जब भी कोई अपराध होता है पुलिस और अनुसंधान में लगे लोग आज के समय में, आधुनिक सीसीटीवी की ओर नजरें इनायत के लगते हैं.

छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला में एक अंधे हत्याकांड की गुत्थी चंद घंटों में ही इसी सीसीटीवी के कारण सुलझ गई.

देखते ही देखते हैं पुलिस ने मामला सुलझाया और हत्यारा जेल की हवा खा रहा है. यह सीसीटीवी का ही तो कमाल है कि बड़े से बड़े घटनाक्रम का खुलासा मय सबूत के साथ आज हो रहा है.
आइए! आज इस रिपोर्ट में सीसीटीवी के मदद से इस तरह एक पेचीदा हत्याकांड से कैसे पर्दाफाश हुआ देखते हैं.

दरअसल हुआ यह कि छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला पुलिस ने यहां के लोक निर्माण विभाग के टाइम कीपर गणेश सिंह वर्मा की हत्या की गुत्थी को 4 घंटे में सुलझा लिया तो लोगों की निगाह में जहां पुलिस का सम्मान बढ़ गया वहीं सीसीटीवी का कमाल एक बार फिर सामने आ गया.

यहां गणेश सिंह वर्मा की अवैध संबंध की शंका में हत्या की गई थी. यह खुलासा पुलिस ने आनन-फानन में किया है और हमारे संवाददाता को घटनाक्रम की सारी जानकारी पुलिस द्वारा प्राप्त हुई है. यह तथ्य और घटनाक्रम जहां एक रोचक कहानी बयां करते हैं वहीं यह भी तथ्य सामने आ गया है कि आधुनिक विज्ञान की ईजाद सीसीटीवी के कैसे और कितने लाभ हैं.

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सीसीटीवी के कारण हत्यारा पकड़ाया

और जैसा कि आजकल अपराध के अन्वेषण मे होता है इस हत्याकांड में भी सीसीटीवी का महत्व एक बार पुनः उजागर हो गया.

पुलिस ने हमारे संवाददाता को बताया कि हत्या के मामले का खुलासा सीसीटीवी के कारण हो गया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विशाल वैस के मुताबिक आरोपी हत्यारा हेमंत वर्मा पेंडिताराई का रहवासी है. जबकि गणेश वर्मा पास के ही गांगपुर गांव में रहता था. आरोपी के घर उसका आना-जाना था. आरोपी हेमंत वर्मा अपनी पत्नी और गणेश वर्मा के बीच अवैध संबंध को लेकर शंका करता था.
आरोपी हेमंत वर्मा लंबे समय से क्षुब्ध था और गणेश की हत्या करने की नीयत से घर से निकला था. तभी बेमेतरा के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास बेटे को छोड़कर लौट रहे गणेश वर्मा को देखते ही उसनेे बातचीत करके उलझाया.

दोनों बातचीत करते हुए आगे बढ़ रहे थे कि सूनसान रास्ता देखकर गणेश वर्मा पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. जिससे उसकी मौके पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई.

वारदात के बाद मौके पर पुलिस पहुंची. आसपास के लोगों से पूछताछ की. सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. पुलिस एक-एक कड़ी जोड़कर तफ्तीश में जुटी थी. आखिरकार सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने शातिर आरोपी हेमंत वर्मा को गिरफ्तार कर लिया. सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है कि पुलिस ने महज 4 घंटे में ही हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया.

बचके रहना रे बाबा!

कुल मिलाकर जिस तरह सीसीटीवी के कारण हत्या के और अन्य गंभीर अपराधों के ऊपर से पर्दा उठ रहा है आरोपी अपराधी पकड़े जा रहे हैं उस परिप्रेक्ष्य में कहा जा सकता है कि पुलिस अनुसंधान में सीसीटीवी एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभर कर सामने आ चुका है.

जिस अपराध को सुलझाने में पहले लंबा समय लग जाता था. पुलिस को सूत्र नहीं मिल पाते थे. अब सीसीटीवी के कारण पुलिस को पुख्ता सबूत मिलने लगे हैं.

पुलिस अधिकारी इंद्र भूषण सिंह के मुताबिक पहले पुलिस को गंभीर अथवा सामान्य अपराधों में जांच करने में लंबा समय लग जाता था. क्योंकि साक्ष्य पुलिस को नहीं मिल पाते थे मगर अब सीसीटीवी के कारण अनेक अपराधों से पर्दा जल्द ही उठ जाता है क्योंकि यह पुलिस के मददगार के रूप में सामने आया है जिसकी कोर्ट और न्यायालय में भी साक्षी के रूप में हमें मदद मिल जाती है.

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अधिवक्ता डॉ उत्पल अग्रवाल कहते हैं कि सीसीटीवी एक सशक्त माध्यम है जो अपराधिक घटनाओं को सबूतमय पुलिस को उपलब्ध कराता है. अब यह एक सशक्त माध्यम बनकर सामने आ गया है. जो पूरी तरह विश्वानीय भी है.

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि इस आधुनिक सीसीटीवी का कारण नित्य नए अपराधिक घटना का खुलासा हो रहा है वही अपराधिक घटनाक्रमों में कमी भी आई है क्योंकि अपराधी यह जानता है कि उसका अपराध कोई देख रहा है.

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