यह सोच से बाहर है कि मांबाप के दबाव के चलते कोई बच्चा खुदकुशी कर ले, मगर समाज में अकसर ऐसी घटनाएं घट जाती हैं, जो एक सीख दी जाती हैं कि मांबाप को बच्चों के प्रति अपना बरताव अच्छा रखना चाहिए. हम कुछ ऐसी घटनाओं के साथ आप को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर हम मांबाप हैं, तो हमें बहुत ही सोचसमझ कर अपना बरताव उन के प्रति रखना होगा.
पहली घटना
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में एक लड़के ने सिर्फ इसलिए खुदकुशी कर ली, क्योंकि मां उसे अकसर जल्दी उठने और हर काम समय से करने के लिए कहा करती थीं.
दूसरी घटना
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक लड़की में खुदकुशी कर ली. पुलिस की जांचपड़ताल में यह सामने आया कि मांबाप उस की पढ़ाई और ट्यूशन पर ज्यादा जोर दे रहे थे और उसे मोबाइल से भी दूर रखा जा रहा था.
तीसरी घटना
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक गांव में एक किशोर ने इसलिए खुदकुशी कर ली, क्योंकि मांबाप उसे अनुशासन का पाठ पढ़ाया करते थे.
ताजा मामले में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में 17 साल एक लड़की ने कथिततौर से अपने बाप की शराब पीने की लत और मां के प्रति उस के हिंसक बरताव से परेशान हो कर खुदकुशी कर ली.
खरगोन के बड़वाह थाने के प्रभारी निर्मल श्रीवास ने बताया कि को रावत पलासिया गांव में एक किशोरी ने खुदकुशी कर ली. उन के मुताबिक, लड़की का एक तथाकथित सुसाइड नोट मिला है, जिस में उस ने तफसील से लिखा है कि उस के पिता शराब पीने के आदी हैं और अकसर उस की मां के साथ मारपीट करते हैं.
अफसर ने सुसाइड नोट का हवाला देते हुए बताया कि किशोरी ने पुलिस पर उस के पिता के खिलाफ शिकायत के बावजूद कार्यवाही न करने का भी आरोप भी लगाया. हालांकि, अभिवाहक ने पुलिस के खिलाफ लगाए गए आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने लड़की के पिता के खिलाफ शिकायत पर कार्यवाही की और उस से अच्छे बरताव के लिए बौंड भरवाया है.
खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के मुताबिक, लड़की के पिता के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस ने पहले भी शिकायतों पर कार्यवाही की थी और उसे गिरफ्तार भी किया था. उन के मुताबिक, खुदकुशी करने वाली लड़की की छोटी बहन ने भी अपने पिता पर बहुत ज्यादा शराब पीने और उन की मां पर हमला करने का आरोप लगाया था.
इस सिलसिले में पुलिस अफसर विवेक शर्मा कहते हैं कि दरअसल शराब ही इस की खास वजह है.
डाक्टर जीआर पंजवानी कहते हैं कि अशिक्षा के चलते इस तरह की घटनाएं समाज में घट रही हैं और आज जागरूकता फैलाने की जरूरत है.