. महिला की रजामंदी के बगैर कोई भी मर्द कई महीनों और सालों तक सैक्स का रिश्ता नहीं बना सकता है.

मर्द जबरन रिश्ता एक बार ही बना सकता है, जिसे रेप कहा जाता है. कोई भी मर्द कई दफा किसी महिला साथी से जिस्मानी रिश्ता बनाता है, तो इस के पीछे महिला का भी कोई लालच छिपा हो सकता है.

किसी मर्द के शादी करने की बात करने पर जिस्मानी रिश्ता बनाने को तैयार होने के पीछे महिला का भी कोई न कोई लालच होता है.

कई केस में यह देखा गया है कि महिला यह सोच कर किसी मर्द साथी के साथ सैक्स करने को राजी हो जाती है कि उस के बाद मर्द पर आसानी से शादी करने का दबाव बना सकती है. अगर मर्द शादी से इनकार करता है, तो उसे अदालत में घसीट ले जाती है.

जब कोई मर्द किसी महिला को विवाह का ?ांसा दे कर जिस्मानी रिश्ता बनाने की बात करता है, तो महिला को सख्ती के साथ इनकार कर देना चाहिए. महिला को कहना चाहिए कि शादी के बाद ही यह शोभा देता है.

अकसर सैक्सकी रौ में बह कर महिला किसी मर्र्द साथी के बहकावे में आ जाती है. जब यह जिस्मानी रिश्ता दोनों की रजामंदी से हुआ है, तो फिर ?ांसा देने या यौन शोषण की बात करना बेकार है.

कई मामलों में यह देखा गया है कि सैक्स रिश्ता बनाने के बाद महिला मर्द साथी को ब्लैकमेल करना शुरू कर देती है. जब मर्द उस की इच्छा को पूरा नहीं करता है, तो वह महिला उसे कानून के फंदे में फंसा देती है. इस से मर्द की पारिवारिक और सामाजिक इज्जत तारतार हो जाती है.

गौरतलब है कि महिलाओं को यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए सरकार ने महिला यौन उत्पीड़न सुरक्षा कानून बनाया था, तो उस समय ही इस पर सवाल उठाए गए थे कि क्या इस कानून से औरतों के साथ होने वाला यौन उत्पीड़न रुक जाएगा या कम हो जाएगा?

यह सवाल आज भी जस का तस  है. इस बात को सब जानते हैं कि यह कानूनी नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक मसला है. जब किसी आदमी की सोच ही गंदी हो तो उस से अच्छे बरताव की उम्मीद भला कैसे की जा सकती है? गंदी सोच और सैक्स का मजा लेने के आरोप केवल मर्दों पर ही लगाना कहां तक सही है?

यौन शोषण रोकने के लिए बने कानून का भी दहेज रोकने के लिए बने कानून 498 (ए) की तरह काफी गलत इस्तेमाल किया जाने लगा है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि हजारों महिलाएं यौन शोषण की शिकार होती रही हैं, लेकिन वैसे मामलों को तो यौन शोषण का केस नहीं मानना चाहिए, जिस में महिलाएं महीनोंसालों सैक्स रिश्ता बनाने के बाद यौन शोषण किए जाने का आरोप किसी पर लगा देती हैं. कानून को ऐसे मामलों में नए सिरे से सोचनेसम?ाने की जरूरत है.

यह सच है कि ज्यादातर लड़कियां और औरतें यौन शोषण के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती हैं. समाज में बदनामी होने के डर से वे चुप रह जाती हैं. कुछ लड़कियां जब अपने मांबाप को इस के बारे में बताती हैं तो वे भी इज्जत का हवाला दे कर चुप रहने की और अपने काम से मतलब रखने की सलाह दे कर मामले को रफादफा करने की कोशिश करते हैं. रेप, छेड़छाड़ या किसी भी तरह के शारीरिक शोषण के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत ही दर्ज नहीं की जाती है, जिस से गलत सोच वाले लोगों का हौसला बढ़ता ही जा रहा है.

केंद्र सरकार ने महिला यौन उत्पीड़न सुरक्षा कानून 2010 तो बना दिया था, पर इस के बाद भी महिलाओं का यौन शोषण कम नहीं हुआ है.

इस कानून में किसी भी तरह के यौन उत्पीड़न को रेप के बराबर माना गया है. कानून कहता है कि काम करने की जगह पर किसी भी तरह के यौन उत्पीड़न यानी छेड़खानी, भद्दे इशारे, घूरना, टटोलना, गंदे चुटकुले सुनाना, बारबार सामने आना, जिस्मानी संबंध बनाने की पेशकश करना, शादी का ?ांसा दे कर सैक्स करना, अश्लील फिल्म दिखाना या कोई भी अशोभनीय शारीरिक, मौखिक या अमौखिक यौनाचार को इस कानून के दायरे में रखा गया है.

इस तरह की हरकतों पर केवल कानून के डंडे से रोक नहीं लगाई जा सकती है. महिलाओं को खुद ही सचेत रहने और किसी ?ांसे में फंसने से बचना होगा. अगर किसी महिला से उस का कोई मर्द साथी शादी से पहले सैक्स रिश्ता बनाने की बात करे, तो महिला को उस से इनकार करना होगा.

नौकरी देने, शादी करने, कर्ज दिलाने, इम्तिहान पास करा देने, फर्जी डिगरी दिला देने वगैरह के नाम पर महिलाएं यौन शोषण की शिकार होती रही हैं. ऐसे मामलों में पुरुष जितना गुनाहगार है, उतनी ही महिला भी गुनाहगार है. क्या कानून को इस पर नए सिरे से सोचने की जरूरत नहीं है?

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