दिल्ली में बारिश के बाद इनकी कमाई बढ जाती है…

राजधानी दिल्ली में 1-2 दिन की बारिश के बाद एक फोटो खूब वायरल किया जा रहा. फोटो में एक ट्रैक्टर पर 2-3 बाइक ले जाते लोग हैं. नीचे कमर तक पानी है. दरअसल, यह तस्वीर दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित प्रह्लादपुर अंडरपास की है जो थोङी देर की बारिश में ही आधा डूब गया. ऐसे में जिन्हें जरूरी काम के लिए इस हो कर गुजरना था उन के लिए समस्या हो गई. अब या तो जमा पानी के अंदर घुस कर जाओ या फिर तैर कर. बाइक वालों के लिए तो यह बङी मुसीबत थी. पानी के अंदर गए तो समझो बाइक में खराबी तय है. पब्लिक को इस समस्या में देख कर  ट्रैक्टर मालिकों के चेहरे खिल उठे. उन्होंने न सिर्फ सवारी बल्कि बाइक को पार कराने के लिए 10 रूपए प्रति व्यक्ति तय कर दी. यानी खुद जाओ या बाइक भेजो 10 रूपए देने ही पङेंगे.

डूब जाती है दिल्ली

यों दिल्ली में हलकी बारिश और वाटर लौगिंग होना आम है. यह अलग बात है कि बारिश से पहले दिल्ली सरकार और एमसीडी बङेबङे वादे तो करती है पर एक ही बारिश के बाद इन की पोलपट्टी खुल जाती है. अभी पिछले साल दिल्ली के मिंटो रोड अंडरपास पर एक बस पूरी तरह डूब गई थी. यह तस्वीर तब देशदुनिया की मीडिया में सुर्खियां बनी थी. एक अखबार ने शीर्षक प्रकाशित कर तंज कसा था,”दिल्ली वाकई पेरिस बन गई.”

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केजरीवाल पर तंज

वैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि पिछली सरकारें दिल्ली को लूटती रही हैं पर किया कुछ नहीं. अगर उन की सरकार बनी तो दिल्ली को विदेश जैसा बना देंगे. अब दिल्ली में जगहजगह वाटर लौगिंग पर विपक्ष के नेता फोटो के नीचे कैप्शन लगाते हुए तंज करते हैं,”लो जी केजरीवाल ने दिल्ली को वाकई पेरिस बना दिया.” पिछले साल की बारिश में दिल्ली में भयंकर जलजमाव हो गया था. दिल्ली के कई इलाकों में सड़कों पर पानी जमा हो गया था. पंजाबी बाग से ले कर रिंग रोड तक सङकें पानी में डूब गई थीं. जाम इतना लंबा था कि लोगों को अपने गंतव्य तक जाने में घंटों लगे थे.

कोर्ट की सख्ती

इस को देखते हुए तब दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रूप अपनाया था. कोर्ट ने जल बोर्ड से ले कर शहरी विकास मंत्रालय तक को नोटिस भेज कर जवाब मांगा था. मगर दूसरी ओर दिल्ली में बढती आबादी, कूङेकचरे का सही निस्तारण न होने और सरकारी उदासीनता बङी वजहे हैं. कोर्ट से ले कर तमाम संगठन इस पर चिंता जाहिर कर चुके हैं और संभावना जता चुके हैं कि केंद्र और राज्य सरकारों ने कोई उपाय नहीं किए तो दिल्ली में भीषण महामारी फैल सकता है.

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