Summer Special: खाने में कुछ बदलाव, हाई ब्लड प्रेशर को रखेंगे दूर

कहा जाता है अगर आपके के पेट में सही आहार जा रहा है और नियमित रुप से अपने डाइट प्लान में बदलाव करते है तो आप कई सारी बीमारियों से बच सकते है. इंसान के शरीर खाने और पानी की जरुरत होती है जिसके चलते हमें कम से कम तीन टाईम खाने की जरुरत होती है पर अगर हम जरुरत से ज्यादा खाए या शरीर को जरुरत को भूल कर बस जीभ का स्वाद ध्यान में रखे तो काफी समस्या पैदा हो सकती है.

अगर आपका डाइट प्‍लान सही नहीं है तो आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं. ये स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं ही आगे चलकर ह्रदय रोगों, ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या, कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारियों का रूप ले लेती हैं. ब्‍लड प्रेशर को नियमित करने के लिए स्‍वस्‍थ और पोषणयुक्‍त आहार की बहुत जरूरत है.

बेकार खाना ही है हाई ब्लड प्रेशर का कारण

हाई ब्लड प्रेशर होने का सबसे बड़ा कारण है खाना. अगर आप सही आहार वाला खाना नही खा रहे है तो आपके लिए खतरे की घंटी है. हाई ब्लड प्रेसर वाले मरीज के लिए सबसे बेहतर होगा की वो नमक और सोडियम की मात्रा कम हो ऐसा खाना खाएं. एक सामन्य व्यक्ति को 72 to 99 ब्‍लड का प्रेशर होता है. अगर इससे ज्यादा हो तो वो हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है.

फलों और सब्जियों को खाएं

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को ज्यादा मात्रा में भोजन नहीं करना चाहिए. खाने में नियमित रूप से ताजे फलों और सीजनल हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए. लहसुन, प्याज, साबुत अनाज, सोयाबीन का सेवन करने से ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य रहता है.

खाने में सोडियम कम  

ब्‍लड प्रेशर के मरीज के खाने में में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा हो और सोडियम की मात्रा कम होनी चाहिए. यदि हाई ब्लड प्रेशर की समस्‍या है तो नमक का सेवन कम करना चाहिए. साथ ही डेयरी उत्पादों, चीनी, रिफाइंड खाद्य-पदार्थों, तली-भुनी चीजों, कैफीन और जंक फूड से परहेज करना चाहिए.

पानी पीना है जरुरी

ब्‍लड प्रेशर के मरीज को ज्‍यादा पानी का सेवन करना चाहिए. दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए.

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