आम तौर पर देखा जाता हैं की हम स्वस्थ समस्या को नजर अंदाज करते हैं फिर चाहे शरीर में दर्द हो या फिर आम सर्दी जुखाम. पर इन समस्या को इतर रखते हुए यदि हम बात करें उन स्वस्थ समस्यों की जिसे शायद कुछ लोग बताने में हिचकिचाते हो जैसे की प्राइवेट पार्ट से जुड़ी समस्या हो या अपनी सेक्स लाइफ से जड़ी. इन्ही समस्याओं से जुड़े कुछ प्रश्न अकसर हमारे दिमाग में होते हैं पर शर्म और डाक्टर मरीज के बारे में क्या सोचेंगे यह सोचकर हम अपने प्रश्न को मन में ही रखते हैं. हैरानी की बात यह है कि यह स्थिति पुरुष और महिला दोनों के साथ होती है. इसलिए आज हम आपको पुरुषों की कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्हें वह डाक्टर से पूछने में शर्माते हैं. जब कि पुरुष को कोई समस्या होती है तो वह उससे संबंधित घुमा फिरकर डाक्टर से उसका हल जानने की कोशिश करता हैं. अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो ये आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता हैं.
तो कौन से है वो 7 सवाल जो हम डाक्टर से पूछने में हिचकिचाते हैं.
मैनबूब्स– गायनेकोमेस्टिया को “मैनबूब्स” कहते हैं, जो मोटापे की निशानी और टेस्टोस्टेरोन के कम अनुपात का लक्षण है.इस हालत के कारण अज्ञात है.लेकिन कभी-कभी यह लिवर या किडनी की बीमारी के कारण होता हैं.
प्राईवेट पार्ट की बिमारी– अधिकांश पुरुष अपने शरीर में या प्राईवेट पार्ट में कुछ ऐसी कमियों को महसूस करते हैं जिन्हें डाक्टर्स को बता पाना मुश्किल होता है. इसका कारण गलत खान-पान, उच्च कोलेस्ट्रौल, धूम्रपान, शुगर, टेस्टोस्टेरोन और अत्यधिक नशीली दवाओं के सेवन से हो सकता है. हृदय रोग के लिए एक संकेत के रूप में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की भूमिका काफी जोरदार हो सकती है.इसलिए शर्म न करें, उत्सुक बनें.आपकी सेहत आपके गौरव से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
क्यों होती हैं खुजली- दोनों तरफ देखकर और यह एहसास करके कि कोई नहीं देख रहा है आप अपने बट पर जल्दी से खुजली कर लेते हैं.सही नहीं है.अपनी खुजली के लिये डॉक्टर से बात करें.आप आहार असहिष्णुता, सफाई, बवासीन, सोरायसिस और वर्म्स जैये विभिन्न कारणों को बहुत अधिक खुजली के लिए दोष दे सकते हैं.
पुरुष पैटर्न गंजापन – पुरुषों में बालों के झड़ने की समस्या सबसे आम है, ये जेनेटिकल डिसऔरडर है. इससे आपको बालों के बहुत अधिक पतला होने और गंजेपन की समस्या हो सकती है. हालांकि गंजापन के लिए कोई इलाज नहीं है. लेकिन ओरल और टापिकल दवाएं बालों के झड़ने की गति को धीमा करने का वादा करती है.
मल त्याग – जब मल त्याग की बात आती है तो प्रत्येक व्यक्ति घबरा सा जाता है. इसकी सीमा अलग-अलग लोगों के लिए एक दिन में तीन बार से लेकर एक सप्ताह में तीन बार तक हो सकती हैं.लेकिन, अगर आप लगातार अधिक से अधिक तीन दिन बीत जाने के बाद मल त्याग न हो रहा है या मलत्याग पाने के लिए कोशिश में कठिनाई महसूस कर रहे है तो आप कब्ज से पीड़ित हो सकते है. ऐसे में आप जितनी जल्दी हो सके डाक्टर से बात करें और सलाह ले.
किडनी की समस्या- आमतौर पर किडनी और मूत्रमार्ग में संक्रमण, यूटीआई और किडनी में पथरी के कारण यूरीन से रक्त आने की संभावना होती है. इस अवस्था को रक्तमेह (मूत्र में रक्त कोशिकाओं की उपस्थिति) के रूप में जाना जाता है और आपके यूरीन को चमकदार लाल, गुलाबी या जंग जैसा भूरे रंग दे सकता है.
सांसों की बदबू- सांसों से आती बदबू आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंधों को बर्बाद कर सकती है.यह मुंह में बैक्टीरिया के पनपने का संकेत है.यह पोस्टनसल ड्रिप, रिफ्लक्स रोग और मसूड़े की सूजन के कारण हो सकता है.अपने डॉक्टर के साथ इस समस्या पर चर्चा करें और समस्या का समाधान निकालें.
तो ये हैं वो कुछ सवाल जो हम किसी से भी कहने में हिचकिचाते हैं पर यदि हम अपनी हिचकिचाट भूल जाए तो समस्या का हल मिल जाएगा और समस्या से निजाद भी.